Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी संग कई मंत्री लेंगे 25 को शपथ, नए मंत्रिमंडल में ये नाम हो सकते हैं शामिल

Published

on

Loading

योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को होगा। इस दिन योगी आदित्यनाथ 70 हजार से अधिक लोगों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की लगातार दूसरी बार शपथ लेंगे। शाम चार बजे से राजधानी के विशाल इकाना स्टेडियम में होने वाले भव्य समारोह में योगी के साथ कई मंत्री भी शपथ लेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य विशिष्ट अतिथि मौजूद रहेंगे।

प्रदेश की सत्ता में योगी सरकार के लगातार दूसरी बार आने के साथ ही इतिहास भी बना और कई मिथक भी टूटे हैं। यूपी में 37 साल बाद किसी सरकार ने फिर सत्ता में वापसी की है। वहीं सीएम के रूप में नोएडा यात्रा के मिथक को भी योगी आदित्यनाथ ने तोड़ दिया है। अब नई सरकार के भव्य शपथ ग्रहण की तैयारी है। समारोह में प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधित्व के साथ ही देश भर के तमाम विशिष्ट और गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे।

सूत्रों के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, संघ और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर योगी की पार्टी नेतृत्व के साथ मंत्रणा हो चुकी है। यूपी में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को पर्यवेक्षक व सह पर्यवेक्षक बनाया गया। शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को सीएम के गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने पर अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

मंत्रिमंडल में महिला और युवाओं को खास तवज्जो

योगी मंत्रिमंडल पर भाजपा के मिशन-2024 की छाप स्पष्ट दिखाई देगी। पार्टी इन चेहरों के जरिए सामाजिक समीकरण साधने के साथ ही क्षेत्रीय समीकरण भी साधेगी। इस बार युवाओं और महिलाओं को खास तवज्जो मिलने जा रही है। पार्टी की सोच है कि युवाओं और महिलाओं की भाजपा की सफलता में खास अहमियत है। छवि को लेकर भी पार्टी बेहद सतर्क है। इसके साथ ही पूरब और पश्चिम में संतुलन बनाने की भी कोशिश होगी। सीएम योगी के लखनऊ आने पर मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा।

इन्हें मिल सकती है जगह

सुरेश खन्ना, बृजेश पाठक, आशुतोष टंडन, सूर्यप्रताप शाही, असीम अरुण, बेबीरानी मौर्य, सिद्धार्थनाथ सिंह, नंदगोपाल, जयप्रताप सिंह, जितिन प्रसाद, अनिल राजभर का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। अंजुला माहौर, राजेश्वर सिंह, अजीत पाल, मनोहरलाल कोरी, प्रतिभा शुक्ला, विपिन वर्मा , धर्मपाल सिंह, मनीषा अनुरागी, कृष्णा पासवान, राजीव सिंह, योगेंद्र उपाध्याय, बृजेश सिंह, अमित अग्रवाल, डा, जीएस धर्मेश, जयप्रकाश निषाद सहित कई अन्य नाम मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं।

अमित शाह 21 को लखनऊ आएंगे: गृहमंत्री और केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित शाह सोमवार को लखनऊ पहुंचेंगे। शाह की मौजूदगी में ही पार्टी के विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नेता के चयन की औपचारिकता पूरी की जाएगी। उसके बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। शाह के दौरे को लेकर भी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है।

पहले कार्यकाल में 41 जिलों से मिले थे मंत्री

योगी सरकार के पहले कार्यकाल की बात करें तो 19 मार्च 2017 को सरकार गठन हुआ था। 26 सितंबर 2021 को हुए अंतिम विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में कुल 60 चेहरे शामिल थे। चुनाव से ठीक पहले पूरब और पश्चिम में संतुलन के साथ ही सामाजिक समीकरण साधने का प्रयास किया गया था। पिछली सरकार में 75 में से 41 जिलों को प्रतिनिधित्व मिला था। जबकि 34 जिले ऐसे थे, जिनसे कोई मंत्री नहीं था। सबसे अधिक 06 मंत्री लखनऊ से थे। जबकि प्रयागराज से 03, वाराणसी से 03, शाहजहांपुर, मथुरा, आगरा, फतेहपुर, कानपुर और सिद्दार्थनगर से 02-02 मंत्री बनाए गए थे।

