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आध्यात्म

खरमास के समापन के साथ शुरू हो जाएंगे मांगलिक कार्य, जानिए विवाह के शुभ मुहूर्त

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नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में खरमास बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। 16 दिसंबर 2022 से खरमास का प्रारम्भ हो चुका है। खरमास की अवधि में सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है, 14 जनवरी 2023 को खरमास का समापन हो रहा है।

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शास्त्रों के अनुसार खरमास में सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, उपनयन संस्कार इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण कार्यों न करने की सलाह दी जाती है। खरमास के बाद यह सभी कार्य पुनः शुरू किए जा सकते हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार 15 मार्च से फिर 30 दिनों के लिए खरमास शुरू हो जाएगा। ऐसे में आप जान लें कि जनवरी से मार्च के बीच विवाह के शुभ तिथियां कब हैं।

विवाह के लिए शुभ मुहूर्त तिथि

जनवरी- 17 जनवरी से विवाह के शुभ दिन शुरू हो जाएंगे। पंचांग के अनुसार 17, 18, 19, 25, 26, 27, 30 और 31 जनवरी विवाह के लिए उत्तम है।

फरवरी- फरवरी मास में विवाह के कई शुभ दिन मौजूद हैं। 1, 6, 7, 8, 9, 10, 13, 15, 22, 23, 27 और 28 फरवरी सबसे उत्तम है।

मार्च- 15 मार्च से सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेंगे जिस वजह से इस दिन से पुनः खरमास शुरू हो जाएगा। इसलिए मार्च मास में विवाह के लिए कुछ ही शुभ तिथियां मौजूद हैं। इनमें 1, 5, 6, 7, 8, 9, 11 और 14 मार्च को विवाह के लिए उत्तम बताया जा रहा है।

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डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी की सटीकता की गारंटी नहीं है। अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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आध्यात्म

मौनी अमावस्या स्नान के पहले नव्य प्रकाश व्यवस्था से जगमग हुई कुम्भ नगरी प्रयागराज

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महाकुम्भ नगर। त्रिवेणी के तट पर आस्था का जन समागम है। महाकुम्भ के इस आयोजन को दिव्य ,भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए इससे जुड़े शहर के उन मार्गों और चौराहों को भी आकर्षक स्वरूप दिया गया है जहां से होकर पर्यटक और श्रद्धालु महा कुम्भ पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में अब सड़क किनारे के वृक्षों को रोशनी के माध्यम से नया स्वरूप दिया गया है।

मौनी से पहले शहर की प्रकाश व्यवस्था को दिया गया नया लुक

प्रयागराज महा कुम्भ आ रहे आगंतुकों के स्वागत के लिए की कुम्भ नगरी की सड़कों को सजाया गया, शहर के चौराहे सुसज्जित किए गए और बारी है सड़क के दोनों तरह मौजूद हरे भरे वृक्षों को नया लुक देने की । नगर निगम प्रयागराज ने इस संकल्प को धरती पर उतारा है। नगर निगम के मुख्य अभियंता ( विद्युत ) संजय कटियार बताते हैं कि शहर में सड़क किनारे लगे वृक्षों का नया लुक देने के यूपी में पहली बार नियॉन और थीमेटिक लाइट के संयोजित वाली प्रकाश व्यवस्था लागू की गई है। इस नई व्यवस्था में शहर के महत्वपूर्ण मार्गों के 260 वृक्षों के तनों, शाखाओं और पत्तियों में अलग अलग थीम की रोशनी लगाई गई है। इनमें नियॉन और स्पाइरल लाइट्स को इस तरह संयोजित किया गया है जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कैसे रात के अंधेरे में पूरा वृक्ष आलोकित हो गया है। शहर से गुजरकर महा कुम्भ जाने वक्ष पर्यटक और श्रद्धालु इस भव्य प्रकाश व्यवस्था का अवलोकन कर सकेंगे।

शहर के 8 पार्कों में भी लगाए म्यूरल्स

सड़कों और चौराहों के अलावा शहर के अंदर के छोटे बड़े पार्कों में भी पहली बार उन्हें सजाने के लिए नए ढंग से संवारा गया है। नगर निगम के चीफ इंजीनियर ( विद्युत) संजय कटियार का कहना है कि शहर के चयनित आठ पार्कों में पहली बार कांच और रोशनी के संयोजन से म्यूरल्स बनाए गए हैं जो वहां से गुजरने वालों का ध्यान खींच रहे हैं। 12 तरह के म्यूरल्स इन पार्कों में लगाए गए हैं जो बच्चों के लिए खास तौर पर आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। इसके पूर्व शहर शहर की 23 प्रमुख सड़कों , आरओबी , और फ्लाईओवर्स पर स्ट्रीट लाइट और पोल पर अलग-अलग थीम पर आधारित रंग-बिरंगे डिजाइन वाले मोटिव्स लगाए गए थे ।

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