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उत्तर प्रदेश

सीएम योगी का तंजः ड्राइविंग सीट पर बैठने के लिए महाअघाड़ी में छीना झपटी

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वाशिम/थाणे| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को भी महाराष्ट्र दौरे पर रहे। उन्होंने ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ बनाने वाली भाजपा के लिए मतदाताओं से समर्थन मांगते हुए महायुति व महाअघाड़ी गठबंधन के फर्क को समझाया। बोले कि पीएम मोदी के नेतृत्व में महायुति गठबंधन (भाजपा, शिवसेना-शिंदे गुट, एनसीपी- अजीत पवार गुट) मिलकर महाराष्ट्र के विकास के लिए कार्य कर रहा है, जबकि महाअघाड़ी के पास ऐसी गाड़ी है, जिसमें स्टेयरिंग नहीं है। उस गाड़ी के टायर भी गायब हो गए हैं। ड्राइविंग सीट पर बैठने के लिए आपस में छीनाझपटी हो रही है। कांग्रेस के नेतृत्व में समाज व राष्ट्रदोही तत्वों को गले का हार बनाने वाले महाअनाड़ी गठबंधन के पास न नीति है और न ही देश को आगे बढ़ाने की नीयत। इनके पास नैतिक बल भी नहीं है। अनैतिक अनाड़ी गठबंधन के रूप में महाअघाड़ी चुनावी समर में है। यह लोग मुस्लिम तुष्टिकरण की राह पर चलकर देश की क्षति करना चाहते हैं।

सीएम योगी ने बुधवार को कारंजा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती सईप्रकाश डहाके, वाशिम विधानसभा से प्रत्याशी श्याम रामचरण खोड़े, उल्हासनगर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी ने कुमार उत्तम चंद आयलानी, मीरा भाईंदर से उम्मीदवार नरेंद्र लालचंद जी मेहता, ओवला माजीवाड़ा से शिवसेना शिंदे गुट के प्रताप सरनाइक के लिए जनसभा की।

कांग्रेस की चार पीढ़ियां भी कश्मीर में धारा-370 लागू नहीं कर सकती

सीएम योगी ने कहा कि 2014 के पहले पाकिस्तान भारत में घुसपैठ करता था। हम लोग कार्रवाई की मांग करते थे तो कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार कहती थी कि बोलिए मत, संबंध खराब हो जाएगा। हमने 10 वर्ष में बदलते भारत को देखा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में बदलता भारत अपने सीमा की सुरक्षा करना जानता है। भारत किसी को छेड़ता नहीं है, लेकिन छेड़ने वाले को छोड़ता भी नहीं है। सीएम योगी ने कहा कि आतंकवाद की जड़ धारा-370 अब समाप्त हो गई। कांग्रेस फड़क रही कि इसे फिर से लागू किया जाए, लेकिन पीएम मोदी जी ने कह दिया है कि कांग्रेस की चार पीढ़ियां भी कश्मीर में धारा-370 लागू नहीं कर सकती।

देश विरोधी तत्वों द्वारा बंजारा समुदाय को गुमराह करने का प्रयास नहीं होगा सफल

सीएम योगी ने कहा कि बंजारा समुदाय कभी अस्तित्व के लिए जूझ रहा था, लेकिन आज उसे शासन की मुख्य धारा से जोड़ा गया है। भाजपा सरकार ने यहां के बाबू सिंह महाराज को एमएलसी बनाया है। जो देश विरोधी तत्व बंजारा समुदाय का धर्मांतरण करके उन्हें गुमराह करने का प्रयास कर रहे थे, वे अब सफल नहीं हो पाएंगे।

खजाने को लूटती रही कांग्रेस

पीएम मोदी के नेतृत्व में गरीबों के कल्याण के लिए अनेक कार्यक्रम चल रहे हैं। वन डिस्ट्रिक्ट-वन मेडिकल कॉलेज, हर घर नल, पीएम आवास, आयुष्मान भारत, नौजवानों के रोजगार की योजना चलाई जा रही है। लाडली बहना योजना के माध्यम से हर महिला के खाते में हर महीने 2100 रुपये देने की व्यवस्था की गई है तो वहीं महाअघाड़ी ने कोरोना जैसी बीमारी के दौरान भी कुछ नहीं किया। खजाने को लूटते रहे। कांग्रेस ने सर्वाधिक समय तक शासन किया, लेकिन विकास-सुरक्षा व समृद्धि नहीं कर पाए। 65 वर्ष में जो कार्य कांग्रेस नहीं कर पाई, वह कार्य डबल इंजन सरकार ने कर दिया। अयोध्याधाम में फिर से भगवान राम को विराजमान कर दिया। कांग्रेस को आस्था की चिंता होती तो 500 वर्ष की समस्या का समाधान 1947 में ही हो गया होता।

महिला, नौजवान व गरीब कांग्रेस के एजेंडे में नहीं, यह बांटने वाले लोग हैं

सीएम योगी ने कहा कि महिला, नौजवान, गरीब कभी कांग्रेस के एजेंडे में नहीं थे। यह जाति, क्षेत्र, भाषा, मत-मजहब के आधार पर बांटने वाले लोग हैं। इन लोगों ने पहले देश, फिर समाज को बांटा। फिर आतंकवाद को पालने-पासने का कार्य किया। कहीं नक्सलवाद, अराजकता पैदा किया। अब फिर बांटने की राजनीति कर रहे हैं। सीएम ने महाराष्ट्रवासियों से कहा कि इतिहास गवाह है कि बंटे थे तो कटे थे। बंटिए मत, बंटेगे तो कटेंगे। एक हैं तो सेफ हैं। चुनाव में बंटना नहीं है। आपस में लड़ना नहीं है, बल्कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत बनाने वाली भाजपा का आशीर्वाद व समर्थन देना है।

सीएम योगी ने महापुरुषों को किया नमन

सीएम योगी ने कहा कि महाराष्ट्र की धरती पर महापुरुषों को भी नमन किया। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, बाल गंगाधर तिलक, साहू जी महाराज, पेशवा बाजीराव, वीर सावरकर, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर आदि महापुरुषों को याद किया।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”

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प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।

मिले सार्थक परिणाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।

लोगों को करेंगे जागरूक

कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।

04 श्रेणियों में होगा चयन

1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार

ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड

इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।

जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।

इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।

कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही

1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।

2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।

3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।

4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।

5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।

6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।

फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार

उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।

जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।

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