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प्रादेशिक

कोविड नेगेटिव होते ही DRDO अस्पताल पहुंचे सीएम योगी, 2 दिन के अंदर चालू करने को कहा

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लखनऊ। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आज कोविड निगेटिव होने के पश्चात जनपद लखनऊ में बन रहे डीआरडीओ के कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री द्वारा डीआरडीओ के कोविड अस्पतालों को 02 दिन के अन्दर चालू करने के लिए कहा गया है। डीआरडीओ के कोविड अस्पताल में 500 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है जिसमें 300 आईसीयू के बेड हैं। उन्होंने बताया कि कोविड के विरूद्ध लड़ने के लिए टीम-11 का पुनर्गठन करते हुए टीम-09 में गठन किया गया है। 09 वरिष्ठ अधिकारियों की यह टीम राज्य स्तर पर कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों को देखेगी। नीतिगत निर्णय लेगी और उसे लागू करा सकेगी। टीम-11 की तरह ही यह टीम-09 सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करेगी। आपदा की इस घड़ी में हम सभी जनहित में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना सुनिश्चित करेंगे।

सहगल ने बताया कि नवगठित टीम 09 में टीम-1 के अध्यक्ष श्री सुरेश कुमार खन्ना, मा0 चिकित्सा मंत्री की टीम द्वारा सरकारी व निजी चिकित्सालयों में आई0सी0यू0 व ऑक्सीजन युक्त बेड्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी, सभी चिकित्सालयों में मैनपावर की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी, प्रदेश में चल रहे टीकाकरण अभियान को सुचारू रूप से सम्पन्न कराना तथा आवश्यक संख्या में टीकों की आपूर्ति की व्यवस्था करना, भारत सरकार के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से समन्वय करना, प्रदेश में कोरोना वायरस के सम्भावित एवं संक्रमित व्यक्तियों का प्रभावी इलाज एवं देखभाव, प्रदेश में कोविड 19 से सम्बंधित चिकित्सीय व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना जिनमें चिकित्सालयों में आइसोलेशन वार्ड, इवाइयां एवं मास्क आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु, प्रदेश में मेडिकल काॅलेज, जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करना है।

टीम-1 में श्री संदीप सिंह मा0 चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री जी, अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा सदस्य हैंे। टीम-2 के अध्यक्ष श्री जय प्रताप सिंह मा0 चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जी की टीम द्वारा प्रदेश में एम्बुलेंस की सेवाओं को सुचारू रूप से सुनिश्चित कराना, प्रदेश स्तर पर एवं सभी जनपदों में इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल रूम की व्यवस्था की नियमित रूप से समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करना कि प्रत्येक व्यक्ति की जिज्ञासा व अनुरोध सही अधिकारी व विभाग तक अवश्य पहुंच जाए, सभी आवश्यक दवाइयों के अतिरिक्त त्मउकमेपअपत – ज्वबपसप्रनउंइ की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित कराना, होम क्वारेंटाइन की सुचारू व्यवस्था तथा मेडिकल किट उपलब्ध कराना और इसकी नियमित समीक्षा करना टीम-2 में श्री अतुल गर्ग, मा0 चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री जी, अपर मुख्य सचिव/चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, राहत आयुक्त सदस्य हैं, टीम-3 के अध्यक्ष मुख्य सचिव की टीम द्वारा भारत सरकार एवं अन्य राज्य सरकारों से महत्वपूर्ण मुद्दों पर समन्वय स्थापित करना, भारत सरकार को प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से अवगत कराना, भारत सरकार के सभी पत्रों का तत्काल व यथा सम्भव उसी दिन उत्तर भेजना सुनिश्चित कराना, अन्तर्विभागीय समन्वय सुनिश्चित करना, टीम-3 में अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव, गृह/चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण/चिकित्सा शिक्षा सदस्य हैं।

टीम-4 के अध्यक्ष अवस्थापना एवं औद्योगित विकास आयुक्त प्रदेश की औद्योगिक इकाईयों का सभी दिन व व्यावसायिक इकाइयों का बन्दी के दिनों को छोड़कर संचालन सुनिश्चित करना, सभी इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना सुनिश्चित करना, सभी औद्योगिक व व्यावसायिक इकाइयों में काम करने वाले कार्मिकों (नियमित/दैनिक वेतन/संविदा पर) की समस्याओं का शासन, जिला प्रशासन व इकाई स्तर पर आवश्यक निराकरण सुनिश्चित कराना है। टीम-4 में अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास/सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग/श्रम एवं सेवायोजन सदस्य हैं।

