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प्रादेशिक

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा-2022 में चयनित अभ्यर्थियों को सीएम योगी ने दी बधाई

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लखनऊ। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट घोषित कर दिया। नतीजे घोषित होने के बाद सीएम योगी ने सभी सफल अभ्यर्थियों को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं। अपने आधिकारिक ट्विवटर हैंडल पर सीएम योगी ने लिखा, ‘यूपीएससी की प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा-2022’ में सफल सभी अभ्यर्थियों को बहुत-बहुत बधाई। पूर्ण विश्वास है कि आप सभी ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना, अटूट कर्तव्यनिष्ठा व पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ ‘आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देंगे। आप सभी के उज्ज्वल भविष्य हेतु अनंत मंगलकामनाएं।’

उल्लेखनीय है कि फाइनल रिजल्ट में कुल 933 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है, जिसमें से 345 जनरल, 99 ईडब्ल्यूएस, 263 अन्य पिछड़ा वर्ग, 154 एससी और 72 एसटी उम्मीदवार शामिल हैं। 178 अभ्यर्थियों की रिजर्व लिस्‍ट भी तैयार की गई है। आईएएस पदों पर चयन के लिए 180 अभ्यर्थी शॉर्टलिस्‍ट हुए हैं। आयोग ने इस बार टॉपर्स की लिस्ट भी जारी की है। टॉपर्स की टॉप टेन लिस्ट में 6 लड़कियां और 4 लड़के हैं। सिविल सेवा परीक्षा 2022 में इशिता किशोर ने पहली रैंक हासिल की है। इसके बाद गरिमा लोहिया, उमा हरथी एन और स्मृति मिश्रा रहीं। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सितंबर, 2022 में सिविल सेवा परीक्षा के तहत लिखित परीक्षा, 2022 का आयोजन किया था। इसके बाद जनवरी से मई 2023 के बीच पर्सनैलिटी टेस्ट के लिए इंटरव्यू हुए थे।

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में बाघ का आतंक : वन विभाग ने पकड़ने के लिए किए तरह – तरह के उपाय, नहीं आ रहा है हाथ

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लखनऊ। रहमानखेड़ा केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में बाघ ने एक और पड़वे (भैंस के बच्चे) का शिकार किया है। यह बाघ का 15वां शिकार है। बाघ ने वन विभाग को एक बार फिर चकमा देते हुए जंगल में उसी जगह शिकार किया जहां उसको फंसाने के लिए गड्ढा खोदा गया है। जंगल के जोन एक के बेल वाले ब्लॉक में वन विभाग ने 15 फीट गहरा गड्ढा खोद झाड़ियों से ढक दिया है ताकि बाघ शिकार करने का प्रयास करें तो गहरे गड्ढे में गिर जाए।

फिर उसे ट्रैंकुलाइज किया जा सके। यहीं एक पिंजरा भी लगाया गया है जिसमें पड़वे को बांधा गया था। हालांकि वन विभाग की सारी तरकीबें धरी रह गई हैं। मंगलवार भोर में बाघ ने पड़वा को अपना निवाला बनाया। न वो पिंजरे में फंसा न गड्ढे में गिरा। सुबह जानकारी पर जांच करने पहुंची टीम को पड़वे का क्षतविक्षत शव मिला। मौके से बाघ के पगचिह्न भी मिले।

विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ 24 घंटे के अंदर अपने शिकार का बचा हुआ मांस खाने के लिए दोबारा आ सकता है। वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में मीठेनगर, उलरापुर और दुगौली के आसपास मौजूद जंगल में डायना और सुलोचना हथिनियों से कॉम्बिंग की लेकिन उसका पता नहीं लगा। शिकार की जानकारी पर अपर मुख्य वन संरक्षक रेणू सिंह ने टीम लीडर आकाशदीप बधावन व डीएफओ सितांशु पांडेय के साथ शिकार स्थल का जायजा लिया। यहां सक्रिय टीम को मृत पड़वे के पास निगरानी करने का निर्देश दिए।

तीन दर्जन से अधिक वाहनों की आवाजाही नो- गो- जोन में कर रही शोर गुल

वन विभाग ने रहमान खेड़ा में नो-गो जोन घोषित किया है। इसके बावजूद वन विभाग के ही 30 से ज्यादा वाहनों की हलचल यहां हर दिन रहती है। मंगलवार को दोपहर में अधिकारियों समेत वन विभाग टीम के करीब दो दर्जन चार पहिया वाहन कमांड ऑफिस के आस-पास खड़े थे। संस्थान के कर्मियों के वाहन व बसों की आवाजाही भी यहां रहती है। मचान व पिंजरों के पास भी वाहनों के साथ अधिकारी आ जा रहे हैं। इसी के चलते बाघ पकड़ में नहीं आ पा रहा है।

 

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