उत्तर प्रदेश
कानपुर हिंसा: दबोचे गए 35 उपद्रवी, लगेगा गैंगस्टर; जब्त होगी संपत्ति, चलेगा बुलडोज़र
कानपुर। भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में कानपुर के बेकनगंज में नई सड़क पर कल शुक्रवार को नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में अब तक तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एफआईआर में 40 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। जबकि 1000 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया। बाजार बंद कराने को लेकर जमकर हुए बवाल मामले में पुलिस ने नई सड़क में अघोषित कर्फ्यू लगाते हुए 35 उपद्रवियों को धर दबोचा।
अब तक 40 लोगों को नामजद करते हुए 1000 अज्ञात लोगों पर गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। देर रात तक भारी संख्या में पुलिस-पीएसी, आरएएफ और आरआरएफ मार्च करता रहा। अब तक 40 उपद्रवियों को चिन्हित कर लिया गया है।
इन आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। उनकी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा और बुल्डोजर भी चलेगा। उधर, परौंख से लौटते वक्त एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने उपद्रवियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों से दो-टूक कहा कि उपद्रवियों पर गैंगस्टर लगाकर उनकी संपत्ति को जब्त करें। अगर जरूरत पड़े तो संपत्तियों पर बुलडोजर भी चलवाएं। हर हाल में दोषियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करें, ताकि दोबारा किसी की बवाल करने की हिम्मत न पड़े।
पता करें, परदे के पीछे कौन है
बंदी और प्रदर्शन के बाद बवाल पर सीएम योगी ने कहा कि जानबूझकर साजिश की गई है। कुछ शरारत जरूर है, इसलिए कठोर कार्रवाई करिए।
वीडियो व सोशल मीडिया से बवालियों की पहचान करके उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करें। उपद्रव में किसका हाथ है। परदे के पीछे से कौन बवाल करा रहा है। उनका उद्देश्य पता करके कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।
पोस्टर छापने वाले प्रिंटिंग प्रेस पर करें कार्रवाई
सीएम ने कहा कि इस तरह से पोस्टर व स्टीकर लगाकर बंदी और फिर उपद्रव करने वालों के मददगारों को भी खोज निकालें। पोस्टर छापने वाले प्रिंटिंग प्रेस और लगाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करें।
सोशल मीडिया पर पोस्टर व स्टीकर का प्रचार-प्रसार करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। सोशल मीडिया पर विशेष निगाह रखी जाए। बता दें कि सड़क पर उतरी हजारों की भीड़ ने पथराव और बमबाजी की।
एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां तोड़ डालीं। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया व आंसू गैस के गोले दागे। करीब दो घंटे तनाव रहा। बवाल में 35 लोग जख्मी हो गए।
बंदी का था आह्वान
भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में बंदी का आह्वान था। सुबह से ही नई सड़क, मूलगंज, बेकनगंज, चमनगंज यतीमखाना सहित अधिकांश क्षेत्रों के बाजार बंद थे।
दोपहर दो बजे जुमे की नमाज के बाद भारी भीड़ परेड व नवीन मार्केट बंद कराने के लिए उतर आई। दूसरे छोर पर यतीमखाना चौराहे पर भी लोग जुटने लगे। नारेबाजी के बीच भीड़ परेड की तरफ बढ़ी।
चंद्रेश्वर हाते के सामने जवाबी पथराव व नारेबाजी शुरू हो गई। उपद्रवी हाते के अंदर घुसने लगे तो तनाव बढ़ गया। बख्शू पियादा मस्जिद, आसपास की इमारतों की छतों से पथराव व पेट्रोल बम चले। गोलियां भी तड़तड़ाईं। एसीपी अनवरगंज मो. अकमल ने फोर्स संग मोर्चा संभाला।
उत्तर प्रदेश
लखनऊ में बाघ का आतंक : वन विभाग ने पकड़ने के लिए किए तरह – तरह के उपाय, नहीं आ रहा है हाथ
लखनऊ। रहमानखेड़ा केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में बाघ ने एक और पड़वे (भैंस के बच्चे) का शिकार किया है। यह बाघ का 15वां शिकार है। बाघ ने वन विभाग को एक बार फिर चकमा देते हुए जंगल में उसी जगह शिकार किया जहां उसको फंसाने के लिए गड्ढा खोदा गया है। जंगल के जोन एक के बेल वाले ब्लॉक में वन विभाग ने 15 फीट गहरा गड्ढा खोद झाड़ियों से ढक दिया है ताकि बाघ शिकार करने का प्रयास करें तो गहरे गड्ढे में गिर जाए।
फिर उसे ट्रैंकुलाइज किया जा सके। यहीं एक पिंजरा भी लगाया गया है जिसमें पड़वे को बांधा गया था। हालांकि वन विभाग की सारी तरकीबें धरी रह गई हैं। मंगलवार भोर में बाघ ने पड़वा को अपना निवाला बनाया। न वो पिंजरे में फंसा न गड्ढे में गिरा। सुबह जानकारी पर जांच करने पहुंची टीम को पड़वे का क्षतविक्षत शव मिला। मौके से बाघ के पगचिह्न भी मिले।
विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ 24 घंटे के अंदर अपने शिकार का बचा हुआ मांस खाने के लिए दोबारा आ सकता है। वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में मीठेनगर, उलरापुर और दुगौली के आसपास मौजूद जंगल में डायना और सुलोचना हथिनियों से कॉम्बिंग की लेकिन उसका पता नहीं लगा। शिकार की जानकारी पर अपर मुख्य वन संरक्षक रेणू सिंह ने टीम लीडर आकाशदीप बधावन व डीएफओ सितांशु पांडेय के साथ शिकार स्थल का जायजा लिया। यहां सक्रिय टीम को मृत पड़वे के पास निगरानी करने का निर्देश दिए।
तीन दर्जन से अधिक वाहनों की आवाजाही नो- गो- जोन में कर रही शोर गुल
वन विभाग ने रहमान खेड़ा में नो-गो जोन घोषित किया है। इसके बावजूद वन विभाग के ही 30 से ज्यादा वाहनों की हलचल यहां हर दिन रहती है। मंगलवार को दोपहर में अधिकारियों समेत वन विभाग टीम के करीब दो दर्जन चार पहिया वाहन कमांड ऑफिस के आस-पास खड़े थे। संस्थान के कर्मियों के वाहन व बसों की आवाजाही भी यहां रहती है। मचान व पिंजरों के पास भी वाहनों के साथ अधिकारी आ जा रहे हैं। इसी के चलते बाघ पकड़ में नहीं आ पा रहा है।
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