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मुख्य समाचार

अशोक गहलोत के भाई के घर CBI की रेड, पोटाश घोटाले से जुड़ा है मामला

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जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री व कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के घर सीबीआई ने छापा मारा है। इससे पहले अग्रसेन गहलोत के घर ईडी का छापा पड़ा था।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आज शुक्रवार सुबह सीएम गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के घर सीबीआई की टीम पहुंची। इस टीम में पांच अधिकारी दिल्ली से और पांच अधिकारी जोधपुर से हैं।

फिलहाल टीम के सदस्य जांच में जुटे हैं। अग्रसेन गहलोत घर पर ही हैं। सीबीआई की एक टीम उनके पावटा स्थित दुकान पर भी पहुंची है। हालांकि सीबीआई की इस कार्रवाई को राहुल गांधी के लिए अशोक गहलोत द्वारा दिल्ली में किए जा रहे प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है।

क्या है मामला

डायरेक्ट्रोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने 2012-13 में पोटाश घोटाले का खुलासा किया था। ईडी के अनुसार अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि, म्यूरियेट ऑफ पोटाश (एमओपी) फर्टिलाइजर के एक्सपोर्ट पर बैन होने के बावजूद उसके निर्यात में शामिल थी।

एमओपी को इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) आयात कर किसानों को सब्सिडी पर बेचती है। अग्रसेन गहलोत आईपीएल के ऑथराइज्ड डीलर थे। 2007 से 2009 के बीच उनकी कंपनी ने सब्सिडाइज रेट पर एमओपी खरीदा।

उसे किसानों को बेचने के बजाय मुनाफा में दूसरी कंपनी को बेच दिया गया। उन कंपनियों ने एमओपी को इंडस्ट्रियल सॉल्ट के नाम पर मलेशिया और सिंगापुर पहुंचा दिया। इस मामले की जांच ईडी में लंबित चल रही है।

मामले में कस्टम विभाग ने अग्रसेन की कंपनी पर करीब 5.46 करोड़ रुपए की पेनाल्टी भी लगाई थी। इस मामले की जांच ईडी भी कर रही है। वहीं हाईकोर्ट ने ईडी से जुड़े मामले में अग्रसेन गहलोत की गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी। अब मामले की सीबीआई ने जांच शुरू की है।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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