Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

5 राज्यों के चुनाव में भाजपा ने खर्च किए 340 करोड़ रुपये, कांग्रेस ने 194 करोड़

Published

on

Loading

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने इस साल फरवरी-मार्च में हुए देश के 5 राज्यों के चुनाव में 340 करोड़ रुपये की बड़ी रकम खर्च की थी। आयोग की ओर से पार्टी को दिए गए खर्च के ब्योरे में यह जानकारी दी गई है। कांग्रेस ने इन चुनावों में 194 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम खर्च की थी।

चुनाव आयोग को दोनों दलों की ओर से 5 राज्यों के चुनाव में खर्च की गई रकम की डिटेल दी गई थी, जिसे अब आयोग ने सार्वजनिक किया है। भाजपा की ओर से दिए गए ब्योरे के मुताबिक उसने उप्र, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब विधानसभा चुनावों में प्रचार अभियान पर 340 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए।

डी गई जानकारी के मुताबिक भाजपा ने उप्र में सर्वाधिक 221 करोड़ रुपये खर्च किए। इसके अलावा मणिपुर में 23 करोड़, उत्तराखंड में 43.67 करोड़, पंजाब में 36 करोड़ से अधिक और गोवा में 19 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए थे।

कांग्रेस द्वारा दिए गए ब्योरे के मुताबिक उसने इन पांच राज्यों में प्रचार अभियान पर 194 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। भाजपा और कांग्रेस को राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त है। लोकसभा और राज्य विधानसभाओं का चुनाव लड़ने वाले दलों के लिए एक निर्धारित समयसीमा के भीतर निर्वाचन आयोग को प्रचार अभियान में हुए खर्च का ब्योरा देना अनिवार्य है।

बता दें कि यूपी, पंजाब और उत्तराखंड समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे इसी वर्ष 10 मार्च को आए थे। भाजपा ने यूपी, उत्तराखंड, गोवा में वापसी की तो मणिपुर में भी सत्ता हासिल कर ली।

ब्योरे के मुताबिक 5 राज्यों में सबसे अधिक रकम भाजपा की ओर से ही खर्च की गई, जबकि कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर पर रही है। कांग्रेस को किसी भी राज्य में जीत नहीं मिल सकी थी।

नेशनल

शराब घोटाला: केजरीवाल के खिलाफ चलेगा केस, एलजी ने ईडी को दी मंजूरी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैँ। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने ईडी को आबकारी नीति मामले में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। 5 दिसंबर को ईडी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी।

ईडी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और कस्टमाइज शराब नीति बनाकर निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी का यह भी कहना है कि केजरीवाल ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इस रकम को छुपाने की कोशिश भी की। बता दें यह मामला राउज एवेन्यू कोर्ट में पहले से दर्ज है।

ईडी ने जो शिकायत दायर कि है उसमें आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और एक विशेष शराब नीति तैयार करके उसे लागू करके निजी संस्थाओं को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी ने अभियोजन शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अपराध की आय से लगभग 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा चुनावों में केजरीवाल की मिलीभगत और सहमति से आप के प्रचार के लिए किया गया।

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि आप अपराध की आय का ‘मुख्य लाभार्थी’ थी और केजरीवाल राष्ट्रीय संयोजक और राजनीतिक मामलों की समिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य होने के नाते गोवा चुनावों के दौरान धन के उपयोग के लिए जिम्मेदार थे। ED ने रिपोर्ट में उल्लेख किया कि अरविंद केजरीवाल ने इस पीओसी (अपराध की आय) को नकद हस्तांतरण/हवाला हस्तांतरण के माध्यम से पीढ़ी से लेकर उपयोग तक छुपाया है। इसलिए, आरोपी अरविंद केजरीवाल वास्तव में और जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध से जुड़ी अलग अलग प्रक्रियाओं और गतिविधियों में शामिल हैं, यानी पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम), 2002 की धारा 3 के तहत परिभाषित उत्पादन, अधिग्रहण, कब्जा, छिपाना, हस्तांतरण, उपयोग और इसे बेदाग होने का दावा करना है।

Continue Reading

Trending