Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

यूपी में बीते 24 घंटे में मिले 42 नए संक्रमित, 64 लोगों ने जीती जंग

Published

on

Loading

लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान के कारण राज्य में प्रदेश के 75 में से 15 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण का अब एक भी एक्टिव केस नहीं है। बीते 24 घंटे में 42 नए संक्रमित लोग मिले हैं जबकि 64 लोगों को इस महामारी से छुटकारा भी मिला है।

उत्तर प्रदेश में अलीगढ़, अमेठी, बलिया, बहराइच, चित्रकूट, फरुर्खाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, हरदोई, कासगंज, कौशांबी, महोबा, सहारनपुर, शामली और सोनभद्र में अब कोरोना वायरस संक्रमण का एक भी एक्टिव केस नहीं है।

विगत 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 49 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि मात्र 26 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 446 है।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी अब तक 06 करोड़ 88 लाख 62 हजार 712 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। विगत 24 घंटे में 02 लाख 38 हजार 218 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 42 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 64 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए।

अब तक 16 लाख 85 हजार 689 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है। विगत दिवस दैनिक पॉजिटिविटी दर 0.01 प्रतिशत रही। उत्तर प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 70 लाख 85 हजार से अधिक कोविड वैक्सीन लगाए जा चुकी है। विगत दिवस 7 लाख 24 हजार 335 लोगों को टीका-कवर मिला।

4 करोड़ 81 लाख 47 हजार से अधिक लोगों ने कम से कम कोविड की एक खुराक ले ली है। 89 लाख 37 हजार से अधिक लोगों ने टीके की दोनों डोज प्राप्त कर ली है।

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में बाघ का आतंक : वन विभाग ने पकड़ने के लिए किए तरह – तरह के उपाय, नहीं आ रहा है हाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। रहमानखेड़ा केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में बाघ ने एक और पड़वे (भैंस के बच्चे) का शिकार किया है। यह बाघ का 15वां शिकार है। बाघ ने वन विभाग को एक बार फिर चकमा देते हुए जंगल में उसी जगह शिकार किया जहां उसको फंसाने के लिए गड्ढा खोदा गया है। जंगल के जोन एक के बेल वाले ब्लॉक में वन विभाग ने 15 फीट गहरा गड्ढा खोद झाड़ियों से ढक दिया है ताकि बाघ शिकार करने का प्रयास करें तो गहरे गड्ढे में गिर जाए।

फिर उसे ट्रैंकुलाइज किया जा सके। यहीं एक पिंजरा भी लगाया गया है जिसमें पड़वे को बांधा गया था। हालांकि वन विभाग की सारी तरकीबें धरी रह गई हैं। मंगलवार भोर में बाघ ने पड़वा को अपना निवाला बनाया। न वो पिंजरे में फंसा न गड्ढे में गिरा। सुबह जानकारी पर जांच करने पहुंची टीम को पड़वे का क्षतविक्षत शव मिला। मौके से बाघ के पगचिह्न भी मिले।

विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ 24 घंटे के अंदर अपने शिकार का बचा हुआ मांस खाने के लिए दोबारा आ सकता है। वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में मीठेनगर, उलरापुर और दुगौली के आसपास मौजूद जंगल में डायना और सुलोचना हथिनियों से कॉम्बिंग की लेकिन उसका पता नहीं लगा। शिकार की जानकारी पर अपर मुख्य वन संरक्षक रेणू सिंह ने टीम लीडर आकाशदीप बधावन व डीएफओ सितांशु पांडेय के साथ शिकार स्थल का जायजा लिया। यहां सक्रिय टीम को मृत पड़वे के पास निगरानी करने का निर्देश दिए।

तीन दर्जन से अधिक वाहनों की आवाजाही नो- गो- जोन में कर रही शोर गुल

वन विभाग ने रहमान खेड़ा में नो-गो जोन घोषित किया है। इसके बावजूद वन विभाग के ही 30 से ज्यादा वाहनों की हलचल यहां हर दिन रहती है। मंगलवार को दोपहर में अधिकारियों समेत वन विभाग टीम के करीब दो दर्जन चार पहिया वाहन कमांड ऑफिस के आस-पास खड़े थे। संस्थान के कर्मियों के वाहन व बसों की आवाजाही भी यहां रहती है। मचान व पिंजरों के पास भी वाहनों के साथ अधिकारी आ जा रहे हैं। इसी के चलते बाघ पकड़ में नहीं आ पा रहा है।

 

Continue Reading

Trending