प्रोटेम स्पीकर के लिए भेजे गए 17 नाम

प्रोटेम स्पीकर तय करने के लिए विधानसभा सचिवालय की तरफ से 18वीं विधानसभा के 17 नवनिर्वाचित वरिष्ठ सदस्यों की सूची राजभवन भेजी गई है। विधानसभा सत्र शुरू होने पर प्रोटेम स्पीकर की देखरेख में ही नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव और नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण कराया जाएगा। सूची में सबसे पहला नाम मो. आजम खां का है, लेकिन जेल में निरुद्ध होने के कारण उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने की संभावना काफी कम है। अन्य वरिष्ठ विधायकों में भाजपा के सुरेश कुमार खन्ना तथा सपा के दुर्गा प्रसाद यादव व अवधेश प्रसाद नौवीं बार, भाजपा के जय प्रताप सिंह, सतीश महाना, रमापति शास्त्रत्त्ी व राम पाल वर्मा आठवीं बार, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के कुंवर रघुराज प्रताप सिंह, सपा के माता प्रसाद पांडेय व इकबाल महमूद तथा भाजपा के फतेह बहादुर सिंह सातवीं बार चुने गए हैं।

पेशेवर योग्यता वालों को मिलेगी अहमियत

इस बार दूसरे कार्यकाल में योगी सरकार में खासे बदलाव दिखेंगे। नए मंत्रिमंडल में पेशेवर योग्यता वाले विधायकों को खासी अहमियत दी जाएगी। इस बार बड़ी संख्या में एमबीए धारक, इंजीनियर, डाक्टर, वकील, चार्टेड अकाउंटेंट भी चुनाव जीते हैं। इनमें ज्यादातर भाजपा से विधायक बने हैं। माना जा रहा है कि इस बार सरकार की योजनाओं को जनता तक और पहुंचाने और प्रभावी तरीके से लागू करने में विशिष्ट योग्यता की पृष्ठभूमि वाले विधायकों की जरूरत होगी। ऐसे में इनका सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए उन्हें मंत्री बना कर विकास योजनाओं को अमली जामा पहनाया जाएगा। गुजरात में इस तरह का प्रयोग किया गया है। मोदी सरकार इस तरह की कवायद पहले ही कर चुकी है। माना जा रहा है कि यूपी में भी इस तरह की पहल होगी और इसकी छाप मंत्रिमंडल गठन पर भी दिखेगी।

इकाना से एयरपोर्ट तक शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज

भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज हो गई हैं। इकाना स्टेडियम से लेकर एयरपोर्ट तक सुरक्षा और अतिथियों के स्वागत की तैयारी है। शनिवार को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी समेत कई आला अधिकारियों ने इकाना स्टेडियम का निरीक्षण किया।

निरीक्षण में अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, डीजीपी मुकुल गोयल, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर और डीएम अभिषेक प्रकाश समेत जिला स्तर के कई अफसर शामिल थे। सूत्रों ने बताया कि समारोह में सभी भाजपा विधायक और जिलास्तरीय पदाधिकारी भी शामिल होंगे। ऐसे में इकाना अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में संभावित संख्या के आधार पर तैयारियां की जा रही हैं। अधिकारियों ने सभी तैयारियां समय से पूरी करने का निर्देश दिया। साथ ही बढ़ती गर्मी को देखते हुए समारोह स्थल का मंच तैयार करने का निर्देश दिया। इसके अलावा पीने का पानी की सुविधा, बाहर की ओर अस्थायी मोबाइल शौचालय की व्यवस्था, बिजली सप्लाई निर्बाध रखने के भी निर्देश दिए। एयरपोर्ट पर स्वागत की तैयारियां: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह समेत कई भाजपा शासित राज्यों के सीएम और अन्य गणमान्य लोग इस समारोह में शमिल होंगे। ऐसे में एयरपोर्ट पर आने वाले प्रत्येक अतिथि के लिए मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी की तैनाती का निर्देश है।

सोनिया, प्रियंका, माया अखिलेश को भी न्योता

समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जाएगा।

यूपी में कायम रहेगा जीत का यह सिलसिला:योगी

कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी ने एक बार फिर राष्ट्रवाद और सुशासन की सरकार चुनी है। जनता की विजय श्री का ये सिलसिला लगातार चलता रहेगा। सीएम योगी शनिवार को होली पर पारंपरिक नरसिंह शोभा यात्रा में पहुंचे थे।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”

Published

on

Loading

प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।

मिले सार्थक परिणाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।

लोगों को करेंगे जागरूक

कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।

04 श्रेणियों में होगा चयन

1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार

ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड

इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।

जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।

इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।

कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही

1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।

2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।

3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।

4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।

5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।

6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।

फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार

उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।

जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।

Continue Reading

Trending