टीम-5 के अध्यक्ष कृषि उत्पादन आयुक्त गेहूं क्रय की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित कराना तथा किसानों को गेहूं के मूल्य का समय से भुगतान सुनिश्चित कराना, किसानों को समय से खाद, बीज आदि सभी आवश्यक इनपुट्स की व्यवस्था सुनिश्चित कराना, गो आश्रय स्थलों में भूसे, चारे आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराना आदि, समिति यह भी सुनिश्चित करेगी कि सभी आवश्यक सामग्रियां जनमानस को उचित मूल्य पर ही मिलें तथा बढ़ा-चढ़ाकर मूल्य लिये जाने की सूचनाएं प्राप्त न हो। टीम-5 में अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव, कृषि/कृषि विपणन/उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण/चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास/परिवहन/खाद्य एवं नागरिक आपूति/दुग्ध विकास एवं पशुधन/निदेशक, मण्डी सदस्य हैं। टीम-6 के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव, गृह प्रदेश में आॅक्सीजन की समुचित व समय से व्यवस्था सुनिश्चित कराना तथा इस हेतु भारत सरकार अन्य प्रदेशों तथा आपूर्तिकर्ताओं एवं ट्रांस्पोर्टरों से समन्वय स्थापित करना है। टीम-6 के प्रमुख सचिव, खाद्य एवं औषधि सुरक्षा प्रशासन/परिवहन/अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था/पी0ए0सी0) सदस्य हैं।

टीम-7 के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव, राजस्व प्रवासी कामगारों के प्रदेश में आने पर रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों तथा सभी जिलों में उनकी जांच तथा जिनके लिए आवश्यक हो क्वारेंन्टाइन की व्यवस्था सुनिश्चित करना है। टीम-7 के राहत आयुक्त/सचिव, गृह सदस्य हैं। टीम-8 के अध्यक्ष पुलिस महानिदेशक कन्टेनमेंट जोन में प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित कराना तथा पूरे प्रदेश में मास्क की अनिवार्यता को सुनिश्चित कराना, साप्ताहिक बन्दी के आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराना, सभी जेलों में साफ-सफाई सुनिश्चित करना तथा उन्हें सेनिटाइज करना, टेªेनिंग सेन्टर, पी0एस0सी0 बटालियन को सेनीटाइज करना एवं इसमें तैनात फोर्स को रिजर्व के रूप में तैयार करना जिससे आवश्यकता पड़ने पर उन्हें फील्ड में तैनात किया जा सके, सभी पुलिस लाइनों में कोविड केयर सेन्टर स्थापित कराकर उन्हें नियमित रूप से संचालित करना।

टीम-8 के पुलिस महानिदेशक, कारागार/टेªनिंग एवं अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था/पी0ए0सी0) सदस्य हैं। इसी प्रकार टीम-9 के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज प्रदेश के सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करना एवं उसकी नियमित रूप से समीक्षा करना, प्रदेश के सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समितियों को सक्रिय रखना व उनकी नियमित समीक्षा करना, पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था को नियमित रूप से लागू कराना, सम्पूर्ण प्रदेश में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराना। टीम-9 के अपर मुख्य सचिव, नगर विकास, प्रबंध निदेशक, उ0प्र0 जल निगम, निदेशक पंचायती राज सदस्य हैं।

इसके अतिरिक्त, अपर मुख्य सचिव सूचना टीम-09 के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जनहित में व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराएंगे।

सहगल ने बताया कि कोविड संक्रमण के दृष्टिगत प्रदेश में कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यालयों में 10 मई तक अवकाश रखा गया है। जिसमें कोचिंग संस्थाएं भी बंद रहेंगी तथा ऑनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रखी गयी है। उन्होंने बताया कि आज शुक्रवार रात्रि 08 बजे से मंगलवार प्रातः 07 बजे तक तक के साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू किया जायेगा। इस अवधि में औद्योगिक गतिविधियां यथावत संचालित होती रहें। टीकाकरण के लिए आवागमन करने वालों को भी छूट दी जाएगी। इसके अलावा केवल आवश्यक सेवाएं जारी रहेगी।

सहगल ने बताया कि  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशानुसार प्रदेश सरकार द्वारा कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने की सभी व्यवस्थाए की जा रही हैं। प्रदेश में कोविड प्रबंधन को पूरी प्रतिबद्धता के साथ लागू कर इस महामारी को रोकने की कार्यवाही की जा रही है, जिससे संक्रमण के अन्य अधिक जनसंख्या वाले प्रदेशों से उ0प्र0 में कम हैं। प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए एग्रेसिव टेस्टिंग, एग्रेसिव सर्विलांस तथा एग्रेसिव वैक्सीनेशन किया जा रहा है जिसके तहत एक दिन में 02 लाख 44 हजार से अधिक टेस्ट प्रदेश में किये गये हैं। उन्होंने बताया कि 02 लाख 44 हजार से अधिक टेस्ट में 01 लाख से अधिक टेस्ट सिर्फ आरटीपीसीआर के माध्यम से किये गये हैं तथा 22 हजार से अधिक टेस्ट प्राइवेट प्रयोगशालाओं के माध्यम से किये गये हैं।

