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मुख्य समाचार

शिवसेना को एक और झटका, नवी मुम्बई के 32 कॉर्पोरेटर शिंदे कैंप में शामिल

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एकनाथ शिंदे

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मुंबई। हाल ही में महाराष्ट्र की सत्ता गंवाने वाली शिवसेना को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। नवी मुम्बई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में शिवसेना के 32 कॉर्पोरेटरों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को समर्थन दिया है।

खबर यह भी आ रही है कि कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका में शिवसेना के 55 कॉर्पोरेटरों ने एकनाथ शिंदे गुट को समर्थन दिया है। कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के अध्यक्ष राजेश मोरे भी शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं।

नवी मुंबई के कॉर्पोरेटरों ने कहा कि हम एकनाथ शिंदे के साथ रहेंगे। एकनाथ शिंदे को एक छोटा कार्यकर्ता भी फोन करता है, तो वे जवाब देते हैं। उद्धव ठाकरे के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है।

बता दें कि एक दिन पहले ही ठाणे में शिवसेना के 67 में से 66 पार्षदों ने एकनाथ शिंदे से मिलकर समर्थन दिया था। ठाणे नगर निगम मुंबई के बाद प्रमुख नगर निगम मानी जाती है।

9 निगमों में से तीन पर शिवसेना को झटका

मुंबई महानगर क्षेत्र में मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, कल्याण-डोंबिवली, उल्हासनगर, मीरा भायंदर, वसई-विरार, पनवेल और भिवंडी निजामपुर जैसी 9 महत्वपूर्ण नगर निगम हैं।

ठाणे में एकनाथ शिंदे की पकड़ पहले से ही मजबूत मानी जाती है। अब शिंदे ने 3 नगर निगम पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। माना जा रहा कै कि आने वाले समय में यह संख्या और बढ़ सकती है।

बगावत से गिरी थी महाविकास आघाड़ी सरकार

गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानपरिषद के चुनाव नतीजों के बाद बगावत कर दी थी। शिवसेना में टूट के चलते उद्धव के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई। इसके बाद एकनाथ शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बने। शिंदे खेमे में 40 शिवसेना के और 10 निर्दलीय विधायक शामिल हैं।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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