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मुख्य समाचार

अखिलेश की माफियापरस्ती और फरेब का करारा जवाब देने को तैयार है यूपी की जनता : केशव प्रसाद मौर्य

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी की ओर से जनता को दिखाए जा रहे झूठे सपने और किये जा रहे फरेबी वादों पर पलटवार करते हुए यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव की माफियापरस्ती और झूठे वादों का जनता करारा जवाब देने को तैयार बैठी है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया को चुनौती देते हुए कहा कि भ्रष्टाचारियों और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को सत्त में आने का न्योता देने वाली समाजवादी पार्टी इस बार विधानसभा चुनावों में 27 सीटों को तरस जाएगी।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि चुनाव के वक्त माफियाओं और अपराधियों का गिरोह तैयार करने के बजाय अखलेश यादव अगर 5 साल जनता के बीच जाते और उनके सुख-दुख में शामिल होते। तो उन्हें धरातल की जानकारी होती। भाजपा सरकार में हुए विकास कार्य उनकी जुबान पर होते। रोजगार, व्यापार, स्वास्थ्य, किसानों के विकास के साथ पिछड़ों व गरीबों के हित में चल रही योजनाओं की उन्हें जानकारी होती। वो तो पांच साल तक केवल अपराधियों और भ्रष्टाचारियों की लिस्ट ही तैयार करते रह गये।

मौर्य ने कहा कि सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार, गुण्डागर्दी और तुष्टीकरण की पौध लगाने वाले अखिलेश यादव ने मां भारती का विरोध करने वालों को चुनाव में उतारकर अपने कुत्सित इरादों को फिर जाहिर कर दिया है। अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी की जनता ने उन्हें पिछली बार 47 सीटों पर समेटा था इस बार अखिलेश के गिरोह को 27 का आंकड़ा भी पार करना मुश्किल होगा।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट है। उन्होंने कहा कि जिस तरह के पेशेवर अपराधियों और माफियाओं को सपा ने अपनी सूची में टिकट दिये हैं, वो राज्य की जनता देख रही है। भाजपा ने जहां विकास, सुशासन और राष्ट्रवाद को चुनाव के लिए एजेंडा के रूप में प्राथमिकता दी है। वहीं समाजवाद का डंका पीटने वाली सपा में वंशवाद और पारिवारिक राजनीति को हमेशा बढ़ावा दिया है। जनता से ज्यादा केवल और केवल अपने परिवार के लिए सोचा है।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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