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प्रादेशिक

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने दिया इस्तीफा

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नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने सोमवार को अचानक इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया। राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात कर उन्होंने इस्तीफा सौंप दिया। पद छोड़ने के बाद उन्होंने बीजेपी का आभार व्यक्त किया है। इसके साथ ही उन्होने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसे निभाएंगे।

रुपाणी ने कहा, ”गुजरात के विकास यात्रा में मुझे जो योगदान का अवसर मिला उसके लिए पीएम मोदी का आभारी हूं। गुजरात के विकास की यह यात्रा नए उत्साह और नए नेतृत्व के साथ आगे बढ़ना चाहिए। बीजेपी की यह परंपरा रही है कि समय के साथ कार्यकर्ताओं के दायित्व बदलते रहते हैं। जो पार्टी की ओर से दायित्व दिया जाता है कार्यकर्ता उसका पालन करता है। अब मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और पार्टी संगठन में काम करने की इच्छा जाहिर की है। जो भी मुझे दायित्व दिया जाएगा वह करूंगा।”

अगले साल यानी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में रुपाणी के अचानक इस्तीफे से सियासी हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक सीएम की रेस में तीन बड़े नेताओं का नाम चल रहा है। बता दें कि 2016 में आनंदीबेन पटेल के इस्तीफा देने के बाद विजय रुपाणी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था।

रुपाणी साल 2014 में राजकोट विधानसभा का उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे। आनंदी बेन सरकार में उन्‍हें मंत्री भी बनाया गया था। पार्टी कैडर में भी रुपानी काफी लोकप्रिय हैं और उनकी अच्‍छी पकड़ है।

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

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लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

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