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प्रादेशिक

राहुल गांधी से मिले हरीश रावत, सिद्धू अमरिंदर से भी कर सकते हैं मुलाकात

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नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस में दरार के बीच राज्य के प्रभारी महासचिव हरीश रावत ने शनिवार को राहुल गांधी से मुलाकात की और उन्हें नवजोत सिंह सिद्धू के बयान के बाद वहां के हालात से अवगत कराया।

सिद्धू ने शुक्रवार को अमृतसर में एक पार्टी समारोह में बोलते हुए कहा था, अगर उन्हें अपनी आशा और विश्वास की नीति के अनुसार काम करने की अनुमति दी जाती है, तो वह राज्य में 20 साल तक कांग्रेस का शासन सुनिश्चित करेंगे।

सिद्धू ने आगे कहा, लेकिन अगर आप मुझे निर्णय लेने की अनुमति नहीं देते हैं, तो मैं कुछ भी मदद नहीं कर सकता। पंजाब मॉडल के बारे में बोलते हुए, सिद्धू ने कहा, पंजाब मॉडल का मतलब है कि व्यापार, उद्योग और बिजली के लिए नीतियां लोग बनाएं। यानी गीविंग पावर बैक टू द पीपल (सत्ता वापस लोगों को देना)।

रावत का एक-दो दिनों में पंजाब का दौरा करने का कार्यक्रम है और वह मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से बात करेंगे और दोनों नेताओं के बीच मतभेदों से उत्पन्न मुद्दों को सुलझाएंगे।

बैठक के बाद रावत ने कहा, मैंने उन्हें (राहुल गांधी को) पंजाब के हालात से अवगत करा दिया है और मैं एक-दो दिन में राज्य का दौरा करूंगा। हरीश रावत ने शुक्रवार को अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और उन्हें राज्य के हालात से अवगत कराया था।

उन्होंने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, पंजाब की स्थिति नियंत्रण में है। मैंने उन्हें राज्य की स्थिति से अवगत कराया है। यह बैठक कुछ विद्रोही विधायकों के सोनिया गांधी से मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को हटाने के लिए दबाव बनाने के लिए समय मांगने के मद्देनजर हुई है, यहां तक कि राज्य प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री के खिलाफ अपने हमले जारी रखे हैं।

रावत को पंजाब में दोनों पक्षों को संतुलित करने के लिए कठिन काम का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि सिद्धू और अमरिंदर सिंह आमने-सामने हैं। इस बीच, अमरिंदर सिंह के विश्वासपात्र और कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने गुरुवार को उनके आवास पर रात्रिभोज का आयोजन किया।

रात्रिभोज में कुल 58 विधायक और आठ सांसद शामिल हुए और उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में 2022 का चुनाव जीतेगी। सोढ़ी ने ट्वीट कर जानकारी दी, आज यात्रा शुरू हो गई है।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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