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ओडिशा: अपनी ही शादी में नहीं पहुंचे विधायक जी, केस दर्ज होने पर कही यह बात

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भुवनेश्वर। ओडिशा की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) के विधायक बिजय शंकर दास अपनी ही शादी में नहीं पहुंचे, जिस पर उनकी मंगेतर ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। अब विधायक का कहना है कि वह अगले 60 दिनों के अंदर अपनी मंगेतर से विवाह कर लेंगे।

महिला ने दावा किया है कि विधायक की फैमिली भी लगातार उस पर यह दबाव बना रही थी कि वह शादी न करे। महिला ने कहा कि मुझे कई बार इस बारे में धमकी देने की भी कोशिश की गई। बिजय शंकर दास पर पुलिस ने धोखाधड़ी, धमकी देने और आपराधिक साजिश रचने के आरोपों में केस दर्ज किया है।

दरअसल, विधायक और उनकी मंगेतर ने 17 मई, 2022 को शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया था। महिला अपने परिवार के साथ रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंची थी, लेकिन विधायक जी नहीं आए।

इस पूरे मसले पर विधायक बिजय शंकर दास ने कहा, ‘मैं उससे अगले 60 दिनों में शादी के लिए तैयार हूं। शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन को एक महीना बीत गया है। मेरे पास अब भी 60 दिन बाकी है। मेरी मां बीमार हैं। मैं समय रहते शादी करने का प्रयास करूंगा।’

शादी से कभी नहीं किया इनकार

धोखाधड़ी के आरोपों पर सफाई देते हुए बिजय शंकर दास ने कहा, ‘मैं कभी भी शादी के लिए इनकार नहीं किया। यहां तक कि मैंने मीडिया के सामने ऐलान किया है। इसलिए धोखाधड़ी का तो सवाल ही नहीं खड़ा होता है।’

क्या कहना है महिला का

दास पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने वाली महिला का कहना है कि वह विधायक के साथ तीन साल से रिलेशनशिप में थी और उन्होंने 17 मई को शादी करने का वादा किया था। विधायक के परिवार के करीबी सूत्रों का कहना है कि बिजय शंकर दास कुछ वक्त तक महिला के साथ रिलेशनशिप में थे। बता दें कि बिजय शंकर दास पूर्व मंत्री बिष्णु चरण दास के बेटे हैं।

भाजपा बोली- अपने विधायक को बचा रही है बीजेडी

इस मामले पर ओडिशा में राजनीति भी तेज हो गई है। भाजपा और कांग्रेस ने पुलिस ने निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। भाजपा के प्रदेश महासचिव पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा, ‘अपने विधायकों को बचाना सत्ताधारी दल की आदत में शुमार हो गया है। हमारी मांग है कि इस पूरे विवाद की निष्पक्ष जांच की जाए।’

नेशनल

जानें कौन था एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपती, जिसे सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में किया ढेर

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में बड़ा नक्सल ऑपरेशन जारी है। इस ऑपरेशन में 14 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। अभी तक 12 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऑपरेशन में एक करोड़ का ईनामी नक्सली चलपति भी मारा गया है।

कौन था खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती

खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का सदस्य था और वह नक्सल‍ियों के संगठन का ओडिशा स्टेट कमेटी का इंजार्च था। जयराम की गिनती देश के बेहद खतरनाक नक्सली इंचार्ज के रूप में होती थी। सुरक्षा बलों पर कई हमलों में शामिल रहा जयराम पर अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने एक करोड़ का इनाम रखा था। छत्तीसगढ़ और इसके आसपास हुए कई बड़े हमलों में शामिल रहा है। कई हमलों का वह मास्टरमाइंड भी रहा है। कई राज्यों की पुलिस की इस पर पैनी नजर थी। उसे प्रताप रेड्डी उर्फ रामाचंद रेड्डी उर्फ अप्पा राव के नाम से भी उसे जाना जाता ह। वह माड़ क्षेत्र और छत्तीसगढ़ में सक्रिय था। बताया जाता है कि 60 साल का खूंखार नक्सली जयराम 10वीं तक पढ़ा था। वह नक्सलियों के ओडिशा कैडर का नक्सली था।

सुरक्षाबलों ने मारे गए सभी नक्सलियों के शव और उनके हथियार भी बरामद कर लिए हैं। रविवार की सुबह से ये ऑपरेशन जारी है। इस अभियान में छत्तीसगढ़ और ओडिशा पुलिस के अलावा इसमें सीआरपीएफ भी शामिल है। इस ऑपरेशन में कुल 10 टीमें शामिल हैं। 3 टीम ओडिशा से 2 छत्तीसगढ़ पुलिस से और सीआरपीएफ की 5 टीमें नक्सलियों के खिलाफ इस एनकाउंटर में शामिल रहीं। मुठभेड़ की सूचना पर फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी मैनपुर पहुंच गए हैं। पूरे एरिया में फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा 3 आईडी भी बरामद की गई है।

इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे नक्सलवाद के ख‍िलाफ एक बड़ी कामयाबी बताया है. शाह ने ट्वीट किया, ‘नक्सलवाद पर एक और करारा प्रहार. हमारे सुरक्षा बलों ने नक्सल मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है. CRPF, SOG ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक संयुक्त अभियान में 14 (बाद में संख्या बढ़कर 16 हो गई) नक्सलियों को मार गिराया.’

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