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उत्तर प्रदेश

सोनभद्र:अवैध खनन पर फिर चला CM योगी का बुलडोज़र,हुई कार्रवाई

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सोनभद्र में खनन सहित अन्य कार्यों में गड़बड़ी के आरोप में निलंबित किए गए डीएम टीके शिबु के बाद अब खनन महकमे में बड़ी कार्रवाई सामने आई है। शासन स्तर से यहां ज्येष्ठ खनन अधिकारी रहे जेपी दुबे और दो खनन अधिकारी तथा एक खनन निरीक्षक को लखनऊ अटैच कर दिया गया है। वहीं मुख्यालय पर तैनात रहे वरिष्ठ खनन अधिकारी आशीष कुमार को सोनभद्र के नए खनन अधिकारी के रूप में तैनाती दी गई है। उनके साथ ही एक खनन अधिकारी और एक खनन निरीक्षक को सोनभद्र भेजा गया है। सोमवार को सभी लोग ज्वाइन कर सकते हैं।

टीके शिबु विभिन्न आरोपों में निलंबित

जिले के डीएम रहे टीके शिबु को पिछले दिनों विभिन्न आरोपों में निलंबित कर दिया गया था। उनके बाद से ही खनन महकमे पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही थी। चूंकि खनन मंत्रालय सीएम योगी आदित्यनाथ देख रहे हैं, इसलिए गाज गिरना तय माना जा रहा था। शनिवार को खान विभाग की निदेशक रोशन जैकब की तरफ से जारी पत्र में ज्येष्ठ खनन अधिकारी सोनभद्र रहे जनार्दन प्रसाद द्विवेदी, खान अधिकारी विकास सिंह परमार, वीरेंद्र सिंह और सुखेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से लखनऊ स्थित मुख्यालय से अटैच कर दिया गया।

वहीं, मुख्यालय पर तैनात ज्येष्ठ खनन अधिकारी आशीष कुमार को सोनभद्र के नए ज्येष्ठ खनन अधिकारी के रूप में तैनाती दी गई है। मुख्यालय पर तैनात खान अधिकारी राहुल कुमार सिंह और बांदा में तैनात खनन निरीक्षक ईश्वर चंद्र को सोनभद्र भेजा गया है।

खनन अधिकारी और उनकी टीम पर लगते रहते हैं ये आरोप

बताते चलें कि स्थानांतरित किए गए खनन अधिकारी और उनकी टीम पर जहां खदान संचालन में नियमों से इतर हटकर हस्तक्षेप के आरोप लगते रहे हैं। वही बगैर परमिट रेलवे रैक के जरिए, ढोई गई लाखों टन गिट्टी के मामले में भी कथित लीपापोती का मामला खान विभाग के अफसरों पर सवाल उठाता रहा है। शासन की ताजा कार्रवाई के बाद माना जा रहा है, दबाई गई गड़बड़ी की फायलें जहां फिर से खुल सकती हैं। वहीं हटाए गए अफसरों की मुश्किलें आगे और भी बढ़ी दिखाई दे सकती हैं।

उधर, जिले में नए ज्येष्ठ खनन अधिकारी के रूप में तैनाती पाने वाले आशीष कुमार ने सेलफोन पर हुई वार्ता में शासन के निर्देशों और नियमों के पालन को अपनी प्राथमिकता बताया। कहा कि वह सोमवार को ज्वाइन कर सकते हैं। तबादले के बाद जिले के खान महकमे में अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। हटाए गए अफसरों की लगातार घंटियां बजती रही लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। वही कई पेंडिंग पड़ी फाइलों को भी निपटाने को लेकर हायतौबा की स्थिति बनी रही।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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