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जुर्म

‘अग्निपथ’ की अग्निपरीक्षा: बिहार में ‘द बर्निंग ट्रेन’, चेहरा ढँक कर फूंक रहे सरकारी संपत्ति

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम की बिहार में अग्निपरीक्षा जारी है। तीसरे दिन भी आर्मी अभ्यर्थी गुस्से में हैं। अग्निवीर बनने से पहले ही आग-बूबला हैं। बिहार में इसका असर कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है।

लगातार तीसरे दिन नौजवान सड़कों पर उतर गए। बक्सर से शुरू हुआ बवाल आरा और लखीसराय तक पहुंच चुका है। समस्तीपुर और बेगूसराय में भी भारी बवाल हुआ।

बिहार के अलावा यूपी, मप्र, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड में भी इस योजना को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला। बिहार में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन की एक बोगी को आग के हवाले कर दिया जबकि हरियाणा के पलवल में जबरदस्त हिंसा हुई।

बिहार में आज भी सुबह-सुबह ट्रेनें जल रही है। कल भी पांच ट्रेनों को फूंक दिया गया था। उप्र के बलिया में भी उपद्रवियों के निशाने पर ट्रेनें रही। पूरे उत्तर भारत में आग्निपथ योजना को लेकर नौजवान भारी उत्पात मचा रहे हैं। बिहार में आज भी तीन ट्रेनों को फूंक दिया गया।

कथित आर्मी अभ्यर्थियों ने अब अपना दायरा बढ़ा लिया है। समस्तीपुर में जम्मूतवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस को फूंक डाला तो लखीसराय में विक्रमशिला एक्सप्रेस को आग के हवाले कर दिया। वहीं, आरा के कुल्हड़िया में पैसेंजर ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा भी बक्सर, बिहिया, आरा, कटिहार, बेगूसराय और बिहटा समेत कई जिलों में बवाल हो रहा है।

आरा में चेहरा ढंकने वाला उपद्रवी कौन?

बिहार में अग्निपथ स्कीम के विरोध लगातार तीसरे दिन विरोध प्रदर्शन जारी है। कथित अभ्यर्थी गुंडागर्दी पर उतारू हैं। छात्रों की भीड़ में कुछ असमाजिक तत्व भी घुस गए हैं।

आरा रेलवे स्टेशन पर ऐसी की एक तस्वीर सामने आई। जिसमें कई लोग ऐसे दिख रहे हैं जो चेहरे को ढंके हुए हैं और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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