Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

उन लोगों का समर्थन कैसे करते, जिनका संबंध दाऊद इब्राहिम से हो: एकनाथ शिंदे

Published

on

Loading

मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी पूर्ववर्ती एमवीए (महाविकास आघाडी) सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर 50 विधायकों ने शिवसेना छोड़ी तो इसके पीछे बड़ा कारण होगा?

उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे सरकार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, मुंबई ब्लास्ट, वीर सावरकर और हिंदुत्व से संबंधित मामलों में निर्णय लेने में नाकाम रही। शिंदे ने कहा कि उन्होंने ‘हिंदू हृदय सम्राट बालसाहेब ठाकरे की विचारधारा को आगे बढ़ाने का फैसला किया है।

एकनाथ शिंदे ने कहा, हमने अपने हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा, उनकी भूमिका को आगे ले जाने का फैसला किया है। अगर 50 विधायक ऐसा कदम उठाते हैं, तो इसका कोई बड़ा कारण होना चाहिए।

कोई भी छोटा कारण के लिए इतना बड़ा निर्णय नहीं लेता है। यहां तक कि एक नगरसेवक भी ऐसा फैसला नहीं लेते। 50 विधायकों ने ऐसा फैसला क्यों लिया? इस बारे में सोचने की जरूरत थी।

निर्णय लेने में रहे असमर्थ

महाराष्ट्र सीएम ने कहा, शिवसेना, बीजेपी ने 2019 का विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ा लेकिन कांग्रेस, एनसीपी के साथ सरकार बनी। इस वजह से जब भी हिंदुत्व के मुद्दे सामने आए, सावरकर से जुड़े मामले सामने आए, मुंबई विस्फोट का मुद्दा आया, दाऊद का मुद्दा सामने आया और इनसे जुड़े अन्य मुद्दे आए तो उद्धव निर्णय लेने में असमर्थ थे।

जेल में बंद हैं नवाब मलिक

शिंदे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक का जिक्र किया। नवाब मलिक, जिन्हें इस साल फरवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसकी गतिविधियों से जुड़ी मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था।

दाऊद से संबंध वालों से संबंध

दाऊद इब्राहिम 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों का मुख्य आरोपी है, जिसमें 257 लोग मारे गए थे। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मई में मलिक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दाखिल की थी।

शिंदे ने सवाल उठाया कि बालसाहेब ठाकरे की शिवसेना उन लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है, जिनका मुंबई बम विस्फोट के दोषियों, दाऊद इब्राहिम और से सीधा संबंध था, जो मुंबई के निर्दोष लोगों की जान लेने के लिए जिम्मेदार हैं।

हारे हुए लोगों को मजबूत कर रहे थे

शिंदे ने शिवसेना के 40 सहित 50 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। उन्होंने कहा कि एक विद्रोह हुआ था क्योंकि शिवसेना के विधायक विकास कार्यों के मामले में अपने निर्वाचन क्षेत्रों में चुनौतियों का सामना कर रहे थे। एनसीपी और कांग्रेस अपने विरोधियों को प्रोत्साहित कर रही थी। उन्होंने कहा, ‘ये 40-50 विधायक अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में चुनौतियों का सामना कर रहे थे क्योंकि हमारे गठबंधन सहयोगी हारे हुए लोगों को मजबूत कर रहे थे।

‘बात करने के बाद भी नहीं हुआ सुधार’

महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि जब हम चुनाव जीतते हैं, तो मतदाता पानी, सड़क और अन्य बुनियादी कार्यों सहित विकास कार्यों की उम्मीद करते हैं, उम्मीदें थीं लेकिन हमारे विधायक थे धन की कमी और अन्य समस्याओं के कारण ऐसा करने में सक्षम नहीं है।

हमने कई बार अपने वरिष्ठों से बात की कि सुधार के उपाय होने चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य से हम इसमें सफल नहीं हो सके। इसलिए हमारे 40-50 विधायकों ने यह निर्णय लिया।’

‘हमने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया’

नई सरकार के सामने अदालतों में मामले चल रहे हैं और शिवसेना की लड़ाई चुनाव आयोग तक पहुंचने की संभावना है, शिंदे ने कहा कि उन्होंने कुछ भी अवैध नहीं किया है और कानून का पालन किया है। उन्होंने कहा, ‘हम कुछ भी अवैध नहीं कर रहे हैं।

इस देश के लोकतंत्र में, नियम, कानून और संविधान हैं और इसके अनुसार काम करना पड़ता है। आज, हमारे पास बहुमत है, हमारे पास दो-तिहाई से अधिक विधायक हैं और इसलिए हमने जो निर्णय लिया है वह कानूनी और वैध है। अध्यक्ष ने भी हमें मान्यता दी है। जिन लोगों ने हमारे खिलाफ अदालत का रुख किया, उनकी खिंचाई की गई। हमने कुछ भी अवैध नहीं किया है और जिन्होंने ऐसा किया है।’

‘सभी वर्गों से होगा न्याय’

शिंदे ने कहा कि फ्लोर टेस्ट हो चुका है, स्पीकर चुना गया है, सरकार ने विश्वास मत जीता है। लोकतंत्र में जो कुछ भी करने की जरूरत है वह किया गया है। इस सरकार को 170 विधायकों का समर्थन है और यह एक मजबूत सरकार है। शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार समाज के सभी वर्गों को न्याय देगी और यह राज्य के लोगों की सरकार होगी। उन्होंने कहा यह सरकार श्रमिकों सहित समाज के सभी वर्गों के साथ न्याय करेगी।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading
उत्तर प्रदेश14 minutes ago

गरीब बच्चों को बड़े स्कूलों में प्रवेश दिला रही योगी सरकार, प्रथम चरण में 1.32 लाख से अधिक आवेदन आए

उत्तर प्रदेश19 minutes ago

‘एडवांस्ड एआई ड्रिवन डाटा तकनीकों’ के प्रयोग से प्रभावी बनेगा महाकुम्भ मेला का सुरक्षा तंत्र

मनोरंजन22 minutes ago

‘बिग बॉस 18’ में इस बार ट्रिपल इविक्शन, जानें कौन – कौन हो सकता है घर से बेघर

उत्तर प्रदेश29 minutes ago

लेटे हनुमानजी, अरैल-फाफामऊ पुल के नीचे, रीवा, मीरजापुर-प्रयागराज मार्ग, बालसन चौराहा आदि स्थानों पर 45 दिन तक प्रतिदिन होंगी सांस्कृतिक प्रस्तुति

उत्तर प्रदेश1 hour ago

संकट में होती है व्यक्ति और संस्थान की पहचान, कोई बिखर तो कोई निखर जाता है: सीएम योगी

Trending