Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

यूपीः कोरोना महामारी से जंग में आगे आई ओप्पो-सैमसंग कंपनी

Published

on

Loading

लखनऊ। वर्तमान समय में जब पूरा देश एवं प्रदेश कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है, मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग उत्तर प्रदेश की पहल पर प्रदेश में स्थापित औद्योगिक इकाइयों द्वारा भी इस लड़ाई में बढ़-चढ़ कर राज्य सरकार के साथ सहयोग किया जा रहा है और आर्थिक मदद के साथ-साथ आवश्यक उपकरणों के रूप में सहायता प्रदान की जा रही है।

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तथा सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स मंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने बताया है कि सहयोग की इस कड़ी में जनपद गौतमबुद्ध नगर में स्थापित मेसर्स ओप्पो मोबाइल्स इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रदेश सरकार को 1,000 ऑक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर्स उपलब्ध कराये गये हैं। इन ऑक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर्स को उत्तर प्रदेश के अधिक कोरोना केसेज वाले जनपदों गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बागपत, बुलन्दशहर, शामली, आगरा, लखनऊ, हरदोई, सुल्तानपुर, रायबरेली, कानपुर नगर, कानपुर देहात तथा बाराबंकी के जिलाधिकारियों से समन्वय कर पहुॅंचाया जा चुका है। ये ऑक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर्स ऐसे मरीजों को जीवन-रक्षक ऑक्सीजन सहायता प्रदान करेंगे जिन्हें इसकी तत्काल आवश्यकता है। इनसे जनपदों के चिकित्सकीय अवसंरचना में महत्वपूर्ण सहयोग होगा।

इससे पूर्व नोएडा में मोबाइल और आईटी डिस्प्ले उत्पादों के विनिर्माण हेतु अपनी इकाई की स्थापना कर रहे सैमसंग इण्डिया इलेक्ट्रानिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 07.50 करोड़ की धनराशि उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण को उपलब्ध कराई गई है। सैमसंग द्वारा 1900 से अधिक ऑक्सीजन सिलिण्डर्स, 60 से अधिक ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर तथा 06.50 लाख विशेष एल.डी.एस. सिरींजेस भी उपलब्ध कराये गये हैं। उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश में निजी एवं सामाजिक संस्थाओं से कोरोना महामारी में जनता के सहयोग की अपील की।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending