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उत्तर प्रदेश

लखनऊ व गाजियाबाद क्षेत्र की बसों में वीएलटी उपकरण एवं पैनिक बटन की स्थापना का कार्य प्रारम्भ: दयाशंकर सिंह

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लखनऊ। उप्र के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने निर्भया योजना के अन्तर्गत बस स्टेशनों पर एलईडी डिस्प्ले पैनल लगाये जाने के सम्बन्ध में आवश्यक कार्रवाई किए जाने हेतु परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि परियोजना के अंतर्गत 100 बस स्टेशनों पर एलइडी डिस्पले पैनल्स एवं यात्री उद्घोषणा तंत्र की स्थापना की जानी है। जिसमें से 85 बस स्टेशनों की सूची अंतिमकृत कर ली गई है। अवशेष बस स्टेशनों की सूची शीघ्र ही उपलब्ध कराया जाएगा।

उप्र के परिवहन मंत्री ने बताया कि मै० एनईसी कारपोरेशन संस्था के साथ परिवहन निगम का अनुबन्ध 27 जुलाई2023 को ही हो चुका है। उन्होंने बताया कि परियोजना कियान्वयन हेतु 04 माह का समय निर्धारित किया गया है। परियोजना के सफल एवं समयबद्ध कियान्वयन हेतु आपके स्तर से आवश्यक सहयोग संस्था को यथा आवश्यकता उपलब्ध कराया जायेगा। परियोजना में लखनऊ तथा गाजियाबाद क्षेत्र की बसों में वीएलटी उपकरण एवं पैनिक बटन की स्थापना का कार्य प्रारम्भ हो चुका है तथा शीघ्र ही अन्य क्षेत्रों में यह कार्य प्रारम्भ होगा ।

परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रत्येक चिन्हित बस स्टेशन पर एलईडी डिस्प्ले पैनल के लिए उपयुक्त स्थान के चयन के लिए क्षेत्रीय स्तर पर एक त्रि-सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। जिसमे सम्बन्धित क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबन्धक अध्यक्ष,बस स्टेशन से सम्बन्धित डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक,संयोजक सदस्य एवं सेवा प्रदाता संस्था मै० एनईसी के प्रतिनिधि सदस्य के रूप में होंगे।

उन्होंने बताया कि समिति द्वारा स्थल के चयन में इस बात का ध्यान रखना होगा कि डिस्प्ले पैनल को ऐसे स्थल पर लगाया जाये, जहां से यात्रियों हेतु अच्छी विजिबिलिटी रहे,पावर सप्लाई एवं इन्टरनेट कनेक्टिीविटी सुगमता से उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि पोल माउन्टिंग से डिस्प्ले पैनल लगाये जाने की स्थिति में यह सुनिश्चित अवश्य किया जाये कि इससे बसों के आवागमन में कोई बाधा उत्पन्न न हो तथा किसी बस से टकराने की संभावना न हो।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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