Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

कोमा में गए कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, न्यूरो फिज़ियोथेरेपी की मदद से चल रहा इलाज

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली के एम्स में भर्ती मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव लगातार 15वें दिन (बृहस्पतिवार) को भी होश में नहीं आए हैं। 10 अगस्त को भर्ती होने के बाद से राजू श्रीवास्तव लगातार बेहोश हैं उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए लाइफ सपोर्ट सिस्टम यानी वेंटिलेटर पर रखा गया है।

ताजा जानकारी के मुताबिक हार्ट अटैक के बाद बेहोश हुए राजू श्रीवास्तव कोमा में जा चुके हैं। कहा जा रहा है कि एम्स में भर्ती राजू श्रीवास्तव अब भी कोमा में हैं। राजू का ब्रेन बिल्कुल भी प्रतिक्रिया नहीं कर रहा है। हालांकि, डाक्टरों ने उम्मीद नहीं छोड़ी है।

न्यूरोफिज़ियोथेरेपी की मदद से चल रहा इलाज

एम्स सूत्रों के अनुसार, हार्ट अटैक के बाद संभवत: गिरने से ही राजू श्रीवास्तव दिमाग की एक नस ब्लॉक हो गई है। इसके चलते ही वह कोमा में हैं। इसके लिए ही न्यूरो फिज़ियोथेरेपी की मदद ली जा रही है। देश के जाने माने न्यूरो फिज़ियोथेरेपी विशेषज्ञ डा. नीतीश नायक के नेतृत्व में राजू श्रीवास्तव का इलाज किया जा रहा है।

कोमा की स्थिति में हैं राजू श्रीवास्तव

एक सप्ताह पहले 16-17 अगस्त की मध्य रात्रि को राजू श्रीवास्तव का सीटी स्कैन किया गया था, जिसके बाद बताया गया कि उनके दिमाग में पानी भर गया है। इसके बाद उनके कोमा में जाने और निधन तक की खबरें भी सोशल मीडिया पर आई थीं।

ब्रेन नहीं कर रहा है ठीक से काम

एम्स के डाक्टरों की मानें तो राजू श्रीवास्तव का हार्ट समेत अन्य अंग काम कर रहे हैं, सिर्फ ब्रेन ठीक से काम नहीं कर रहा है। उनके शरीर का संक्रमण भी पूरी तरह से खत्म हो चुका है और उनका शरीर पूरी तरह से काम कर रहा है, सिवाय ब्रेन के। इसलिए ही न्यूरो फीजियोथेरेपी की मदद ली जा रही है।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending