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प्रादेशिक

उरी में पकड़ा गया लश्कर-ए-तैयबा का 19 साल का आतंकी

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लखनऊ। उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर उड़ी सेक्टर में सेना ने पाकिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आतंकी का नाम बाबर बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार आतंकी के पास से एक एके-47 राइफल, दो ग्रेनेड एक रेडियो सेट बरामद हुआ है। उसकी उम्र 18 साल है। 26 सितंबर को एक आतंकी मारा भी गया था। घुसपैठ की इन साजिशों ने एक बार फिर एलओसी पर पाकिस्तान की साजिश का पर्दाफाश किया है। ये बातें मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स जीओसी, 19 डिविजन ने कहीं।

बता दें कि पिछले सात दिनों में सेना ने सात आतंकियों को मार गिराया गया है, लेकिन जिस आतंकी को पकड़ा गया है उसकी उम्र सिर्फ 19 साल है। लश्कर ए तैयबा का ये आतंकी पाकिस्तान के पंजाब के दिपलपुर के वासेववाला गांव का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि इसने सातवीं तक की पढ़ाई की है, लेकिन इतनी कम उम्र में ही वह आतंक के रास्ते पर चल निकला और सीधा भारत में ऑपरेशन के लिए आ गया।

जानकारी के मुताबिक, 25 सितंबर को ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तानी आतंकी अतीक उर रहमान को मार गिराया गया था और उसी के बाद उसके साथ मौजूद अली बाबर ने सरेंडर कर दिया था। इसी ने जानकारी दी कि सभी 6 आतंकी पाकिस्तान के पंजाब के रहने वाले थे।

अली बाबर ने पिता की मौत के बाद लश्कर ज्वाइन की थी, उसके घर पर मां और बहन है। 2019 में अली बाबर ने खैबर पख्तनूवा में ट्रेनिंग ली थी। अली बाबर ने बताया कि अतीक उर रहमान ने उसे मां के इलाज के लिए 20 हजार रुपये देने की बात कही थी, जबकि 30 हजार रुपये वापसी पर देने थे।

 

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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