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मुख्य समाचार

बालासाहब के नाम पर नई पार्टी बना रहे हैं शिंदे, राउत ने दी खुली धमकी

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एकनाथ शिंदे

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मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में हुई ऐतिहासिक बगावत के बाद एक ओर जहां आज शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है, वहीं, दूसरी ओर एकनाथ शिंदे और दो निर्दलीय विधायकों ने महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिरवाल पर उद्धव कैंप का पक्ष लेने के आरोप लगाए गए हैं और उन्हें हटाए जाने की मांग उठी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एकनाथ शिंदे कैंप नई पार्टी बनाने की तैयारी कर रही है। खबर है कि नई पार्टी का नाम ‘शिवसेना बालासाहब ठाकरे’ है। बागी विधायक दीपक केसरकर ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी है।

दूसरी ओर शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक चैनल से बातचीत में एक बार फिर बागी विधायकों को खुलकर धमकी दी है। उन्होंने कहा कि तलवारे और बंदूकें उठेंगी। हम ‘नामर्द’ हैं क्या। राउत का कहना है, ‘शिवसेना में आग है, आग ही रहना चाहिए।’ बवाल को लेकर उन्होंने कहा, ‘अभी शुरुआत हुई है।’

उन्होंने कहा, ‘आप एक विधायक हैं इसलिए आपको सुरक्षा मिली है। आपके परिवार के सदस्यों को वैसी ही सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा सकती।’

उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी सलाह दी है, ‘हमें पता है कि एक बार विधायक मुंबई वापस आएंगे तो वे हमारे पक्ष में आ जाएंगे। मैं देवेंद्र फडणवीस को सलाह देता हूं कि इस मामले में न पड़े और जो कुछ गरिमा बची है उसे बचाएं। हम एक-दूसरे को चुनाव में देखेंगे।’

वहीं, महाराष्ट्र में शिवसैनिकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया है। खबर है कि एकनाथ शिंदे के समर्थक विधायक तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है। उनके कारोबार को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है।

बागी विधायकों की नई सूची जारी, एकनाथ शिंदे को 38 का समर्थन

बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है। उन्होंने ‘दुर्भावनापूण तरीके से 38 विधायकों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा वापस’ लिए जाने की बात कही है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘सरकार उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है।’

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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