मुख्य समाचार
सर्दियों में संतरा है बहुत फायदेमंद, जानिए हेल्थ बेनिफिट्स
सर्दियों में फलों मौसमी फलों का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। दरअसल फलों में बहुत सारे पोषक-तत्व पाये जाते हैं। विटामिन्स और मिनरल्स या फिर फाइटोन्यूट्रिएंट्स का भंडार होता है फलों में। दूसरी तरफ ज्यादातर फलों में कैलोरी भी कम मात्रा में पाई जाती है और ये फाइबर से भी भरपूर होते हैं। जिससे इन फलों का सेवन करना हृदय रोग और रक्तचाप या डायबिटीज़ जैसे मामलों में बहुत फ़ायदेमंद होता है। विटामिन-सी से भरपूर ऐसा ही एक फल है संतरा। जो सर्दियों में आसानी के साथ मिलता है। विटामिन-सी का एक बेहतरीन स्रोत होने के साथ ही संतरे में फाइबर की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है और मिनरल्स व अन्य पोषक-तत्व भी मिल जाते हैं।
संतरे में पाये जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेन्ट्स और दूसरे पोषक-तत्वों के कारण, इसका सेवन करना हमारी सेहत के लिये कई तरह से फ़ायदेमंद साबित होता है। यह न केवल हमारी इम्यूनिटी मजबूत बनाकर हमें कई संक्रामक रोगों से लड़ने में मदद करता है। साथ ही कई रोगों का उपचार भी कर सकता है। तो आइये जानते हैं सर्दियों के मौसम में संतरा खाने के फायदों के बारे में।
वजन कम करने में मददगार
संतरे में विटामिन-सी के अलावा फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ये दोनों ही तत्व वेट-लॉस यानी वजन कम करने में मददगार हैं। संतरे में फाइबर होने की वजह से इसे खाने से आपको भूख भी कम लगती है। जबकि संतरे से हमें कैलोरी भी बहुत नहीं मिलती। इसलिये वजन कम करने के लिहाज़ से संतरा खाना सही विकल्प हो सकता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
त्वचा के लिये संतरा किसी औषधि से कम नहीं। संतरा खाने से मिलने वाले फ़ायदे के अलावा इसका त्वचा पर सीधे भी इस्तेमाल किया जाता है। संतरे में विटामिन-सी के साथ ही विटामिन-ए और ई भी पाया जाता है। ये तीनों ही तत्व त्वचा को युवा और सुंदर बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं। विटामिन-सी त्वचा की परतों में कोलेजन का निर्माण करता है जिससे हमारी स्किन जवां दिखती है। इसलिये त्वचा की सेहत के लिहाज़ से संतरा बहुत मुफ़ीद है।
दांतों और हड्डियों को बनाता है मजबूत
संतरा दांतों और हड्डियों के लिये भी बहुत फ़ायदेमंद है। क्योंकि इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है, जो दांतों और हड्डियों को मजबूती देता है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी भी दांतों की सेहत के लिहाज़ से बहुत फ़ायदेमंद है। इसलिए इस मौसम में संतरा जरूर खाना चाहिए।
सर्दी-जुकाम जैसी दिक्कतों को करता है दूर
संतरे में विटामिन-सी और दूसरे विटामिन्स व मिनरल्स पाये जाते हैं। जो हमारी इम्यूनिटी यानी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। अगर हमारी इम्यूनिटी स्ट्रांग रहे तो सर्दी-जुकाम या खांसी वगैरह कई समस्यायें पास नहीं आयेंगी। इसलिये संक्रमण से होने वाली इन दिक्कतों से बचे रहने के लिये भी संतरे का नियमित सेवन करना बहुत कारगर साबित हो सकता है।
इम्यूनिटी बढ़ाता है
संतरे में पाये जाने वाले विटामिन्स और मिनरल्स जैसे विटामिन-सी और ए व पोटैशियम,मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे पोषक-तत्व हमारी इम्यूनिटी मजबूत बनाते हैं। संतरे में एंटी-ऑक्सीडेन्ट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी पाये जाते हैं जो हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून-सिस्टम को मजबूत करते हैं। इसलिये खासतौर पर सर्दियों के मौसम में सर्दी, फ्लू वगैरह से बचे रहने के लिये संतरे का सेवन करना सेहत के लिहाज़ से फ़ायदेमंद है।
उत्तर प्रदेश
दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।
संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।
ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।
-
लाइफ स्टाइल1 day ago
यह डिटॉक्स ड्रिंक्स सर्दियों में रोकेगा वजन का बढ़ना, फैट को करेगा बर्न
-
नेशनल2 days ago
महाराष्ट्र के कल्याण शहर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, दामाद और ससुर के बीच मक्का-मदीना और कश्मीर जाने को लेकर हुए विवाद
-
राजनीति2 days ago
AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल पर जमकर साधा निशाना
-
राजनीति2 days ago
विपक्षी सांसदों के साथ धक्का – मुक्की, प्रताप सारंगी के सिर में लगी चोट
-
नेशनल2 days ago
दिल्ली में एक बार फिर लोगों की सांसों पर संकट, AQI 450 तक पहुंचा
-
प्रादेशिक1 day ago
भोपाल के जंगल में लावारिस कार से मिला 10 करोड़ कैश और 42 करोड़ का सोना
-
नेशनल2 days ago
महाराष्ट्र के मुंबई में हुए नाव हादसे में 13 लोगों की मौत, सीएम की तरफ से 5 लाख का मुआवजा
-
नेशनल2 days ago
वन नेशन वन इलेक्शन पर जेपीसी का गठन, जिसमें प्रियंका गांधी और अनुराग ठाकुर समेत 31 सांसद शामिल