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अन्तर्राष्ट्रीय

SVB के नए CEO टिम मायोपोलोस का आग्रह- बैंक को बचाने के लिए वापस लौटें जमाकर्ता

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SVB new CEO Tim Mayopoulos

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वाशिंगटन। सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) के नए CEO टिम मायोपोलोस ने जमाकर्ताओं से बैंक को बचाए रखने के लिए अपने पैसे के साथ लौटने का आग्रह किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनिंदा निवेशकों और लिमिटेड पार्टनर्स (LP) के साथ जूम मीटिंग में उन्होंने उनसे नए डिपॉजिट करने के लिए भी कहा।

उन्होंने कहा कि मौजूदा और नई दोनों डिपॉजिट फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (FDIC) की ओर से बीमित होंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका में जमा के लिए इस बैंक से सुरक्षित और कोई जगह नहीं है। नवगठित एसवीबी ब्रिज बैंक खाते की 250,000 डॉलर की विशिष्ट कानूनी सीमा के अधीन भी नहीं है”।

उन्होंने ग्राहकों से संस्था में अपनी जमा राशि दोबारा वापस लाने को कहा है। मायोपोलोस ने ज़ूम कॉल पर कहा, “यह एकमात्र सबसे महत्वपूर्ण बात है जो आप यह सुनिश्चित करने के लिए कर सकते हैं कि सिलिकॉन वैली बैंक जीवित रहे।”

उन्होंने जोर देकर कहा कि एसवीबी ब्रिज बैंक के लिए उपलब्ध विकल्पों में से एक यह है कि यह किसी अन्य वित्तीय संस्थान या अन्य निवेशकों के साथ मिलकर काम करेगा या फिर दूसरा विकल्प ये है कि इसे बंद कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा, “हालांकि हम विंड-डाउन मोड में नहीं हैं। बैंक के भविष्य पर अभी चर्चा चल रही है। लेकिन उन्होंने ग्राहकों से अपील करते हुए कहा कि वे कम से कम आपका कुछ पैसा संस्थान में वापस लेकर आएं।  इससे पहले ग्राहकों को भेजे गए ईमेल में मायोपोलोस ने कहा था कि बैंक सामान्य रूप से कारोबार कर रहा है।”

उन्होंने कहा “हम इस समय आपके विश्वास को बहाल करना चाहते हैं और आपका व आपकी कंपनियों का समर्थन करना चाहते हैं।” उधर, एफडीआईसी के नवीनतम बयान ने एसवीबी के नए ट्रैक की पुष्टि की है, इसमें कहा गया है कि वरिष्ठ प्रबंधन को बैंक से हटा दिया गया है।

मेयोपोलस 2008 के आर्थिक संकट के दौरान मोर्टगेज फाइनेंसिंग कंपनी फैनी के नेतृत्व टीम का हिस्सा था। सिग्नेचर बैंक और सिल्वरगेट कैपिटल के साथ एसवीबी का पतन 2008 में अमेरिकी वित्तीय मंदी की शुरुआत के दौरान वाशिंगटन म्यूचुअल फंड की विफलता के बाद से देश को प्रभावित करने वाला सबसे खराब वित्तीय संकट है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें बढ़ी, पत्नी अस्मा अल-असद ने अदालत में तलाक के लिए दी अर्जी

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सीरिया। सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए। देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक असद की ब्रिटिश पत्नी अस्मा अल-असद ने रूस की अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी है। तुर्की और अरब मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अस्मा अल असद मॉस्को में खुश नहीं हैं और वो अब लंदन जाना चाहती हैं। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बशर अल असद के परिवार को अपने देश में राजनीतिक शरण दी है।

25 साल की अस्मा से हुई थी असद की शादी

बशर अल-असद की पत्नी अस्मा अल असद ने रूस के कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दाखिल की है और मॉस्को छोड़ने के लिए विशेष अनुमति का अनुरोध किया है। उनके दिए गए आवेदन पर रूसी अधिकारियों द्वारा विचार किया जा रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अस्मा के पास ब्रिटेन और सीरिया की दोहरी नागरिकता है। अस्मा का घर लंदन में है जहां सीरियाई माता-पिता के यहां उनका जन्म हुआ था। अस्मा साल 2000 में सीरिया चली गईं थीं। साल 2000 में ही उनकी शादी बशर अल असद से हुई थी। उस वक्त अस्मा की उम्र 25 साल थी।

रूस में असद पर लगाए गए हैं गंभीर प्रतिबंध

अपना देश छोड़कर भागे सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद को भले ही रूस ने राजनीतिक शरण दिया था, लेकिन रूस में उनपर गंभीर प्रतिबंध लगाए गए हैं। असद को मॉस्को छोड़ने या किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है। जानकारी के मुताबिक रूसी अधिकारियों ने बशर अल-असद की संपत्ति और पैसा भी जब्त कर लिया है। असद सीरिया छोड़ते वक्त 270 किलोग्राम सोना लेकर आए थे। उनकी संपत्ति में 2 अरब डॉलर और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं।

असद के भाई को रूस में नहीं मिली है शरण

सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई, माहेर अल-असद को रूस ने अपने देश में शरण नहीं दी है। उन्हें शरण देने के अनुरोध की अब भी समीक्षा की जा रही है। जानकारीा के मुताबिक असद के भाई माहेर और उनका परिवार रूस में ही नजरबंद हैं।

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