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उत्तर प्रदेश

एटीएस ने भेजा मुर्तजा के चाचा डॉ. खालिद अब्बासी को नोटिस, आरोपी के मां-बाप से लखनऊ में जारी पूछताछ

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गोरखनाथ मंदिर हमला प्रकरण में एटीएस ने आरोपी मुर्तजा के चाचा और शहर के मशहूर डॉक्टर व अब्बासी नर्सिंगहोम के मालिक डॉ. खालिद अब्बासी को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। शुक्रवार की देर शाम उन्हें इसका नोटिस दिया गया था और शनिवार को लखनऊ पहुंचना था। हालांकि, उम्र का हवाला देकर डॉ. अब्बासी ने लखनऊ हेड ऑफिस जाने से मना करते हुए गोरखपुर आफिस में ही पूछताछ/बयान दर्ज करने का आग्रह किया है।

इसके लिए उन्होंने कानून का भी हवाला दिया है। वहीं दूसरी तरफ मुर्तजा के माता-पिता अभी भी लखनऊ में ही हैं। एटीएस उनसे बैंक खाते के लेनदेन के बारे में पूछताछ कर रही है। गोरखनाथ मंदिर पर तैनात सुरक्षा कर्मियों पर हमले के आरोपी मुर्तजा को मंगलवार को एटीएस ने अपनी कस्टडी में ले लिया और उसी रात 10 बजे एटीएस मुख्यालय लखनऊ ले गई।

बुधवार की रात में मुर्तजा के मां-बाप को भी एटीएस पूछताछ के लिए ले गई अभी उनसे पूछताछ जारी है। इसी बीच शुक्रवार की रात मुर्तजा के चाचा डॉ. अब्बासी को सी आरपीसी की धारा 160 के तहत एटीएस ने पूछताछ और बयान दर्ज करने के लिए नोटिस रिसीव कराया। नोटिस में कहा गया है कि 9 अप्रैल को उन्हें एटीएस मुख्यालय पहुंचना है। सहयोग न करने पर धारा 174 के तहत विधिक कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई।

यह नोटिस केस के विवेचक की तरफ से जारी किया गया था। नोटिस मिलने के बाद डॉ. अब्बासी शनिवार को गोरखपुर स्थित एटीएस कार्यालय पर बयान देने पहुंच गए। हालांकि, वहां उनका बयान नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने एटीएस मुख्यालय को ईमेल भेजकर नोटिस का जवाब दिया है। उसमें उन्होंने धारा 160 सीआरपीसी के नियम का जिक्र करते हुए कहा है कि उनकी उम्र 65 वर्ष है। ऐसे में वह लखनऊ जाकर बयान दर्ज कराने में असमर्थ हैं। उन्होंने अपना बयान गोरखपुर में ही दर्ज कराने और मामले की विवेचना से संबंधित पूछताछ करने का अनुरोध किया है।

एटीएस ने इन दस्तावेज के साथ आने को कहा

एटीएस ने डॉ. अब्बासी को अपना आधार कार्ड, पहचान पत्र और निवास प्रमाण पत्र सहित अन्य सभी ​जरूरी दस्तावेज साथ लेकर आने को कहा था।

डॉ. अब्बासी के फोन कर पूछने पर घर से भागा था मुर्तजा

डॉक्टर अब्बासी ने 2 अप्रैल को एटीएस के आने के बाद अपने भतीजे मुर्तजा को फोन कर पूछा था कि पुलिस उसके बारे में पूछताछ क्यों कर रही है। उसके बाद वह घर से भाग गया था और अगले दिन उसने यह घटना कर दी थी।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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