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उत्तर प्रदेश

आगरा में तेज रफ्तार का कहर, अनियंत्रित कार नहर में समाई; चार दोस्तों की मौके पर ही मौत

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Horrific accident on Yamuna Expressway in Mathura

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फतेहाबाद (आगरा)। शादी समारोह से लौट रहे छह मित्रों की कार शुक्रवार रात दिगनेर पुलिया पर अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। ग्रामीणों ने आधा घंटे प्रयास के बाद कार का शीशा तोड़कर उसमें फंसे युवकों को बाहर निकाला। तब तक चार की मौत हो चुकी थी। गंभीर रूप से घायल एक युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना शुक्रवार रात आठ बजे शमसाबाद रोड दिगनेर नहर पटरी की है। शमसाबाद के गांव गढ़ी मोहनलाल के रहने वाले जितेंद्र, शैलेश, विनोद कुमार, मनीष, योगेश और आदित्य आपस में मित्र हैं। सभी की आयु 30 से 42 वर्ष के बीच थी। वे बमरौली कटारा के नौमील से शादी समारोह में शामिल होकर घर लौट रहे थे।

शीशे तोड़कर निकाले युवक

हादसे की सूचना पर जुटे ग्रामीणों ने आधा घंटे प्रयास के बाद कार के शीशे तोड़कर युवकों को बाहर निकाला। सभी को बरौली अहीर स्थित अस्पताल लेकर पहुंचे।

सूचना पर डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। डीसीपी सिटी ने बताया चिकित्सकों ने जितेंद्र, विनोद, शैलेश और मनीष को मृत घोषित कर दिया। योगेश की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि आदित्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।

कार के अंदर हाथ-पैर मार रहे थे मित्र

ग्रामीणों नें बताया कार में फंसे युवकों द्वारा खुद भी अपने बचाव के लिए हाथ-पैर मारे जा रहे थे। बदहवास दिखाई दे रहे युवक अंदर से कार का शीशा तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। अंदर पानी भरा होने के कारण कुछ मिनट में ही वह अचेत हो गए। ठंड में पानी के अंदर ग्रामीणों को भी बचाव में कार्य में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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