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प्रादेशिक

फिल्मी नहीं, फरीदाबाद में पड़ी असली रेड; घर की दीवार से मिले 3 करोड़ रुपये

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Rs 3 crore found in a raid in Faridabad

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फरीदाबाद। 2018 में अजय देवगन की फिल्म ‘रेड’ 1981 में लखनऊ में पड़े एक हाई प्रोफाइल आईटी के छापे की सच्ची घटना पर आधारित थी। इसी तरह की एक सच्ची रेड हरियाणा के फरीदाबाद में की गई। ये रेड जीएसटी विभाग ने की।

गुरुवार देर रात जीएसटी विभाग की टीम ने सेक्टर 9 में रहने वाले एक उद्योगपति के निवास पर रेड की। उद्योगपति पर आरोप है कि ये बिना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए कंपनी का काम कर रहा है।

जीएसटी विभाग की टीम को घर पर रेड के दौरान 3 करोड़ रुपये कैश मिला। उद्योगपति ने अपने घर में दीवारों के अंदर जगह तैयार कर 3 करोड़ रुपये छुपाए हुए थे। सीजीएसटी की टीम ने इनकम टैक्स की टीम को बुलाकर कैस सौंप दिया है। उद्योगपति ने सेक्टर 6 में एक फैक्ट्री बनाई हुई है। आरोप है कि उद्योगपति जीएसटी की चोरी कर रहा था।

बताया जा रहा है कि उद्योगपति की फैक्ट्री जिले के सेक्टर 6 में स्थित है। इस फैक्ट्री में हैंड टूल्स बनाए जाते हैं। जानकारी के अनुसार, उद्योगपति के घर की दीवार तोड़कर ये कैश बरामद किया गया है। कैश को गिनने के लिए नोट गिनने वाली मशीनें मंगवाई गई थी।

फिलहाल जांच जारी है। अब इनकम टैक्स की टीम मामले की जांच कर रही है। सीजीएसटी की टीम ने इनकम टैक्स की टीम को केस हैंड आवर कर दिया है।

नूंह में भी कुछ दिन पहले पड़ी थी रेड

बता दें हरियाणा के नूंह जिले के वार्ड नंबर 6 में भी 22 मार्च को को आयकर विभाग की टीम ने पशु व्यापारी उमर मोहम्मद पुत्र आस मोहम्मद के घर पर छापेमारी की थी। ये रेड करीब दो दिन तक चली थी।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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