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ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के लोगों की सभ्यता, संस्कृति और खान पान का किया था अपमानः स्मृति ईरानी

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लखनऊ। राम का नाम लेने वालों को जेल भेजने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राम भक्तों पर गोली चलाने वालों का समर्थन करने उत्तर प्रदेश आई हैं। यह वही ममता बनर्जी हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता का अपमान करने में कभी कोई कसर नही छोड़ी।

यह बात केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने सोमवार को जेवर में चुनावी सभा संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को उत्तर प्रदेश के लोगों के भगवा कपड़े पहनने, टीका लगाने और बनारस का पान खाने तक पर आपत्ति थी। यूपीवासियों को गुंडा बताने वाली ममता बनर्जी जी को यहां आने से पहले माफी मांगनी चाहिए।

उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से सवाल किया कि उनकी ऐसी क्या मजबूरी है जो ममता को पश्चिम बंगाल से बुलाना पड़ा अपने लिए समर्थन मांगने के लिए? उन्होंने कहा कि इससे यह सिद्ध हो गया है कि अखिलेश और सपा आज अकेले खड़े हैं और उनके मर्थन में बाहर प्रदेश से बाहर के लोगों को बुलाना पड़ रहा है। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि ममता बनर्जी ने अनेक मौकों पर उत्तर प्रदेश के लोगों की सभ्यता, संस्कृति और खान पान का अपमान किया और राम का नाम लेने पर लोगों को जेल में डाल दिया था।

स्मृति ईरानी ने कहा कि यह भी क्या संयोग है कि राम का नाम लेने वालों को जेल में डालने वाले और राम भक्तों पर गोली चलाने वाले आज साथ दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वह राम का अपमान करने वालों को भूले नहीं। उन्होंने कहा कि सपा के एक नेता ने तो यहाँ तक कहा था कि ज़रुरत पड़ती तो राम भक्तों पर और गोली चलवाते। यह चुनाव ऐसे लोगों और अदालत के निर्णय के अनुरूप भव्य राम मंदिर बनाने वालों के बीच है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ जेवर एयरपोर्ट अथवा टैक्सटाइल पार्क का नहीं बल्कि हर उस बेटी और मां का है जो सपा सरकार में असुरक्षित थी और उसे सम्मान नहीं मिला था। यह चुनाव हर उस भाई का है जिसे अपनी बहन की सुरक्षा में जान तक देनी पड़ी थी।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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