Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

UP GIS 23 में तीन दिन तक दिग्गजों का महाकुंभ, राष्ट्रपति व PM सहित पूरी सरकार रहेगी मौजूद 

Published

on

second day of UPGIS-23

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश को नये भारत का ग्रोथ इंजन बनाने के लिए शुक्रवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में दिग्गजों का महाकुंभ लगने जा रहा है। तीन दिन के दौरान अलग अलग सत्रों में आयोजित होने वाले समिट में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित मोदी सरकार के तमाम मंत्रीगण शामिल होंगे। इसके अलावा भारत और दुनियाभर के तमाम दिग्गज उद्योपति भी लखनऊ में आयोजित इस मेगा इवेंट में शामिल होंगे।

मोदी सरकार के ये मंत्री रहेंगे शामिल

यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में केंद्र सरकार के तमाम बड़े मंत्रियों का आगमन होगा। इनमें पहले दिन खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूपी जीआईएस 23 का शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा रक्षा मंत्री जनाथ सिंह, अश्विनी वैष्णव, जी किशन रेड्डी, स्मृति जुबीन ईरानी, पशुपति कुमार पारस, राजकुमार सिंह, आरके सिंह मौजूद होंगे।

दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह, राजीव चंद्रशेखरन, सर्वानंद सोनोवाल, पुरुषोत्तम रुपाला, मनसुख मंडाविया, ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीरेन्द्र कुमार की मौजूदगी होगी। तीसरे दिन समिट के समापन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की गरिमामयी उपस्थिति होगी। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, हरदीप सिंह पुरी, निर्मला सीतारमन, अनुराग सिंह ठाकुर, राव इंद्रजीत सिंह, धर्मेन्द्र प्रधान, पीयूष गोयल, नितिन गडकरी और सोम प्रकाश विभिन्न सेशन्स में शामिल होंगे।

इन्वेस्टर्स समिट में जुटेंगे ये दिग्गज उद्योगपति

देश और दुनिया के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करने के लिए आयोजित हो रहे यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उद्योग जगत की नामचीन हस्तियां शामिल होंगी। इनमें मुकेश अंबानी (रिलायंस), के चंद्रशेखरन (टाटा संस), कुमार मंगलम बिड़ला (आदित्य बिड़ला ग्रुप), आनंद महिन्द्रा (महिन्द्र), मुकेश अघी (यूएसआईएसपीएफ), स्वाति दलाल (एबॉट न्यूट्रिशन), नवनीत अग्रवाल (अग्रवाल पैकर्स एंड मूवर्स), महेश सुगरू (टाटा मोटर्स), उदय सिन्हा (एकाना ग्रुप),

आदिल जैदी (अर्न्स्ट एंड यंग), धीरज कपूर (फ्लिपकार्ट), ध्रुव गलगोटिया (गलगोटिया यूनिवर्सिटी), दिनेश गुप्ता (ग्रीन प्लाई), राजीव गर्ग (हल्दीग्राम ग्रुप), संजीव कक्कड़ (इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन), प्रदीप दीक्षित (आईटीसी), आशीष अग्रवाल (जेबीएम ग्रुप), अमर सिन्हा (रेडिको खैतान), डेनियल बिर्चर (ज्यूरिख एयरपोर्ट एशिया), नामसू पार्क और ह्यू किम (सैमसंग), प्रदीप कुमार गुप्ता (शारदा यूनिवर्सिटी), कैलाश चंद्र झंवर (अल्ट्रा टेक सिमेंट), डॉ जगदीश गुलाटी (यूनाइटेड ग्रुप), सहित तीन सौ से ज्यादा उद्यमी इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होंगे।

Continue Reading

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending