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उत्तर प्रदेश

माफिया के खिलाफ योगी को मिला भारी जन समर्थन, टॉप ट्रेंड हुए तीन-तीन हैशटैग

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Yogi government

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लखनऊ। ‘माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा’… मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जैसे ही यूपी के सदन में इस वाक्य को पूरी दृढ़ता से रखा… देशभर के योगी समर्थकों में उत्साह का संचार हो गया।

इसके बाद माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर माफिया के खिलाफ सीएम के अभियान को सपोर्ट करने वाले एक-दो नहीं बल्कि तीन-तीन हैशटैग एक साथ टॉप ट्रेंड में शामिल हो गये। मशहूर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर योगी आदित्यनाथ के समर्थन में यूजर्स की गर्जना माफिया के खिलाफ गूंजने लगी।

इस दौरान रिर्कॉडतोड़ 100 करोड़ (एक अरब) बार से भी ज्यादा बार माफिया के खिलाफ योगी की दहाड़ से पूरा सोशल मीडिया हिल गया। ऐसा पहली बार हुआ है जब योगी के किस वक्तव्य ने सोशल मीडिया साइट पर सौ करोड़ से ज्यादा बार ट्रेंड किया हो।

सीएम योगी के सदन में दिये भाषण के बाद विभिन्न सोशल मीडिया साइट पर मानो योगी आदित्यनाथ के समर्थन में भूचाल आ गया। देखते देखते एक साथ ‘योगी मीन्स गवर्नेंस’, ‘योगी आदित्यनाथ’ और ‘योगी सर्जिकल स्ट्राइक’ हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे।

इस दौरान जहां 33 करोड़ से ज्यादा बार #YogiAdiyanath ट्रेंड करता रहा, जबकि रिकॉर्डतोड़ 65 करोड़ से अधिक बार #YogiMeansGovernance हैशटैग टॉप ट्रेंड में बना रहा, इसके अलावा #Yogi_Surgical_Strike के समर्थन में देर रात तक ट्विटर पर यूजर्स अपने भावों को प्रकट करते रहे।

प्रयागराज में शुक्रवार को राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की सपा समर्थित माफिया अतीक अहमद के गुर्गों के जरिए हत्या के बाद विरोधी दलों की ओर से सरकार को घेरने की कोशिश हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सदन में खुद मोर्चा संभालते हुए प्रदेश में माफियावाद के लिए विपक्षी खासकर सपा को जिम्मेदार ठहराते हुए नेता प्रतिपक्ष को जमकर लताड़ लगाई।

उन्होंने कहा कि सपा ने अपने कार्यकाल में न सिर्फ माफिया का महिमामंडल किया, बल्कि उनके गले में फूलों की माला पहनाई। प्रयागराज की घटना में शामिल माफिया अतीक अहमद सपा की सरपरस्ती में ही कभी एमएलए और कभी एमपी बनकर सत्ता का सुख भोगता रहा है। ऐसे में सपा को इस बारे में कुछ भी बोलने का नैतिक हक नहीं है।

मुख्यमंत्री ने सदन के पटल पर ये आश्वस्त भी किया किया कि प्रयागराज में हुई घटना के लिए कठोर एक्शन लिया जाएगा और माफिया को मिट्टी में मिलाने की कार्रवाई में सरकार बिल्कुल भी पीछे नहीं रहेगी।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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