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अन्तर्राष्ट्रीय

न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने कोरोना के आगे मानी हार, बोलीं-‘कोरोना को पूरी तरह हराना मुश्किल’

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न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने कोरोना महामारी को ले कर एक बड़ा बयां दिया है। उन्होंने अब जा कर इस बात को स्वीकार कर लिया है कि ‘इस वैश्विक महामारी से पूरी तरह छुटकारा नहीं पाया जा सकता।’ बता दें कि अब पीएम जेसिंडा ने न्यूज़ीलैंड में लॉकडाउन में ढ़ील दे दी है। इस बात की घोसड़ा करते हुए उन्होंने कहा, ‘इस महामारी की शुरुआत में न्यूज़ीलैंड ने कड़ा लॉकडाउन लागु कर और अन्य कड़े कदम उठाकर वाइरस को पूरी तरह काबू में रखने की कोशिश की थी।’

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अपने बयान में आगे उन्होंने कहा कि ‘अभी तक न्यूज़ीलैंड की यह रणनीति 50 लाख आबादी वाले देश के लिए कारगर साबित हुई थी। देश में संक्रमण से 27 लोगों की मौत हुई है। जब अन्य देशों में मृतक संख्या बढ़ रही थी और लोगों का जीवन बाधित था, तब न्यूज़ीलैंड के लोग अपने कार्यस्थलों, स्कूलों और खेल स्टेडियम में सामान्य रूप से जा रहे थे।’

न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न बोलीं कोरोना को पूरी तरह खत्म करना मुश्किल

बता दें कि अगस्त महीने में न्यूज़ीलैंड में ऑस्ट्रेलिया से आए एक व्यक्ति में कोरोना का डेल्टा वैरिएंट पाया गया था। जिससे देश में संक्रमण बढ़ गया। इस बारे में बात करते हुए जेसिंडा बोलीं, ‘देश में इस मामले के सामने आने के बाद बेहद कड़ा प्रतिबंध लागू किया गया था, लेकिन यह संक्रमण को पूरी तरह से रोकने के लिए पर्याप्त नहीं था। देश में सोमवार को संक्रमण के 29 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1300 से अधिक हो गई। कुछ मामले ओकलैंड के बाहर भी सामने आए हैं।’

अंत में पीएम ने कहा कि ‘इस संक्रमण के बारे में एक बात स्पष्ट हैं कि लम्बे समय तक कड़े प्रतिबंधों के बाद भी मामले समाप्त नहीं हुए। लेकिन कोई बात नहीं। पहले संक्रमण को पूरी तरह से रोकना महत्वपूर्ण था। क्यूंकि तब हमारे पास टीके नहीं थे, लेकिन अब हमारे पास टीके हैं और अब हम अपनी रणनीति बदल सकते हैं।’

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अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, सदमे में परिवार

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वॉशिंगटन। अमेरिका में हैदराबाद के रहने वाले एक छात्र की वॉशिंगटन डीसी में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। छात्र का नाम रवि तेजा बताया जा रहा है। रवि अपनी मास्टर की पढ़ाई करने के लिए 2022 में अमेरिका गए थे। भारतीय छात्र की हत्या की घटना उस दिन सामने आई है जिस दिन डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं।

जानकारी के अनुसार रवि तेजा को एक गैस स्टेशन के पास गोली मारी गई है। रवि 2022 में पढ़ाई करने के लिए अमेरिका आया था। अपने बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद से ही परिवार सदमे में है।

पिछले साल नवंबर में शिकागो में इसी तरह से एक भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई थी। छात्र तेलंगाना के खम्‍मम जिले के रामन्‍नापेट का रहने वाला था और कुछ महीनों पहले ही पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंचा था। मृतक की पहचान 26 साल के नुकरपु साई तेजा के रूप में हुई थी। वह चार महीने पहले ही अपनी पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंचा था।

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