Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

शाइस्ता परवीन की तलाश में जुटी STF की टीमें, सरेंडर की अटकलें तेज

Published

on

Shaista Parveen declared mafia

Loading

प्रयागराज। गत 24 फरवरी को प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद से यूपी एसटीएफ और कई जिलों की पुलिस अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और अशरफ की बीवी जैनब फातिमा की तलाश में जुटी है लेकिन वे दोनों मिल नहीं रहीं।

शाइस्ता की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पूरी ताकत लगा दी है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल रहा है। ऐसे में शाइस्ता परवीन के सरेंडर की अटकलें तेज हो गई हैं। माना जा रहा है वह कभी भी चुपके से कोर्ट में सरेंडर कर सकती है।

गुरुवार को भी चकिया से प्रयागराज और कौशांबी समेत प्रतापगढ़ में भी पुलिस और एसटीएफ ने सर्च आपरेशन चलाया। हालंकि वह मिली नहीं। इस बीच शाइस्ता को अदालत में सरेंडर कराने के लिए वकीलों की नई टीम तैयार की गई है। जिला कचहरी में पुलिस फोर्स शाइस्ता के लिए मुस्तैद रही।24 फरवरी को उमेश पाल के शूटआउट के बाद फरार शाइस्ता तथा जैनब फातिमा पिछले हफ्ते अतीक-अशरफ का कत्ल होने के बाद जनाजे में शामिल होेने के लिए भी नहीं पहुंची जबकि पुलिस को भी उन दोनों के आने की पूरी संभावना थी।

शनिवार की रात अतीक और अशरफ के मारे जाने के बाद से शाइस्ता के बारे में कहा जा रहा है कि वह प्रयागराज और कौशांबी के बीच कहीं किसी रिश्तेदार या करीबी के घर पर छिपी हो सकती है। इसी वजह से पुलिस इन इलाकों के गांव में लगातार घर-घर सर्च आपरेशन चला रही है। करेली, कसारी-मसारी के अलावा धूमनगंज, पूरामुफ्ती, कोखराज में तमाम गांव में अतीक के रिश्तेदार रहते हैं जहां शाइस्ता के छिपे होने की आशंका है। घर-घर खोजबीन के बाद भी गुरुवार शाम तक शाइस्ता मिली नहीं।

पुलिस ने गंगा-यमुना के कछारी गांव में शाइस्ता की तलाश में ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल सकी है। ये भी पुष्टि नहीं हुई कि शाइस्ता वहां आई थी। शक है कि शाइस्ता के साथ शूटर साबिर भी हो सकता है क्योंकि वह लंबे समय से शाइस्ता का कार ड्राइवर भी रहा है। ज्यादातर वह साथ ही रहता था।

आज सरेंडर की संभावना पर पुलिस रहेगी अलर्ट

माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता शुक्रवार को आत्मसमर्पण के लिए जिला अदालत पहुंच सकती है। इसलिए पुलिस का घेरा अदालत परिसर में रहेगा। पता चला है कि अतीक के नए वकीलों की टीम ने शाइस्ता को सुरक्षित अदालत तक पहुंचाने और समर्पण कराने के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है। अतीक और अशरफ के पुराने अधिवक्ताओं की टीम का चेहरा अब पुलिस में जाना-पहचाना है इसलिए शाइस्ता की ओर से नए अधिवक्ताओं की टीम खड़ी कर दी गई है।

ये अधिवक्ता गुरुवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट से लेकर आफिस तक जानकारी जुटाते रहे। वहीं, दूसरी ओर सादे वर्दी में सुरक्षाबलों के तैनात जवान भी चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे। जहां भी अतीक और अशरफ की बात होती थी, वहां खड़े होकर वकीलों की बातों को ध्यान से सुनते रहे। अतीक अहमद के अधिवक्ता विजय मिश्रा ने बताया कि उन्हें शाइस्ता के बारे में किसी प्रकार की कोई जानकारी नही है। वह कहां है, कब समर्पण करेगी, कुछ भी पता नहीं है।

नूरी की नहीं आई रिपोर्ट, 24 की तिथि नियत

अतीक की बहन आयशा नूरी के आत्मसमर्पण की अर्जी पर अदालत द्वारा मांगी गई रिपोर्ट धूमनगंज थाने से नहीं पेश की गई। इस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में अर्जी पर सुनवाई के लिए 24 अप्रैल की तिथि नियत किया है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending