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उत्तर प्रदेश

सरदार पटेल की स्मृति में दौड़ेगा उप्र, run for unity का होगा आयोजन

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run for unity

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लखनऊ। सरदार वल्लभ भाई पटेल (सरदार पटेल) की जयंती 31 अक्टूबर को प्रदेश के सभी सरकारी प्राथमिक स्कूलों में रन फॉर यूनिटी (run for unity) का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी की मंशा के अनुरूप शिक्षा निदेशक शुभा सिंह ने सभी मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशकों एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किया है।

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गौरतलब है कि भारत सरकार ने सरदार पटेल की जयंती को एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। पीएम मोदी के इस निर्णय के अनुरूप योगी सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक स्कूल में रन फ़ॉर यूनिटी का आयोजन करने का फैंसला किया है।

हर तबके की हो भागीदारी

आदेश में कहा गया है कि सरदार पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में इस वर्ष पूरे उत्साह से यूनिटी रन का आयोजन किया जाएगा। छात्र अपनी सुविधा के अनुसार कम दूरी / अधिक दूरी के लिये दौड़ सकते हैं। यह दौड़ विद्यालय में 31 अक्टूबर 2022 को सुबह 7-8 बजे सुबह की सभा / शून्य अवधि में होगी।

दौड़ के प्रारम्भ या अंत में विद्यालय प्रधानाचार्य/प्रधानाध्यापक या वरिष्ठ अध्यापक, विद्यार्थी सरदार पटेल और राष्ट्रीय एकता में उनकी भूमिका व योगदान के बारे में बताएंगे। एकता दौड़ के आयोजन का विद्यालय पत्रिका वेबसाइट, व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।

सम्भव हो, तो विद्यार्थियों के माता-पिता, स्थानीय समुदाय को दौड़ में शामिल होने हेतु प्रोत्साहित किया जाए। सीमांत क्षेत्रों (दिव्यांग बच्चों सहित) के बच्चों, स्ट्रीट चिल्ड्रेन को दौड़ में शामिल करने हेतु विशेष प्रयास किया जाए।

सरदार पटेल के योगदान के बारे में बताएं

आदेश में ये भी कहा गया है कि प्रत्येक विद्यालय में भारत को एकजुट करने में सरदार पटेल के योगदान पर भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए। सरदार पटेल को समर्पित प्रार्थना सभाओं का आयोजन कराया जाए।

विद्यालयों में सरदार पटेल के योगदान एवं जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया जाए। प्रदर्शनी के लिए बनाए गए विषय वस्तु का क्षेत्रीय भाषा में अनुवाद कराकर उसको सोशल मीडिया प्लेटफार्म एवं विद्यालय की वेबसाइट पर साझा किया जाए।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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