सहगल ने बताया कि पूरे प्रदेश में समय से आॅक्सीजन की सप्लाई की माॅनीटरिंग टीम-09 के माध्यम से की जा रही है। कल पूरे प्रदेश में 620 मी0टन आॅक्सीजन की सप्लाई की गयी। इण्डियन आॅयल द्वारा 40 मी0टन के दो बड़े टैंकर उपलब्ध कराये गये हैं। उन्होंने बताया कि उद्योगों में 75,650 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये गये हैं। इन कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से औद्योगिक संस्थानों में आने वाले कर्मचारियों कोविड के दृष्टिगत उनके शरीर का तापमान तथा सेनिेटाइजेशन किया जा रहा है। कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से कर्मचारियों को कोविड के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है।

सहगल ने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी गन्ना किसानों वर्चुअली संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री जी गन्ना किसानों से उनका हाल-चाल लेते हुए कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में सहयोग करने की अपेक्षा भी करेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले साल गन्ना किसानों का शत-प्रतिशत भुगतान किया गया है। विगत 04 वर्षों में 01 लाख 33 हजार करोड़ का भुंगतान गन्ना किसानों को किया गया है। तथा वर्तमान में गन्ना मिलों में 60 प्रतिशत तक का भुगतान कर दिया गया है।

सहगल ने लोगों से अपील है कि मास्क का प्रयोग करे,  सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे तथा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने लोगों से किसी प्रकार की अफवाह में न आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी खबर पर बिना किसी सही सत्यापन  के बिना विश्वास न करें।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,44,148 सैम्पल की जांच की गयी, जिसमें से 1,08,037 से अधिक आरटीपीसीआर में माध्यम से जांच की गई तथा 22,000 से अधिक निजी प्रयोगशालाओं में जांच की गई।

प्रदेश में अब तक कुल 4,07,98,042 सैम्पल की जांच की गयी है। विभिन्न जनपदों द्वारा गत दिवस 1,15,142 सैम्पल आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 34,626 नये मामले आये हैं तथा 32,494 मरीज संक्रमणमुक्त हुए हैं। इस प्रकार अब तक कुल 9,28,971 से अधिक लोग कोविड संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। प्रदेश में कुल कोरोना के एक्टिव मामलों में से 2,43,730 व्यक्ति होम आइसोलेशन में हैं तथा 8,145 निजी चिकित्सालयों में एवं शेष सरकारी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।

प्रसाद ने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही है। प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,44,000 क्षेत्रों में 5,81,364 टीम दिवस के माध्यम से 3,38,02,522 घरों के 16,31,25,407 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का कोविड वैक्सीनेशन किया जा रहा है। अब तक 1,01,49,009 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई तथा पहली डोज वाले लोगों में से 22,33,929 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई। इस प्रकार कुल 1,23,82,938 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 01 मई, 2021 से  प्रथम चरण में 09 हजार से अधिक कोविड एक्टिव वाले जनपदों में  18 से 44 वर्ष वाले लोगों का वैक्सीनेशन का कार्य किया जायेगा। इन जनपदों में लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ तथा बरेली है।

उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में कोविड मरीज के भर्ती होने के लिए कोविड बेड उपलब्ध होने की स्थिति में मुख्य चिकित्साधिकारी के पत्र की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए सरकार द्वारा विस्तृत शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। उन्होंने लोगों से किसी प्रकार के अफवाह में न आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जनपदों में स्थापित इन्ट्रीगे्रटेड कन्ट्रोल कमाण्ड सेन्टर के माध्यम से कोविड मरीजों की कोविड से सम्बंधित मेडिसीन, बेड, आॅक्सीजन और अस्पताल आदि की जानकारी ली जा रही है। इन्ट्रीगे्रटेड कन्ट्रोल कमाण्ड सेन्टर के माध्यम से कोविड मरीजों की समस्याओं का समाधान करते हुए उन्हें मेडिसीन तथा अस्पतालों में भर्ती कराने हेतु एम्बुलेंस की व्यवस्था की जा रही है।

प्रसाद ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को दवाइयों का पैकेट उपलब्धत कराया जा रहा है। दवाइयों का पैकेट उपलब्ध न होने पर होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज कोविड कमाण्ड सेण्टर में फोन करके अपनी दवाइयों का पैकेट मंगा सकते हैं। जो लोग होम आइसोलेशन में हैं अगर वे डाक्टर की सलाह लेना चाहते हैं तो, वे 18001805146, 18001805145 इस हेल्पलाइन पर सम्पर्क कर सकते हैं।

प्रसाद ने लोगों से अपील है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। लोगों के प्रयासों एवं जागरूकता से संक्रमण दर में कमी आयी है। उन्होंने बताया कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”

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प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।

मिले सार्थक परिणाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।

लोगों को करेंगे जागरूक

कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।

04 श्रेणियों में होगा चयन

1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार

ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड

इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।

जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।

इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।

कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही

1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।

2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।

3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।

4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।

5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।

6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।

फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार

उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।

जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।

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