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प्रादेशिक

योगी सरकार की 3टी नीति का कमाल, 6 जिलों में नहीं है एक भी एक्टिव केस

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लखनऊ। कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से प्रदेश में कम हो रहे हैं। प्रदेश के छह जनपदों में कोरोना संक्रमण का एक भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई। जि‍समें‍ जनपद अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, ललितपुर, महोबा, श्रावस्ती हैं।

प्रदेश के 38 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं सामने आया है जो प्रदेशवासियों के लिए राहत भरी खबर है जबकि 36 जनपदों में इकाई संख्‍या में मरीजों की ही पुष्टि हुई है। केवल लखनऊ जनपद में ही दहाई अंक में कोविड संक्रमित मरीज की संख्‍या दर्ज की गई है। प्रदेश में कम होते संक्रमण के मामलों के बीच तेजी से टेस्टिंग की जा रही है वहीं संक्रमण को मात देने के लिए वैक्‍सिनेशन का कार्य पूरे प्रदेश में तेजी से चल रहा है।

सीएम के निर्देशानुसार प्रदेश में एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। ज‍सिके कारण आज यूपी के हालात दूसरे प्रदेशों से काफी बेहतर हैं। पिछले 24 घंटों में 02 लाख 60 हजार 581 कोरोना सैम्पल की जांच की गई ज‍िसमें से महज 88 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई।

बीते 24 घंटों में 140 लोगों ने कोरोना का मात दी है। देश में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले अब 1400 से कम हो गए हैं। आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के बावजूद यूपी में कुल सक्रिय मामलों में देश में 19 वें पायदान पर है। 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में सिर्फ महज 1,339 कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले रह गए हैं।

कोरोना का रिकवरी रेट तेजी से बेहतर हो रहा है वर्तमान समय में प्रदेश का रिकवरी रेट 98.6 प्रतिशत है। प्रदेश में जुलाई माह में अब तक कोरोना पॉजिटिविटी दर 0.04 प्रतिशत ही रह गई है। अब तक 16 लाख 83 हजार से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण को मात दे चुके हैं।

फोकस्ड टेस्टिंग का विशेष अभियान हुआ शुरू

प्रदेश में रोजाना ढाई लाख से अधिक कोरोना की जांच की जा रही है। अब तक 06 करोड़ 18 लाख 53 हजार 252 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। जो दूसरे प्रदेशों से कहीं अधिक है। कोरोना संक्रमण के कम होते मामलों के बीच प्रदेश में कोरोना की जांच तेजी से हो रही है। प्रदेश में अब अगले 10 दिन तक फोकस्ड टेस्टिंग का विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है।

शुक्रवार से शुरू हो चुके इस अभियान से 10 दिवसीय फोकस्ड टेस्टिंग का कार्य किया जाएगा। ज‍िसके तहत 05 दिन ग्रामीण क्षेत्रों में और 05 दिन शहरी क्षेत्रों में टेस्टिंग की जाएगी।

प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य युद्धस्‍तर पर किया जा रहा है। अब तक 03 करोड़ 97 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। इनमें 03 करोड़ 33 लाख से अधिक लोग पहली डोज प्राप्त करने वाले हैं।

उत्तर प्रदेश

श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में टली सुनवाई

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नई दिल्ली। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टल गई है। अगली सुनवाई एक अप्रैल से शुरू होगी। अगली सुनवाई तक कृष्णजन्मभूमि सर्वे मामले पर रोक जारी रहेगी। बता दें कि मुस्लिम पक्ष की कई याचिकाएं SC में दाखिल हुई हैं। इसमें विवादित जगह पर सर्वे की इजाज़त देने, निचली अदालत में लंबित सभी मुकदमों को हाई कोर्ट के अपने पास सुनवाई के लिए ट्रांसफर करने को चुनौती देने वाली याचिकाएं भी शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने और क्या कहा?

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस आदेश पर अपनी रोक बढ़ा दी, जिसमें मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण की अनुमति दी गई थी। यह परिसर कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के निकट स्थित है, जो हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व का स्थल है। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि वह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण के खिलाफ ‘ट्रस्ट शाही मस्जिद ईदगाह प्रबंधन समिति’ की याचिका पर सुनवाई अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह के लिए टालते हैं।

पीठ ने कहा कि इस बीच, शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण पर रोक लगाने वाला इलाहाबाद हाई कोर्ट का अंतरिम आदेश जारी रहेगा। शीर्ष अदालत ने पिछले साल 16 जनवरी को सबसे पहले हाई कोर्ट के 14 दिसंबर, 2023 के आदेश के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी थी। हाई कोर्ट ने शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण की अनुमति दी थी और इसकी देखरेख के लिए एक अदालत आयुक्त की नियुक्ति पर सहमति व्यक्त की थी।

हिंदू पक्ष का दावा है कि परिसर में ऐसे संकेत हैं जो बताते हैं कि इस स्थान पर कभी मंदिर हुआ करता था। हिंदू पक्षों की ओर से पेश वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा था कि मस्जिद समिति की अपील हाई कोर्ट के 14 दिसंबर, 2023 के आदेश के खिलाफ दायर की गई थी और मामले से जुड़े आदेश निष्फल हो गए हैं।

 

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