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योगी राज में पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का हुआ कायाकल्प
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा स्वास्थ्य लोकहित से जुड़ा विषय है। प्रदेश सरकार हर व्यक्ति को त्वरित, सुलभ और अत्याधुनिक चिकिसा एवं इससे संबंधित जांच की सुविधा देने को पूरी संवेदनशीलता के साथ संकल्पित है। लोक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के दृष्टिगत सरकार अगले तीन माह में प्रदेश के सभी 4600 प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम की हाईटेक सुविधा उपलब्ध कराने जा रही है।
सीएम योगी बुधवार शाम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) चरगांवा में गोरखपुर के पहले हेल्थ एटीएम सेंटर का शुभारंभ करने के बाद यहां आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने में हेल्थ एटीएम की निर्णायक भूमिका होगी। हेल्थ एटीएम स्वास्थ्य के क्षेत्र में तकनीकी की अद्यतन महत्ता का एक छोटा सा उदाहरण है। स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम लगने के बाद गांव का व्यक्ति भी केंद्र पर जाकर 5 मिनट में 50 से अधिक जांच करा सकेगा, वह भी निशुल्क, बिना भागदौड़ के। उन्होंने कहा कि हेल्थ एटीएम आज की आवश्यकता है। सरकार की मंशा है कि अगले दो से तीन महीने में गोरखपुर के सभी स्वास्थ्य केंद्र हेल्थ एटीएम से आच्छादित हो जाएं।
तीन से पांच मिनट में हो जाएगी 59 जांचे
सीएम योगी ने ने कहा कि हेल्थ एटीएम से करीब 59 प्रकार की जांच एक ही जगह पर बैठे 3 से 5 मिनट में हो जाएगी। इसकी जांच रिपोर्ट को टेली कंसल्टेंसी के माध्यम से विशेषज्ञ डॉक्टर को ऑनलाइन भेजकर उचित चिकित्सकीय परामर्श लिया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि हेल्थ एटीएम में वजन, पल्स रेट, जैसी सामान्य जांच के साथ ही कार्डियक, ब्लड शुगर, यूरिन, डेंगू, मलेरिया, हेपेटाइटिस, आर्थराइटिस प्रोफाइल, प्रेगनेंसी टेस्ट, टाइफाइड जैसी महत्वपूर्ण जांच भी हो जाएगी।
रिपोर्ट के आधार पर ले सकेंगे टेली कन्सलटेंसी
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से अक्सर शिकायत मिलती थी कि पीएचसी-सीएचसी पर विशेषज्ञ डॉक्टर की उपलब्धता नहीं हो पा रही। टेली कंसल्टेंसी से जुड़े हेल्थ एटीएम इस समस्या का समाधान करेंगे। हेल्थ एटीएम नेटवर्क से भी जुड़ा रहेगा जिससे टेली कंसल्टेंसी की जा सके। इसके लिए सभी सीएचसी-पीएचसी को वाई फाई से लैस कर टेली कंसल्टेशन से जोड़ा जा रहा है। सीएम ने कहा कि हेल्थ एटीएम सीएसआर फंड से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सर्विस प्रोवाइडर से ही पैरामेडिक्स को हेल्थ एटीएम संचालन की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी।
सभी जिला अस्पतालों में उपलब्ध करा रहे निशुल्क डायलिसिस सुविधा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार सभी जिला अस्पतालों में निशुल्क डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध करा रही है। करीब 64 जनपदों में यह सुविधा उपलब्ध हो गई है। शेष जिलों में भी इसे शीघ्र उपलब्ध करा दिया जाएगा।
सीएम आरोग्य मेला से लाभान्वित हो रहे लाखों लोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार स्वास्थ्य को लेकर क्या कर रही है, इसकी एक झलक प्रत्येक रविवार को आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों में देखी जा सकती है। इन आरोग्य मेलों में 2.5 से 4 लाख लोग निशुल्क जांच, परामर्श व दवा की सुविधा से लाभान्वित हो रहे हैं। सीएम आरोग्य मेले से ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ करने में मदद मिली है। स्वास्थ्य सुविधा सुदृढ़ होगी तो मातृ एवं शिशु मृत्यु दर भी कम होगी।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का कायाकल्प
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2017 के बाद से पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र के कायाकल्प का भी उल्लेख किया। 1977 से 2017 तक 40 सालों में 50 हजार मासूमों की मौत इंसेफलाइटिस से हो गई थी। 2017 के बाद से धीरे धीरे इस पर नियंत्रण पाया गया। इस वर्ष जेई (जापानी इंसेफेलाइटिस) और एईएस (एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम) के कुल 40 मरीज मिले हैं। 7 मरीज जेई के हैं और सुखद बात यह है कि इनमें से एक भी मरीज की मौत हुई है। जबकि पहले प्रतिदिन 15 से 20 मौतें हो जाती थीं। उन्होंने कहा कि 5 वर्ष पूर्व जिस बीआरडी मेडिकल कॉलेज की हालत खराब थी वही कोरोना काल में इलाज की निर्णायक भूमिका में दिखा। अब तो बीआरडी मेडिकल कॉलेज सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक शुरू हो चुका है और इसके साथ ही गोरखपुर में एम्स की सेवाएं भी शुरू हो गई हैं। जिला अस्पताल व अन्य स्वास्थ्य केंद्रों का भी उन्नयन हुआ है। उन्होंने अपील की कि हर पात्र व्यक्ति प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत अपना कार्ड अवश्य बनवा ले ताकि उसे पांच लाख रुपये तक इलाज के लिए बीमा कवर का लाभ मिल सके। हेल्थ एटीएम का शुभारंभ करने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग जनों में ट्राई साइकिल वितरित की और दिव्यांगजन हेतु शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए यूनिक आईडी कार्ड बनवाने की अपील की।
इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि सपा, बसपा की सरकारों ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर कभी ध्यान ही नहीं दिया जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दिशा में नई क्रांति लाई है। मानवता की सेवा ही उनका ध्येय है। 25 करोड़ जनता के लिए हरेक क्षेत्र में वह प्रदेश को ऊंचाई पर ले जा रहे हैं। स्वागत संबोधन में पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास भाजपा सरकार का मूलमंत्र है। इसी मंत्र के अनुरूप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आमजन को चिकित्सकीय जांच की सुविधा निशुल्क देने के लिए हेल्थ एटीएम की सौगात दी है। आभार ज्ञापन करते है मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आशुतोष दूबे ने कहा सीएम योगी से मिला हेल्थ एटीएम का उपहार आमजन की चिकिसा सुविधा हेतु संजीवनी है। इस अवसर पर अलवर के सांसद महंत बालकनाथ, राज्यसभा सदस्य डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, महापौर सीताराम जायसवाल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धमेंद्र सिंह, गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह, कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह, सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ल, चरगांवा की ब्लॉक प्रमुख श्रीमती वंदना सिंह, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास आदि मौजूद रहे।
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दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।
दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?
इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।
एलजी के आदेश पर कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।
इस तरीके से चल रहे अभियान
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।
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