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प्रादेशिक

यूपीः हर जिले में 100 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराएगी योगी सरकार

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लखनऊ।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विश्व दिव्यांग दिवस पर प्रत्येक जनपद में 100 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल दिये जाने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि सरकार इसकी कार्रवाई युद्धस्तर पर कर रही है। उन्होंने इस मौके पर कहा कि दिव्यांगजनों की प्रतिभा को निखारने और उनकी ऊर्जा को राष्ट्र के निर्माण में लगाने के लिए सरकार हर प्रकार का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है।

डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्विद्यालय के अटल ऑडीटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांगजनों के लिए काम करने वाली संस्थाओं को राज्य स्तरीय पुरस्कार बांटे। उन्होंने यहां दिव्यांगजनों को उपकरण का वितरण किया। इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांगजनों की मदद के लिए काम करने वाली संस्थाओं से पुण्य के इस काम से जुड़ते हुए मानवीय संवेदना का परिचय देने की अपील की और शासन की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने को कहा। इससे पहले अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी पुरस्कार प्राप्त करने वाले दिव्यांग बच्चों को हृदय से बधाई दी और इस फील्ड में काम कर रहीं संस्थाओं का अभिनन्दन किया।

सीएम योगी ने कहा कि इन संस्थाओं द्वारा एक बेहतरीन प्रयास किया जा रहा है। किन्ही परिस्थितियों में शारीरिक व मानसिक रूप से थोड़ी भी कहीं कोई कमी रह गई है तो उस कमी को इनके द्वारा प्रयास करके उनकी प्रतिभा को ऊर्जा प्रदान करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कोरोना महामारी के बावजूद देश के पैराओलंपिक खिलाड़ियों ने टोक्यो में शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने 19 मेडल प्राप्त किए। 56 खिलाड़ियों का दल पैराओलंपिक में भागीदान बना। राज्य सरकार ने सभी मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि से सम्मानित किया। पैराओलंपिक में सफलता इस बात को प्रदर्शित करती है कि थोड़ा भी इन्हें प्रात्साहन दिया जाए तो वे अपनी प्रतिभा का लाभ राष्ट्र को दे सकते हैं। सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान में मोटराइजड ट्राइसाइकिल देने की कार्रवाई को हम आगे बढ़ा रहे हैं। हर जनपद में 100 मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराई जाए।

तकनीक के साथ दिव्यांग जनों को जोड़ना होगा: सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने दिव्यांगजनों की प्रतिभा को बहुत नजदीक से पहचाना है। भारत की ऋषि परंपरा में कौन नहीं जानता ऋषि अष्टवक्र जी को वह भी तो दिव्यांग थे लेकिन उन्होंने अपने प्रतिभा का लोहा उस कालखंड में भी मनवाया था।
सीएम योगी ने कहा कि 2017 से दिव्यांगजनों की पेंशन, कृष्ठ जनों को पेंशन, कृतिम अंग, मोटराइज्ड ट्राइसाकिल, दिव्यांगजनों शादी के लिए भी सरकार धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप मुहैया कराती है। परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा की व्यवस्था, दिव्यांगजन विश्वविद्यालयों में सीटों का आरक्षण करने का भी काम सरकार ने किया है। प्रदेश सरकार ने तय किया भारत सरकार की तर्ज पर दिव्यांगता की कैटिगरी को सात से 21 तक पहुंचाने और साथ साथ उन्हें शासकीय सेवाओं में आरक्षण का लाभ मिल सके इसका दायरा बढ़ाने का काम भी सरकार ने किया है।

बच्चों के सिर पर हाथ रखकर सीएम योगी ने दी बधाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग छात्र-छात्राओं की ओर से लगाए गये रंग-बिरंगे स्टॉलों को देखा। विशेष बच्चों ने अपनी प्रतिभा और हुनर को अपने स्टॉल के माध्यम से प्रदर्शित किया। विशेष बच्चों से उन्होंने बातचीत की और उनको बधाई दी। मुख्यमंत्री ने सिर पर हाथ रखकर इन विशेष बच्चों को आर्शीवार्द दिया। कार्यक्रम में सीएम योगी ने दिव्यांगजनों को सहायक उपकरणों में ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर का वितरण कर विशेषजनों को स्वावलंबी बनाने के लिए एक नया कदम और आगे बढ़ाया।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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