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नेशनल

प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा व उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) योजना के अंतर्गत कार्यों को गति देने पर योगी सरकार का फोकस

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UP government preprations for Ground Breaking Ceremony

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हमेशा गरीब, निराश्रितों और किसानों के हितों को लेकर सजग रहती है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के किसानों तक सरकारी सुविधाओं का समुचित लाभ पहुंचे इस बात को सुनिश्चित करने के लिए योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस उद्देश्य से प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा व उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) योजना के अंतर्गत लंबित कार्यों को पूर्ण करने के लिए योगी सरकार ने 46.19 करोड़ रुपए की राज्यांश धनराशि जारी करने की स्वीकृति दे दी है। इस धनराशि से कुल 4 मदों में 92 कार्यों को पूर्ण करने में मदद मिलेगी। जिन कार्यों को इस धनराशि के जरिए पूरा किया जाएगा उसमें 8 कार्यालय से जुड़े कार्य, 15 गाड़ियों के अनुरक्षण व पेट्रोल आदि खरीद तथा 42 अन्य व्यय समेत 27 सब्सिडी केसेस की पूर्ति प्रमुख हैं।

सब्सिडी के मद में सर्वाधिक धनराशि आवंटन

प्रदेश में पीएम कुसुम योजना के आधीन 210.77 करोड़ रुपए की कुल प्रावधानित धनराशि में से 46.19 करोड़ रुपए की राज्यांश राशि जारी होने से विभागीय कार्यों समेत सब्सिडी से जुड़े कार्यों व अन्य योजनाओं को गति देने में सफलता मिलेगी। उल्लेखनीय है कि जिन चार मदों में राज्यांश धनराशि को योगी सरकार द्वारा जारी किया गया है इसमें से सर्वाधिक 46.07 करोड़ रुपए सब्सिडी के मद में हैं। वहीं, 8 कार्यालय व्यय के मद में 2 लाख, गाड़ियों के अनुरक्षण व पेट्रोल खरीद तथा रखरखाव के मद में 5 लाख रुपए, जबकि पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत 42 अन्य व्यय के मद में कुल 5 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। इन सभी कार्यों को भारत सरकार के निर्देशों तथा उत्तर प्रदेश सरकार की रूल बुक के अनुसार उत्तर प्रदेश बजट मैनुअल व वित्तीय नियम संग्रह के आधार पर किया जाएगा।

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नेशनल

संसद में धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसद हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

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नई दिल्ली। संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुई धक्का-मुक्की की घटना में घायल हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से चार दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बता दें कि 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। इस धक्का-मुक्की के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सिर में चोट आई थी और ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो गई थी।

संसद परिसर में धक्का-मुक्की के बाद घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके दो दिन बाद यानी 21 दिसंबर को उन्हें एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि, “दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. शुक्ला एमएस ने पहले कहा था कि, ‘एमआरआई और सीटी स्कैन में चोट के संबंध में कुछ भी महत्वपूर्ण बात सामने नहीं आई है।

बता दें, कांग्रेस के राहुल गांधी पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने भाजपा के सांसदों को धक्का मारा जिस वजह से वे घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया।जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर घायल सांसदों से बात की थी। इसके अलावा, उन्होंने सांसद मुकेश राजपूत से कहा, “पूरी देखभाल करना, जल्दबाजी नहीं करना और पूरा इलाज कराना।”

घटना को लेकर बीजेपी ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने धक्का देकर बीजेपी सांसदों को घायल कर दिया। बीजेपी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार भी किया है जिसमें बीजेपी पर ये आरोप लगाया कि उनके सांसदों ने धक्का-मुक्की की थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल होते-होते बचे। फिलहाल घायल सांसद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक आराम करेंगे।

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