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बालों को बनाना है थिक ? तो अपनाएं ये जड़ीबूटियां

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आज कल की खराब लाइफस्टाइल और बढ़ते प्रदूषण के कारण बालों की समस्या बढ़ती जा रही हैं। सबसे बड़ी समस्या ये है कि बिना कारण हमारे बाल अपने आप पतले हो कर कमजोर होते जा रहे हैं और फिर झड़ते जा रहे हैं। जिससे इनका वॉल्यूम खो जाता है और बाल घने नहीं दिखते। आयुर्वेद में कुछ हर्ब्स ऐसे हैं जिनके नियमित सेवन से बालों को घना बनाने में मदद मिलती है। दरअसल, इन हर्ब्स में आयुर्वेदिक गुण होते हैं जो शरीर में पित्त दोषों को बैलेंस करते हैं, ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं। जिस वजह से बालों को घना बनाने में ये फायदेमंद साबित होते हैं।

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1.भृंगराज और ब्राह्मी

How Ayurvedic Bhringraj & Brahmi powders keep you hale & hearty?

भृंगराज और ब्राहमी दो ऐसे हर्ब्स हैं जो बालों को घना बनाने में मददगार हैं। भृंगराज की पत्तियां चबाने से इसके एक्सट्रेक्ट जड़ों को पोषण देते हैं और बालों को घना बनाने में मदद करते हैं। आप इसका पाउडर बना कर भी बालों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे आप एक-एक चम्मच सुबह और शाम लें। ब्राह्मी बालों में सुरक्षात्मक परत बनाने में मदद करती है। यह बालों को चमकदार बनाए रखने में मदद करता है। ब्राह्मी तनाव की वजह से झड़ने वालो बालों के लिए बहुत कारगर है।

2.एलोवेरा

Aloe vera: 9 health benefits

एलोवेरा बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। एलोवेरा जेल स्कैल्प के पीएच संतुलन को ठीक करता है जो हेयर ग्रोथ के लिए काफी बेहतर तरीके काम आता है। यह आपके बालों को मॉइस्चराइज और हाइड्रेट करता है। इसका जेल आप सीधे स्कैल्प पर भी लगा सकते हैं। आप सबसे अच्छे परिणामों के लिए इसे सिर पर लगा कर मालिश करें। एलोवेरा की एक खास बात ये भी है कि एंटीबैक्टीरियल है और मौसमी स्कैल्प इंफेक्शन से बचाव में मददगार है और लगातार इसका इस्तेमाल बालों के वाल्यूम को बेहतर बनाने में मदद करता है।

3.जटामांसी

Nardostachys jatamansi (D.Don) DC. | Plants of the World Online | Kew  Science

जटामांसी मेंएंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कि स्कैल्प के सूजन को कम करते हैं और इंफेक्शन से बचाते हैं। नियमित जटामांसी का पानी पीने से बाल टूटते-झड़ते नहीं है और मुलायम व लंबे बने रहते हैं। अगर जटामांसी को पीस कर इसका पाउडर बनाएं और रोज इसका थोड़ा-थोड़ा सेवन करें तो ये नए बालों के विकास में भी मददगार है।

4.अश्वगंधा

Healthy Benefits Of Ashwagandha Churna - पुरुषत्व बढ़ाने में कारगर है एक  चुटकी अश्वगंधा का चूर्ण, जानिए दूसरे फायदे - Amar Ujala Hindi News Live

अश्वगंधा में टायरोसिन नामक अमीनो एसिड होता है जो बालों को घने बनाने में मदद करता है। ये बालों को सफेद होने से बचाता है और मेलानिन की मात्रा बढ़ाने मे मदद करता है। इसका सेवन करने से बाल जड़ से मजबूत होते हैं और नए बालों के विकास को भी बढ़ावा मिलता है। बालों को घना बनाने के लिए अश्वगंधा की जड़ों को उबालकर उसका पानी पिएं या फिर उसके पाउडर का गर्म पानी के साथ सेवन करें।

5.आंवला और त्रिफला

Triphala - Ayurvedic Professionals Association

आंवला और त्रिफला का कॉम्बिनेशन बालों को घना बनाने में हमेशा से ही मददगार रहा है। आंवला में विटामिन सी होता है जो कि बालों को जड़ों से हेल्दी रखते हैं। वहीं, त्रिफला से स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है जिसके चलते आपके बाल लंबे समय तक खूबसूरत बने रहते हैं।

6.मेथी

Fenugreek Leaves (Kasuri Methi) Benefits And Its Side Effects | Lybrate

मेथी बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। अगर आप रात में मेथी दाना को पानी में भिगो दें और सुबह इस पानी को पिएं तो इससे आपके बाल हेल्‍दी और घनें बनेंगे। आप इसका हेयर पैक भी बनाकर प्रयोग कर सकते हैं।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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