Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

शिंदे नहीं हैं शिवसेना के CM, गलत तरीके से हुआ सरकार का गठन: उद्धव ठाकरे

Published

on

Loading

मुंबई। महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर शिवसेना नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को प्रेस कान्फ्रेंस में अपनी प्रतिक्रिया दी। सबसे पहले उन्होंने एकनाथ शिंदे को ‘तथाकथित’ शिवसेना का सदस्य बताया।

उन्होंने कहा एकनाथ शिंदे नहीं हैं शिवसेना के मुख्यमंत्री। यदि अमित शाह ने मुझसे किए गए वादे का ध्यान रखा होता तो महाराष्ट्र में अभी भाजपा का मुख्यमंत्री होता।

गलत तरीके से हुआ महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन

महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया को गलत बताते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘जिस तरीके से सरकार का गठन हुआ और तथाकथित शिवसेना के कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया इस बारे में मैंने पहले ही अमित शाह को बता दिया था। यह सम्मानजनक तरीके से भी हो सकता था। उस वक्त शिवसेना आधिकारिक तौर पर आपके साथ थी। ये मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) शिवसेना के मुख्यमंत्री नहीं हैं।’

मेरा गुस्सा महाराष्ट्र  की जनता पर न निकालें

उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘नई महाराष्ट्र सरकार के मेट्रो कार शेड को आरे कालोनी ले जाने के फैसले से दुखी हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मेरा गुस्सा मुंबई की जनता पर न निकालें। मेट्रो शेड के लिए प्रस्ताव को न बदलें। मुंबई के पर्यावरण से खिलवाड़ न करें।’

ढाई साल शिवसेना के मुख्यमंत्री और ढाई साल भाजपाई सीएम की थी बात

उद्धव ठाकरे ने कहा,’ कल जो हुआ उसके बारे में मैंने पहले ही अमित शाह को बता दिया था कि भाजपा शिवसेना गठबंधन के दौरान ढाई साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री होना चाहिए।’

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending