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प्रादेशिक

नवरात्रि में उच्च शिक्षा के मंदिर की सौगात देंगे सीएम योगी, जंगल कौड़िया में महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय का करेंगे लोकार्पण

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गोरखपुर। नवरात्रि के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उच्च शिक्षा के मंदिर की सौगात देंगे। इस ज्ञान मंदिर में इसी सत्र से शैक्षिक आराधना भी प्रारंभ हो जाएगी। 12 या 13 अक्टूबर को जंगल कौड़िया के रसूलपुर में बने महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों लोक शिक्षा सेवा को अर्पित होने की उम्मीद है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 मई 2018 को जिले के तीसरे राजकीय महाविद्यालय के रूप में महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय की आधारशिला रखी थी। अब यह बनकर तैयार है और उच्च शिक्षा का उजास फैलाने को तत्पर भी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य कक्षाएं चलाने पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।

यहां कला संकाय में अब तक प्रथम वर्ष के लिए 260, विज्ञान संकाय में बीएससी बायो के लिए 60 और बीएससी मैथ के लिए 40 छात्रों ने प्रवेश लिया है। जबकि वाणिज्य संकाय में 50 छात्रों ने प्रवेश लिया है। यह कॉलेज आसपास के क्षेत्र की उन बालिकाओं के लिए वरदान साबित होगा जो कतिपय कारणों से अधिक दूर जाकर शिक्षा ग्रहण करने में दिक्कतों का सामना करती हैं।

पठन-पाठन की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए यहां प्राचार्य डॉ जयप्रकाश के साथ 14 शिक्षकों की नियुक्ति हो जा चुकी है। सभी ने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है। शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं। 12 या 13 अक्टूबर को होने वाले लोकार्पण समारोह के मद्देनजर उच्च शिक्षा अधिकारी एके मिश्रा, राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह व राजकीय कॉलेज के प्राचार्य डॉ जय प्रकाश तैयारियों में जुट गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

IANS News

महाकुंभ में बिछड़ने वालों को अपनों से मिलाएंगे एआई कैमरे, फेसबुक और एक्स भी करेंगे मदद

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प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार पहली बार इतने व्यापक स्तर पर महाआयोजन का डिजिटलाइजेशन कर रही है। यहां एआई की मदद से ऐसे कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो 45 करोड़ श्रद्धालुओं की हिफाजत में 24 घंटे तैनात रहेंगे। एआई लाइसेंस वाले इन कैमरों के साथ ही फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म भी बिछड़ने वाले परिजनों को खोजने में तत्काल मदद करेंगे।

मदद करेगा डिजिटल खोया पाया केंद्र

इस बार महाकुंभ में देश विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को अपनों को खोने का डर नहीं सताएगा। मेला प्रशासन ने इसकी व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। इसके लिए डिजिटल खोया पाया केंद्र को एक दिसंबर से लाइव किया जाएगा। इसके माध्यम से 328 एआई लाइसेंस वाले कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे। इन सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया गया है। पूरे मेला क्षेत्र को इन विशेष कैमरों से लैस किया जा रहा है। योगी सरकार के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे इंस्टॉल करने का काम अपने अंतिम चरण में है। मेला क्षेत्र की चार लोकेशन पर इन विशेष एआई कैमरों का परीक्षण भी किया जा चुका है।
महाकुंभ में अब कोई भी अपना बिछड़ने नहीं पाएगा।

पलक झपकते काम करेगी तकनीक

महाकुंभ 2025 में शामिल होने वाले श्रृद्धालुओं के लिए सरकार ने ऐसे डिजिटल खोया-पाया केंद्रों की स्थापना की है, जो तकनीक के सहारे चलेंगे और पलक झपकते ही अपनों से मिलाएंगे। इसमें हर खोए हुए व्यक्ति का डिजिटल पंजीकरण तुरंत किया जाएगा। पंजीकरण होने के बाद एआई कैमरे गुमशुदा की तलाश में जुट जाएंगे। यही नहीं, गुमशुदा की जानकारी को फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी शेयर किया जाएगा। यह व्यवस्था महाकुंभ मेले को न केवल सुरक्षित बनाएगी, बल्कि परिवारों को जल्दी और आसानी से अपने प्रियजनों से जोड़ने का काम करेगी।

फोटो से मिलान करेगा एआई

महाकुंभ में अपनों से बिछड़ने वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा। यह तत्काल काम करेगा। यहां 45 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में एआई कैमरे तत्काल फोटो खींचकर व्यक्ति की पहचान कर लेंगे। इस काम में सोशल मीडिया भी तत्पर रहेगा।

पहचान का देना होगा प्रमाण

जो भी व्यक्ति महाकुंभ मेले में अपनों से बिछड़ेगा, उसका सुरक्षित, व्यवस्थित और जिम्मेदार प्रणाली के तहत ख्याल भी रखा जाएगा। किसी भी वयस्क को बच्चे या महिला को ले जाने से पहले सुनिश्चित करना होगा कि वह उसे पहचानते हैं और उनकी पहचान प्रमाणिक है।

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