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प्रादेशिक

‘सुपर काप’ IPS अमित लोढ़ा सस्पेंड, भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज

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IPS Amit Lodha

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पटना। बिहार कैडर के चर्चित IPS अधिकारी और ‘सुपर काप’ कहे जाने वाले अमित लोढ़ा को सस्पेंड कर दिया गया है। अमित लोढ़ा पर ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स को मदद पहुंचाने के आरोपों के संदर्भ में विशेष निगरानी विभाग ने जांच की और भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया है।

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अपने जीवन पर बनी वेबसीरीज ‘खाकी : द बिहार चैप्टर’ को लेकर वह कठघरे में हैं। यह वेबसीरीज 25 नवंबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है और खूब पसंद की जा रही है। यह वेबसीरीज 2017 में अमित लोढ़ा की लिखी बेस्टसेलर किताब ‘बिहार डायरीज’ पर आधारित है। अमित लोढ़ा पर लोकसेवा अधिनियम के उल्लंघन का आरोप है।

जांच सूत्रों के अनुसार, अमित ने किताब लेखन और वेबसीरीज निर्माण को लेकर पुलिस मुख्यालय या राज्य सरकार से अनुमति नहीं ली थी। वेबसीरीज के फाइनेंस और शूटिंग से जुड़े मुद्दे को लेकर भी वह कठघरे में हैं। वेबसीरीज निर्माण में लगने वाली राशि का इंतजाम करने में उनकी भूमिका की जांच की जा रही है।

सरकार ने माना है कि अमित लोढ़ा ने निजी स्वार्थ तथा लाभ के लिए वित्तीय अनियमितताएं की और सरकारी सेवक होते हुए भी नेटफ्लिक्स तथा फ्राइडे स्टोरी टेलर प्रोडक्शन हाउस के साथ व्यावसायिक कार्य किए। इस मामले में अब लोढ़ा के खिलाफ सरकार के निर्देश पर विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।

पहले की गई प्रारंभिक जांच, सबूत मिलते ही हुई कार्रवाई

विशेष निगरानी इकाई के अनुसार अमित लोढ़ा द्वारा नेटफ्लिक्स तथा फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ व्यावसायिक कार्यों की जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपी गई। जांच रिपोर्ट की समीक्षा पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारियों और सक्षम प्राधिकार द्वारा की गई। इसी रिपोर्ट और सरकार के निर्देश के तहत एसवीयू ने लोढ़ा एवं उनके सहयोगियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में पीसी एक्ट और आइपीसी की धाराएं लगाई गई हैं।

लोढ़ा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद इसके अनुसंधान का जिम्मा डीएसपी स्तर के एक पदाधिकारी को सौंपा है। आइजी लोढ़ा ने फ्राइडे स्टोरी टेलर प्राइवेट लिमिटेड एवं नेटफ्लिक्स से करार के रूप में दिनांक 18 अगस्त 2021 को अपने एचडीएफसी अकाउंट पर प्रथम किस्त के रूप में 12372 रूपये लिए हैं।

आइजी अमित लोढ़ा की पत्नी कौमुदी लोढ़ा के अकाउंट से प्रोडक्शन हाउस के खाते से कई तिथियों के बीच करीब 49 लाख 63 हजार रूपये का लेनदेन किया गया। वेब सीरीज बनाने में करीब 64 करोड़ की लागत आई। आरोप है कि यह राशि भ्रष्टाचार से अर्जित की गई। अमित लोढ़ा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

फरार आइपीएस आदित्य कुमार से भी तकरार

गया में आइजी रहते अमित लोढ़ा का विवाद तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार से भी रहा। इस मामले में दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि शिकायत पुलिस मुख्यालय तक पहुंच गई जिसके बाद दोनों अधिकारियों को एक साथ पद से हटाते हुए वापस पटना बुला लिया गया। अमित लोढ़ा ने शराब माफिया से गठजोड़ मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए आइपीएस आदित्य कुमार पर कार्रवाई को लेकर कई पत्र वरीय अधिकारियों को लिखे थे। यहीं से दोनों आइपीएस अफसरों के बीच विवाद गहराया।

