Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

उप्र: योगी सरकार का दावा, प्रदेश की 44 हजार से ज्यादा सड़कों को किया गया गड्ढामुक्त

Published

on

Yogi government claims

Loading

लखनऊ। उप्र की योगी सरकार का दावा है कि सरकार ने 2023-24 में अब तक 44 हजार से ज्यादा सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने में सफलता अर्जित की है। सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए गड्ढामुक्ति अभियान के साथ ही नवीनीकरण और रीस्टोरेशन के कार्य को अंजाम दिया गया है।

इनमें लोकनिर्माण विभाग के साथ-साथ राष्ट्रीय मार्ग, मंडी परिषद, नगर विकास, ग्राम्य विकास विभाग समेत कुल 10 विभागों ने अपनी भूमिका का निर्वहन किया है। सीएम योगी ने सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रदेश की तरक्की का मंत्र मानकर इस दिशा में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं।

करीब 85 हजार से ज्यादा सड़कों को गड्ढामुक्त करने का लक्ष्य

प्रदेश सरकार ने 2023-24 के लिए 51 हजार से ज्यादा सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही करीब 34 हजार सड़कों के नवीनीकरण या रीस्टोरेशन का भी लक्ष्य है। इस तरह कुल मिलाकर करीब 85 हजार से ज्यादा सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

लक्ष्य के सापेक्ष सरकार ने 15 अक्तूबर तक कुल 44 हजार से ज्यादा सड़कों को गड्ढामुक्त करने में सफलता पाई है। इसमें 24 हजार से ज्यादा सड़कों को गड्ढामुक्ति के द्वारा तो करीब 20 हजार से ज्यादा को नवीनीकरण या रीस्टोरेशन के द्वारा गड्ढामुक्त किया गया है। इस तरह से गड्ढामुक्ति के कार्यों का प्रतिशत 48 प्रतिशत तो नवीनीकरण एवं रीस्टोरेशन का प्रतिशत 57 प्रतिशत से ज्यादा रहा है।

सभी विभागों ने निभाई अहम भूमिका

विभागीय स्तर पर की गई कार्यवाही को देखें तो लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने सर्वाधिक करीब 39 हजार सड़कों को गड्ढामुक्त किया है। इनमें केवल गड्ढामुक्ति द्वारा करीब 21 हजार (लक्ष्य का करीब 47 प्रतिशत) तो नवीनीकरण एवं रीस्टोरेशन के द्वारा करीब 18 हजार (लक्ष्य का 63 प्रतिशत) रोड्स का कायाकल्प किया गया। इसी तरह राष्ट्रीय मार्ग के तहत कुल 768 सड़कों को गड्ढामुक्त किया गया है।

इसमें 604 सड़कों (लक्ष्य के 77 प्रतिशत से ज्यादा) का गड्ढामुक्ति के तहत तो 164 सड़कों (लक्ष्य के 86 प्रतिशत से ज्यादा) का कायाकल्प करने में सफलता प्राप्त की है। मंडी परिषद ने कुल 377 (369 गड्ढामुक्ति द्वारा और 8 नवीनीकरण एवं रीस्टोरेशन द्वारा) सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने में सफलता हासिल की है।

इसी तरह पंचायती राज विभाग ने 274 (128 गड्ढामुक्ति द्वारा और 146 नवीनीकरण एवं रीस्टोरेशन द्वारा), सिंचाई विभाग ने 58 (26 गड्ढामुक्ति द्वारा और 32 नवीनीकरण एवं रीस्टोरेशन द्वारा), ग्राम्य विकास ने 183 (सभी 183 गड्ढामुक्ति द्वारा), नगर विकास ने 2137 (1315 गड्ढामुक्ति द्वारा और 822 नवीनीकरण एवं रीस्टोरेशन द्वारा), आवास एवं शहरी नियोजन ने 25 (9 गड्ढामुक्ति द्वारा और 16 नवीनीकरण एवं रीस्टोरेशनद्वारा) और अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास ने 1343 (1060 गड्ढामुक्ति द्वारा और 283 नवीनीकरण एवं रीस्टोरेशन द्वारा) सड़कों को गड्ढामुक्त किया गया है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने मुख्यमंत्री योगी को किया खुश, जानें क्या बोल गए केशव

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कई बार इस बात की काफी चर्चा हुई है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एक-दूसरे को पसंद नहीं करते हैं। हालांकि, कई बार केशव प्रसाद के बयानों से भी ऐसे संकेत मिलते आए हैं। जिससे यह जगजाहिर है कि सीएम योगी की लाइन से हटकर केशव मौर्य की बीजेपी के अंदर अपनी एक अलग लाइन है, लेकिन इन सबसे अलग अब बीजेपी के दिग्गज नेता केशव प्रसाद मौर्य के सुर सीएम योगी के प्रति बदलते हुए नजर आ रहे हैं।

केशव मौर्य ने और क्या कहा?

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘उनको(अखिलेश यादव) कभी अच्छे लोगों की संगति नहीं मिली है। गुंडों, अपराधियों, दंगाईयों और माफियाओं के बीच रहेंगे तो साधु-संतों के बारे में क्या बोलना है या क्या नहीं बोलना है, इस मर्यादा का उन्हें ध्यान कैसे रहेगा? उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक संत हैं और एक संत का अपमान न तो केशव प्रसाद मौर्य बर्दाश्त करेगा, न देश और न ही प्रदेश की जनता बर्दाश्त करेगी। इसका खामियाजा उन्हें उपचुनाव और चुनाव में भुगतना पड़ेगा।’

केशव ने कहा, ‘सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव जी, जनता 20 नवंबर को आपकी लाल टोपी और साइकिल को इतिहास के कूड़ेदान में डालने के लिए तैयार है। आपके भाषण मुंह में राम, बगल में छुरी जैसे लगते हैं, और जनता आपकी पुरानी स्क्रिप्ट ईवीएम खराब, प्रशासन दोषी सुन-सुनकर अब तंग आ चुकी है।’

Continue Reading

Trending