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प्रादेशिक

दो दिवसीय मुंबई दौरे पर ममता बनर्जी, शरद पवार से करेंगी मुलाकात

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नई दिल्ली। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दो दिवसीय मुंबई दौरे पर जा रही हैं। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि वह एक उद्योग-सम्मेलन में भाग लेने के लिए मुंबई जा रही हैं, लेकिन राजनीतिक पर्यवेक्षकों की राय है कि राज्य के लिए निवेशकों को लुभाने के अलावा, मुख्यमंत्री भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने का भी प्रयास करेंगी।

मुख्यमंत्री शाम को मुंबई पहुंचेंगी और संभावना है कि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार उनकी अगवानी के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद रहेंगे। इसके अलावा उनके स्वागत के लिए शिवसेना और राकांपा के नेता भी मौजूद रहेंगे। दिलचस्प बात यह है कि तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी ममता के साथ होंगे, लेकिन वह रात में मुंबई पहुंचेंगे।

ममता को मुंबई में उद्योग जगत की बैठक में बोलने के लिए आमंत्रित किया गया है, जहां वह बंगाल में निवेश करने के लिए उद्योगपतियों को संबोधित करेंगी। वह अप्रैल में होने वाले बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (बीजीबीएस) में आने के लिए मुंबई और पूरे देश के निवेशकों को आमंत्रित करेंगी।

निवेशकों को लुभाने के अलावा मुख्यमंत्री राकांपा नेता शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी, जिन्हें राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। हालांकि, बनर्जी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ समय से पहले मुलाकात की थी, लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने सूचित किया है कि वह अपनी स्वास्थ्य स्थिति के कारण शायद उनसे नहीं मिल पाएंगे।

यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि टीएमसी देश में 2024 के आम चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयासों के तहत बनर्जी के साथ अपने राष्ट्रीय पदचिह्न् का विस्तार करने की कोशिश कर रही है। मेघालय में कांग्रेस के 12 विधायकों के दलबदल के साथ हाल ही में कई नेता तृणमूल में शामिल हुए थे। गोवा की उनकी हालिया राजनीतिक यात्रा में भी, (जहां उनकी पार्टी 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ रही है) टेनिस स्टार लिएंडर पेस सहित कई हस्तियों को पार्टी में शामिल किया गया था।

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में बाघ का आतंक : वन विभाग ने पकड़ने के लिए किए तरह – तरह के उपाय, नहीं आ रहा है हाथ

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लखनऊ। रहमानखेड़ा केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में बाघ ने एक और पड़वे (भैंस के बच्चे) का शिकार किया है। यह बाघ का 15वां शिकार है। बाघ ने वन विभाग को एक बार फिर चकमा देते हुए जंगल में उसी जगह शिकार किया जहां उसको फंसाने के लिए गड्ढा खोदा गया है। जंगल के जोन एक के बेल वाले ब्लॉक में वन विभाग ने 15 फीट गहरा गड्ढा खोद झाड़ियों से ढक दिया है ताकि बाघ शिकार करने का प्रयास करें तो गहरे गड्ढे में गिर जाए।

फिर उसे ट्रैंकुलाइज किया जा सके। यहीं एक पिंजरा भी लगाया गया है जिसमें पड़वे को बांधा गया था। हालांकि वन विभाग की सारी तरकीबें धरी रह गई हैं। मंगलवार भोर में बाघ ने पड़वा को अपना निवाला बनाया। न वो पिंजरे में फंसा न गड्ढे में गिरा। सुबह जानकारी पर जांच करने पहुंची टीम को पड़वे का क्षतविक्षत शव मिला। मौके से बाघ के पगचिह्न भी मिले।

विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ 24 घंटे के अंदर अपने शिकार का बचा हुआ मांस खाने के लिए दोबारा आ सकता है। वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में मीठेनगर, उलरापुर और दुगौली के आसपास मौजूद जंगल में डायना और सुलोचना हथिनियों से कॉम्बिंग की लेकिन उसका पता नहीं लगा। शिकार की जानकारी पर अपर मुख्य वन संरक्षक रेणू सिंह ने टीम लीडर आकाशदीप बधावन व डीएफओ सितांशु पांडेय के साथ शिकार स्थल का जायजा लिया। यहां सक्रिय टीम को मृत पड़वे के पास निगरानी करने का निर्देश दिए।

तीन दर्जन से अधिक वाहनों की आवाजाही नो- गो- जोन में कर रही शोर गुल

वन विभाग ने रहमान खेड़ा में नो-गो जोन घोषित किया है। इसके बावजूद वन विभाग के ही 30 से ज्यादा वाहनों की हलचल यहां हर दिन रहती है। मंगलवार को दोपहर में अधिकारियों समेत वन विभाग टीम के करीब दो दर्जन चार पहिया वाहन कमांड ऑफिस के आस-पास खड़े थे। संस्थान के कर्मियों के वाहन व बसों की आवाजाही भी यहां रहती है। मचान व पिंजरों के पास भी वाहनों के साथ अधिकारी आ जा रहे हैं। इसी के चलते बाघ पकड़ में नहीं आ पा रहा है।

 

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