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ऑफ़बीट

मेटाबॉलिज्म को मज़बूत करने के लिए करिए इन फ़ूड आइटम्स से दोस्ती

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सेहत को दुरुस्त रखने के लिए मेटाबॉलिज्म (Metabolism) का दुरुस्त होना भी जरूरी है लेकिन सबसे कम ध्यान इसी का रखा जाता है। जबकि यह आपके शरीर में होने वाली लगभग हर गतिविधि (Activity) के लिए जिम्मेदार होता है। अगर आप जानना चाहते हैं कि मेटाबॉलिज्म क्या है तो बता दें कि आपके शरीर में होने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाओं को मेटाबॉलिज्म यानी चयापचय कहते हैं।

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यह रासायनिक प्रतिक्रियाएं भोजन को ऊर्जा (Energy) में बदलने का काम करती हैं। यही ऊर्जा हमारे शरीर को सुचारू रूप से काम करने में मदद करती है। लेकिन आज के दौर की लाइफस्टाइल के चलते मेटाबॉलिज्म का स्तर कमजोर होने लगा है, जिसको दुरुस्त करने की बेहद जरूरत है। तो आइये जानते हैं कि मेटाबॉलिज्म को मजबूती देने के लिए किन चीज़ों का सहारा लिया जा सकता है।

ताज़े फल

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ताज़े फलों का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में काफी मददगार साबित हो सकता है। कुछ फलों में एंटी-ओबेसिटी गुण होते हैं जो फैट को कम करके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके लिए आप सेब, केला, अंगूर, ब्लूबेरी और संतरे जैसे फलों का सेवन कर सकते हैं।

ताज़ी सब्ज़ियां

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मेटाबॉलिज्म को मजबूत बनाने के लिए सब्जियों का सेवन भी काफी मदद कर सकता है। सब्जियों में फाइटोकेमिकल्स व एंटी-ओबेसिटी गुण होते हैं, जो फैट बढ़ाने वाले एडिपोस टिश्यू को बढ़ने से रोकते हैं और मेटाबॉलिज्म को मजबूत करने में सहायता करते हैं। इसके लिए आप अपने आहार में शकरकंद, शिमला मिर्च, गोभी, लेटिस और ब्रोकली जैसी सब्जियों को शामिल कर सकते हैं।

हल्दी

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मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करने के लिए हल्दी का सेवन भी किया जा सकता है। इसके लिए आप हल्दी वाले दूध या हल्दी वाली चाय का सहारा ले सकते हैं। हल्दी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखने में सहायता करते हैं।

लहसुन

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लहसुन की मदद भी आप मेटाबॉलिज्म को सही रखने के लिए ले सकते हैं। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। जो मेटाबॉलिज्म को मजबूत करने का काम करते हैं। भोजन के ज़रिये लहसुन का सेवन करने के साथ ही आप लहसुन की कच्ची कली का सेवन भी रोज़ाना कर सकते हैं।

ग्रीन टी

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मेटाबॉलिज्म को मजबूत बनाने के लिए आप ग्रीन टी की मदद ले सकते हैं। ग्रीन टी में एपिगैलोकैटेचिन-3-गैलेट तत्व पाया जाता है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में सहायता करता है।

मसूर की दाल

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मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के लिए आप मसूर की दाल का सेवन भी कर सकते हैं। मसूर की दाल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीडायबिटीक गुण होते हैं जो मेटाबॉलिज्म के स्तर को सुधारने में सहायता करते हैं।

उत्तर प्रदेश

संभल में 46 साल बाद खुले मंदिर के कुएं से निकली माता पार्वती की खंडित मूर्ति

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे प्रशासन को बीते दिनों करीब 46 साल से बंद पड़ा मंदिर मिला था। यह मंदिर उसी इलाके में है, जहां हिंसा हुई थी और लंबे समय से बंद था। इस हिंदू मंदिर में पहले महादेव की मूर्ति निकली।

उसके बाद मंदिर के प्रांगण में स्थित कुएं की खुदाई की गई। इसके बाद इस मंदिर से मां पार्वती की खंडित प्रतिमा बरामद की गई है। फिलहाल पुलिस ने इस प्रतिमा को अपने कब्जे में ले लिया है और जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। हालातों को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।

बता दें कि संभल के नखासा थाना इलाके के मोहल्ला ख़ग्गू सराय में स्थित शिव मंदिर के कपाट खुलने के बाद खुद पुलिसकर्मियों ने मूर्तियों की सफाई की थी। इस दौरान हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा आसमान गूंज उठा था। 46 साल बाद खुले मंदिर में पूजा शुरू कर दी गई है। आज भी बड़ी संख्या में भक्त जलाभिषेक करने पहुंचे थे।

ये शिव मंदिर सपा सांसद ज़ियाउर्रहमान बर्क के घर से कुछ ही दूरी पर स्थित है। इस शिव मंदिर पर प्राचीन महादेव मंदिर लिख दिया गया है और मंदिर परिसर में मिले कुएं की खुदाई भी की जा रही है।

बताया जा रहा है कि प्रशासन अब इस मंदिर की कार्बन डेटिंग कराएगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने भस्म शंकर मंदिर, शिवलिंग और वहां मिले कुएं की कार्बन डेटिंग कराने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को एक पत्र लिखा है. इस जांच के जरिए प्रशासन इस बात की जानकारी प्राप्त करेगा कि ये मंदिर और इसकी मूर्ति कितनी पुरानी हैं.

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