Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर दोनों सदनों में आज भी हंगामा, जेपीसी जांच की मांग

Published

on

Uproar in both the Houses regarding the Hindenburg report

Loading

नई दिल्ली। भारत के दिग्गज उद्योगपति ग्रुप अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर संसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामा देखने को मिला। विपक्षी सांसदों ने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग को लेकर सदन में नारेबाजी की। जिसके बाद लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

इससे पहले अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर आज विपक्षी दलों ने संसद भवन के बाहर भी प्रदर्शन किया। विपक्षी दलों ने अदाणी समूह के खिलाफ धोखाधड़ी और शेयरों में हेराफेरी के आरोपों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।

मामले में होनी चाहिए जांच

सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि अडानी के जो शेयर्स SBI और LIC ने खरीदे, उसकी JPC के जरिए जांच हो। ये पैसा क्यों दिया गया, किन शर्तों पर दिया गया, इसकी जांच होना जरूरी है। इन पर दबाव किसका था? जब तक JPC के जरिए जांच नहीं होगी तब तक इसका पता नहीं चलेगा, इसलिए जांच होनी चाहिए।

कार्यवाही दो बजे तक स्थगित

अदाणी-हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा देखने को मिला। विपक्षी सांसदों ने जांच की मांग को लेकर सदन में नारेबाजी की। जिसके बाद लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

देश का हर वर्ग चिंतित है

RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि देश का हर वर्ग चिंतित है, लेकिन सरकार पर्दा डाल रही है। वे व्यक्ति विशेष (अदाणी) कहते हैं, यह मुझ पर नहीं राष्ट्र पर हमला है। वह राष्ट्र कबसे हो गए? हमारे राष्ट्र बापू हैं। किसी क्रोनी पूंजीपति के चरणों में पूरी साख रख दी जाए तो हम इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

अदाणी को क्यों बचाया जा रहा

JMM सांसद महुआ माजी ने सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी क्यों नहीं आना चाहते और इस मुद्दे का सामना करना चाहते हैं। धीरे-धीरे हर चीज का निजीकरण हो रहा है, उन्हें बचाया जा रहा है। आप देख सकते हैं कि देश कहां जा रहा है। पूरा विपक्ष एकजुट है, हम विरोध कर रहे हैं। हम जवाब चाहते हैं, ‘अदाणी को क्यों बचाया जा रहा है।

सरकार नहीं चाहती है अदाणी मुद्दे पर चर्चा

कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम अदाणी मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच चाहते हैं और केंद्र सरकार भी अदाणी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है। सरकार सब कुछ छिपाना चाहती है और अब उनका पर्दाफाश हो रहा है।

खरगे ने सरकार पर साधा निशाना

अदाणी मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सरकार चाहती है कि यह मामला न उठाया जाए, चर्चा न की जाए। वे इसे किसी भी तरह से टालना चाहते हैं और इसे रिकॉर्ड में नहीं लाना चाहते हैं।

पीएम मोदी दें जवाब

कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम अपने नोटिस में पर चर्चा की मांग करते हैं, हम विस्तृत चर्चा के लिए तैयार हैं। हम चाहते हैं कि इसे पहले लिया जाए। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलने के लिए तैयार हैं और हम इसे उचित महत्व देते हैं, लेकिन पहली प्राथमिकता यह है कि पीएम मोदी इस मसले पर जवाब दें।

सीपीआई (एम) सांसद ने राज्यसभा में दिया नोटिस

अदाणी-हिंडनबर्ग मामले पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत सीपीआई (एम) सांसद एलामारम करीम ने सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है। नोटिस में लिखा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अदाणी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों की उच्च स्तरीय जांच आवश्यक है।

सैयद नसीर हुसैन ने राज्यसभा में दिया नोटिस

कांग्रेस सांसद डॉ. सैयद नसीर हुसैन ने नियम 267 के तहत LIC, SBI, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा निवेश में धोखाधड़ी के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए रज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है।

BRS सांसद ने लोकसभा में दिया नोटिस

अदाणी समूह पर आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर चर्चा के लिए बीआरएस सांसद नामा नागेश्वर राव ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।

विपक्षी दलों ने किया प्रदर्शन

संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) या सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में अदाणी समूह के खिलाफ मामले की जांच की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया।

Continue Reading

नेशनल

World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने रचा इतिहास, 180 से ज्यादा देशों के लोग हुए शामिल

Published

on

Loading

बेंगलुरु। विश्व ध्यान दिवस पर आयोजित World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने इतिहास रच दिया है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ऑन लाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दुनिया भर के 85 लाख से ज्यादा लोगों को सामूहिक ध्यान कराया। इस कार्यक्रम ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन में जगह बनाते हुए पिछले सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने सामूहिक ध्यान के लिए दुनिया भर के लोगों को एक साथ जोड़ा।

180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए

दरअसल, पूरी दुनिया ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के तौर पर मनाया। इसी क्रम में यह कार्यक्रम आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए और इसके माध्यम से ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रदर्शित किया। श्री श्री रविशंकर संयुक्त राष्ट्र में विश्व ध्यान दिवस के उद्घाटन कार्यक्रम में भी शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र में उद्घाटन समारोह से शुरू होकर अपने समापन तक यह कार्यक्रम दुनिया के महाद्वीपों में ध्यान की लहर फैलाता चला गया।

ये रिकॉर्ड टूटे

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

YouTube पर ध्यान के लाइव स्ट्रीम के सबसे ज़्यादा दर्शक

एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स

⁠एक दिवसीय ध्यान में भारत के सभी राज्यों से अधिकतम भागीदारी
एक दिवसीय ध्यान में अधिकतम Nationalities ने हिस्सा लिया

 

 

 

Continue Reading

Trending