Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

ओडिशा: अपनी ही शादी में नहीं पहुंचे विधायक जी, केस दर्ज होने पर कही यह बात

Published

on

Loading

भुवनेश्वर। ओडिशा की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) के विधायक बिजय शंकर दास अपनी ही शादी में नहीं पहुंचे, जिस पर उनकी मंगेतर ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। अब विधायक का कहना है कि वह अगले 60 दिनों के अंदर अपनी मंगेतर से विवाह कर लेंगे।

महिला ने दावा किया है कि विधायक की फैमिली भी लगातार उस पर यह दबाव बना रही थी कि वह शादी न करे। महिला ने कहा कि मुझे कई बार इस बारे में धमकी देने की भी कोशिश की गई। बिजय शंकर दास पर पुलिस ने धोखाधड़ी, धमकी देने और आपराधिक साजिश रचने के आरोपों में केस दर्ज किया है।

दरअसल, विधायक और उनकी मंगेतर ने 17 मई, 2022 को शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया था। महिला अपने परिवार के साथ रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंची थी, लेकिन विधायक जी नहीं आए।

इस पूरे मसले पर विधायक बिजय शंकर दास ने कहा, ‘मैं उससे अगले 60 दिनों में शादी के लिए तैयार हूं। शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन को एक महीना बीत गया है। मेरे पास अब भी 60 दिन बाकी है। मेरी मां बीमार हैं। मैं समय रहते शादी करने का प्रयास करूंगा।’

शादी से कभी नहीं किया इनकार

धोखाधड़ी के आरोपों पर सफाई देते हुए बिजय शंकर दास ने कहा, ‘मैं कभी भी शादी के लिए इनकार नहीं किया। यहां तक कि मैंने मीडिया के सामने ऐलान किया है। इसलिए धोखाधड़ी का तो सवाल ही नहीं खड़ा होता है।’

क्या कहना है महिला का

दास पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने वाली महिला का कहना है कि वह विधायक के साथ तीन साल से रिलेशनशिप में थी और उन्होंने 17 मई को शादी करने का वादा किया था। विधायक के परिवार के करीबी सूत्रों का कहना है कि बिजय शंकर दास कुछ वक्त तक महिला के साथ रिलेशनशिप में थे। बता दें कि बिजय शंकर दास पूर्व मंत्री बिष्णु चरण दास के बेटे हैं।

भाजपा बोली- अपने विधायक को बचा रही है बीजेडी

इस मामले पर ओडिशा में राजनीति भी तेज हो गई है। भाजपा और कांग्रेस ने पुलिस ने निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। भाजपा के प्रदेश महासचिव पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा, ‘अपने विधायकों को बचाना सत्ताधारी दल की आदत में शुमार हो गया है। हमारी मांग है कि इस पूरे विवाद की निष्पक्ष जांच की जाए।’

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending