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खेल-कूद

बस्ती का लाल आंजनेय सूर्यवंशी क्रिकेट जगत में बिखेरेगा अपनी चमक, रणजी टीम में चयन

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बस्ती (उप्र)। भारत में क्रिकेट को लेकर कितना जूनून है यह बताने की जरूरत नहीं है। यहाँ क्रिकेट को लोग धर्म की तरह मानते हैं। इसी क्रम में बस्ती का एक लाल क्रिकेट की इस चमकदार दुनिया में अपने प्रतिभा की चमक बिखेरने के लिए तैयार है।

दरअसल, उप्र के बस्ती जिले के निवासी आंजनेय सूर्यवंशी का चयन प्रदेश की रणजी टीम में हुआ है। जनपद के सिविल लाइन्स निवासी धीरेन्द्र पाल के पुत्र आंजनेय के इस चयन से जनपदवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

आंजनेय सूर्यवंशी उप्र की रणजी टीम में सलामी बल्लेबाज के रूप में अपने खेल का जौहर दिखाएंगे। इससे पूर्व आंजनेय सीके नायडू क्रिकेट प्रतियोगिता में उप्र की ओर से खेलते हुए 488 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे थे। बता दें गोरखपुर क्षेत्र से करीब 15 साल बाद किसी खिलाड़ी का चयन रणजी टीम में हुआ है।

आंजनेय सूर्यवंशी की बात करें तो बाल्यकाल से ही इनके प्रतिभा ने परिवार वालों के दिलोदिमाग पर दस्तक देनी शुरू कर दी थी तभी तो पिता धीरेन्द्र पाल अपने कारोबार को कम समय देते हुए प्रतिदिन बेटे को लेकर दोपहर 12 बजे गोरखपुर जाते थे जहाँ सेंट एंड्रूज कॉलेज के क्रिकेट मैदान में आंजनेय शाम तक पसीना बहाते थे।

धीरेन्द्र पाल बताते हैं कि गोरखपुर क्रिकेट असोसिएशन के जी.एन.तिवारी व शफीक सिद्दिकी ने मैदान उपलब्ध कराने में हमेशा मदद की। आंजनेय को मैदान के किसी भी हिस्से में अभ्यास करने की छूट थी।

नैसर्गिक प्रतिभा के धनी आंजनेय सूर्यवंशी का चयन अंडर 14 की टीम में भी हुआ था इसके बाद वह कभी टीम से बाहर नहीं हुए।

वर्ष 2015-16 में उप्र की अंडर 14 टीम की ओर से खेलते हुए आंजनेय ने 412 बनाकर यह संकेत दे दिया था कि उनकी मंजिल कहाँ है। 2016-17 में अंडर 16 में खेलते हुए आंजनेय ने 482 रन बनाए।

2017-18 व 2018-19 में आंजनेय ने अंडर 19 में उप्र का प्रतिनिधित्त्व किया और फिर अंततः सीके नायडू ट्राफी में सर्वाधिक 488 रन बनाकर उप्र की रणजी टीम का हिस्सा बन गए।

बताते चले कि करीब 15 वर्ष पूर्व गोरखपुर के रणजीत यादव उप्र की रणजी टीम से खेले थे। उससे पहले परवेज़ हसन, अख़लाक़ अहमद व पंकज अग्रवाल भी उप्र की रणजी टीम का हिस्सा रह चुके हैं।

आंजनेय के चयन से क्षेत्र के क्रिकेट प्रेमियों में हर्ष का माहौल है और सभी ने आंजनेय को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।बधाई देने वालों में मंडल क्रिकेट असोसिएशन के अध्यक्ष जी.एन।तिवारी, उपाध्यक्ष शफीक सिद्दिकी, राजीव कुमार विज, सऊफ सिद्दिकी, लक्ष्य स्पोर्ट्स एकेडमी के अध्यक्ष डॉ.राजेश यादव, सचिव डॉ.त्रिलोक रंजन, कोषाध्यक्ष डॉ.अम्बुज श्रीवास्तव, खिलाड़ी व कोच अकरम खान कल्याण सिंह, दुर्गेश चौधरी, सुरेश पाण्डेय व विनय चन्द्र कौशिक आदि शामिल हैं।

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खेल-कूद

भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा पर लगा धोखाधड़ी का आरोप, अरेस्ट वारंट जारी

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नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा को PF में धोखाधड़ी के मामले में अरेस्ट वारंट जारी हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक उथप्पा सेंटॉरस लाइफस्टाइल ब्रांड प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी में हिस्सेदार हैं। इस कंपनी ने कर्मचारियों के खातों से प्रोविडेंट फंड यानी PF का पैसा तो काट लिया लेकिन उसे जमा नहीं किया। जिसके कारण से लगभग 23 लाख रुपए की धोखाधड़ी सामने आई है। इसी वजह से 4 दिसंबर को उथप्पा के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया था। उन्हें पूरे पैसे जमा करने के लिए 27 दिसंबर तक का समय भी दिया गया। लेकिन अगर वह ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो उन्हें फिर गिरफ्तार किया जा सकता है। अब इससे पहले ही उथप्पा की तरफ से बयान सामने आया है।

रॉबिन उथप्पा ने कंपनियों को उधार दिए थे पैसे

रॉबिन उथप्पा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि मेरे खिलाफ PF मामले की हाल की खबरों सामने आने के बाद, मैं स्ट्रॉबरी लेंसेरिया प्राइवेट लिमिटेड, सेंटारस लाइफस्टाइल ब्रांड्स प्राइवेट लिमिटेड और बेरीज फैशन हाउस के बारे में अपनी भागीदारी के बारे में बताना चाहता हूं। मुझे 2018-19 में इन कंपनियों में डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था। क्योंकि कर्ज के तौर पर मैंने इन कंपनियों को पैसे दिए थे। मेरे पास सक्रिय कार्यकारी भूमिका नहीं थी, एक प्रोफेशनल क्रिकेटर, टीवी प्रेजेंटर और कमेंटेटर के रूप में काम को देखते हुए मेरे पास इसमें भाग लेने के लिए समय नहीं था। आज तक जिन अन्य कंपनियों को मैंने कर्ज दिया है। उनमें भी कार्यकारी भूमिका नहीं निभाता हूं।

 

 

 

 

 

 

 

 

ऊपर से ये कंपनिया मेरे द्वारा दिए गए उधार को चुकाने में असफल रही हैं। जिसके कारण मुझे कानूनी कार्यवाही शुरू करनी पड़ी। कई साल पहले मैंने डायरेक्टर के पद से भी इस्तीफा दे दिया था। जब PF अधिकारियों ने बकाया भुगतान की मांग की, तो मेरी कानूनी टीम ने जवाब दिया और बताया कि इसमें मेरी कोई भी भूमिका नहीं है। इसके बाद कार्यवाही जारी है। मेरे कानूनी सलाहकार आने वाले दिनों में इस मामलों को सुलझाने के लिए कदम उठाएंगे। मैं मीडिया से भी आग्रह करना चाहूंगा कि वे कृपया पूरे तथ्य पेश करें।

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