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उत्तर प्रदेश

हर्षवर्धन और विक्रमादित्य जैसे प्रचंड पुरुषार्थी प्रशासक हैं योगी आदित्यनाथ : स्वामी अवधेशानंद गिरी

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महाकुम्भ नगर। जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने महाकुम्भ 2025 के भव्य और सफल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना प्राचीन भारत के महान शासकों हर्षवर्धन और विक्रमादित्य से की। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने उन महान शासकों की परंपरा को नए युग में संवर्धित किया है। वे केवल एक शासक नहीं, बल्कि प्रचंड पुरुषार्थ और संकल्प के धनी व्यक्ति हैं। उनके प्रयासों ने महाकुम्भ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

भारत की दृष्टि योगी आदित्यनाथ पर

स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि भारत का भविष्य योगी आदित्यनाथ की ओर देख रहा है। भारत उनसे अनेक आकांक्षाएं, आशाएं और अपेक्षाएं रखे हुआ है। भारत की दृष्टि उनपर है। उनमें पुरुषार्थ और निर्भीकता है। वे अजेय पुरुष और संकल्प के धनी हैं। महाकुम्भ की विराटता, अद्भुत समागम, उत्कृष्ट प्रबंधन उनके संकल्प का परिणाम है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारत का राष्ट्र ऋषि बताते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में योगी जी ने महाकुम्भ को ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। आस्था का यहां जो सागर उमड़ा है, इसके लिए योगी आदित्यनाथ ने बहुत श्रम किया है। चप्पे चप्पे पर उनकी दृष्टि है।

हम अभिभूत हैं ऐसे शासक और प्रशासक को पाकर

स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि आज सनातन का सूर्य सर्वत्र अपने आलोक रश्मियों से विश्व को चमत्कृत कर रहा है। भारत की स्वीकार्यता बढ़ी है। संसार का हर व्यक्ति महाकुम्भ के प्रति आकर्षित हो रहा है। हर क्षेत्र में विशिष्ट प्रबंधन और उच्च स्तरीय व्यवस्था महाकुम्भ में दिख रही है। भक्तों के बड़े सैलाब को नियंत्रित किया जा रहा है। सुखद, हरित, स्वच्छ, पवित्र महाकुम्भ उनके संकल्प में साकार हो रहा है। हम अभिभूत हैं ऐसे शासक और प्रशासक को पाकर, जिनके सत्संकल्प से महाकुम्भ को विश्वव्यापी मान्यता मिली है। यूनेस्को ने इसे सांस्कृतिक अमूर्त धरोहर घोषित किया है। यहां दैवसत्ता और अलौकिकता दिखाई दे रही है। योगी आदित्यनाथ के प्रयास स्तुत्य और अनुकरणीय हैं तथा संकल्प पवित्र हैं। विश्व के लिए महाकुम्भ एक मार्गदर्शक बन रहा है, अनेक देशों की सरकारें सीख सकती हैं कि अल्पकाल में सीमित साधनों में विश्वस्तरीय व्यवस्था कैसे की जा सकती है।

आस्था का महासागर और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक

महामंडलेश्वर ने महाकुम्भ को सनातन संस्कृति का जयघोष और भारत की आर्ष परंपरा की दिव्यता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह पर्व नर से नारायण और जीव से ब्रह्म बनने की यात्रा का संदेश देता है। महाकुम्भ को सामाजिक समरसता का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन दिखाता है कि हम अलग अलग जाति, मत और संप्रदाय के होने के बावजूद एकता के सूत्र में बंधे हैं। उन्होंने महाकुम्भ को गंगा के तट पर पवित्रता और संस्कृति का संगम बताया। गंगा में स्नान को आत्मा की शुद्धि और सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया।

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