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सोनाली फोगाट पंचतत्त्व में विलीन, बेटी ने दी मुखाग्नि; सरकार CBI जांच को तैयार

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चंडीगढ़। हरियाणा की भाजपा नेत्री एक्ट्रेस सोनाली फोगाट पंचतत्त्व में विलीन हो गईं। बेटी यशोधरा ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनके शव को भाजपा के झंडे में लपेटा गया। यशोधरा ने भी अर्थी को कंधा दिया। मां के शव को देख यशोधरा फूट फूटकर रोने लगी जिससे वहां मौजूद सभी की आंखें नम हो गईं।

हरियाणा के निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई, फतेहाबाद जिले की रतिया विधानसभा के विधायक दूड़ाराम सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व अन्य लोग सोनाली फोगाट की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार

सोनाली फोगाट की संदिग्ध मौत मामले में हरियाणा सरकार सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार हो गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि परिवार की लिखित मांग का इंतजार है। उनके आग्रह पर ही सीबीआई जांच की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रारंभिक सूचना यही मिली थी कि सोनाली फोगाट की मौत हार्ट अटैक से हुई है। परिजनों के हत्या के आरोप लगाए तो गोवा के मुख्यमंत्री से फोन पर बात की। गोवा के मुख्यमंत्री ने डीजीपी की निगरानी में पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच कराने का आश्वासन दिया था।

अंतिम संस्कार में पहुंचे कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि फैमिली अगर कह रही है तो आग के बगैर धुआं नहीं उठता, कहीं कोई अप्रिय घटना हुई है। सीबीआई दूध का दूध व पानी का पानी करे। मैंने खुद सीएम से मांग की है कि मामले की तुरंत सीबीआई जांच करवाई जाए।

बता दें कि सोनाली फोगाट की मौत का राज अभी जनता के सामने नहीं आ सकेगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सक बोर्ड ने मौत के स्पष्ट कारणों का कोई खुलासा नहीं किया। बोर्ड ने लिखा कि मौत का कारण तीन सैंपल की जांच के बाद ही बता सकेंगे।

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि भाजपा नेता सोनाली फोगाट की मौत के मामले में उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए। सच्चाई जो भी है वह जांच में सामने आनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि सोनाली फोगाट के मौत के मामले में उनके परिवार ने कई संगीन आरोप लगाए हैं और इन आरोपों की उच्चतरीय जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि गोवा सरकार को सोनाली फोगाट के परिवार की मांग को मानना चाहिए, ताकि मामले में जो भी सत्य है वह सामने आ सके।

सुधीर सांगवान ने कर दिया नाश 

सोनाली के जेठ ने कहा कि इस मामले में सच्चाई बाहर लाने के लिए पुलिस को तेजी से कठोर कार्रवाई करनी होगी। सुधीर सांगवान ने हमारा नाश कर दिया। जब तक सुधीर सांगवान का नारको टेस्ट नहीं होगा सच सामने नहीं आ सकेगा। सुधीर सांगवान ने ही चोरी कराई है। जितनी धीमी गति से कार्रवाई हो रही है मुझे नहीं लगता कि मिस्ट्री का खुलासा हो पाएगा।

इससे पूर्व सोनाली के शव को पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार शाम करीब सात बजे हवाई जहाज से दिल्ली लाया गया था। रात करीब 11 बजे शव दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारा गया। वहां से एंबुलेंस के जरिये शव को हिसार लाया गया।

इससे पहले गुरुवार को सूचना आई थी कि गोवा पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर पीए सुधीर सांगवान और उसके दोस्त सुखविंदर श्योराण को गिरफ्तार कर लिया लेकिन अब आईजीपी ओमवीर सिंह बिश्नोई ने कहा है कि सोनाली फोगट की मौत के मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सोनाली के शरीर पर गहरी चोट के निशान मिले हैं। हालांकि, मौत के स्पष्ट कारणों का खुलासा नहीं हुआ। 23 अगस्त को सोनाली फोगाट की मौत की पुष्टि हुई थी। दो दिन से परिजन आरोपियों पर केस दर्ज करवाने की मांग पर अड़े हुए थे।

अब तक की जांच से हम संतुष्ट

सोनाली के भाई रिंकू ढाका ने बताया कि गुरुवार दोपहर बाद शव का गोवा के मेडिकल एवं फोरेंसिक कॉलेज में पोस्टमार्टम हुआ। वीडियोग्राफी भी करवाई गई। पोस्टमार्टम के बाद अंजुना पुलिस थाने में सुधीर सांगवान, सुखविंदर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है।

रिंकू ढाका ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण 4 चोटें और जहर बताया गया है। हम शुरू से ही हार्ट अटैक होने के कारण को नकारते रहे हैं। यह एक सुनियोजित हत्या है। हमें पीए सुधीर सांगवान और सहयोगी सुखविंदर पर शक है। वे समान रूप से शामिल हैं। हम अभी तक चल रही जांच से हम संतुष्ट हैं, न्याय की मांग करते हैं।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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