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उत्तर प्रदेश

जिन्हें बजरंग बली पसंद नहीं, जो पसंद है, वहीं जाएंः सीएम योगी

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वाशिम/अमरावती/अकोला | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को महाराष्ट्र के चुनावी दौरे पर रहे। महाअघाड़ी पर बरसते हुए उन्होंने इसे ‘महाअनाड़ी’ गठबंधन बताया। अमरावती की जनसभा में सीएम योगी ने दो टूक कहा कि नवनीत राणा यहां हनुमान चालीसा के लिए भी संघर्ष कर रही थीं। त्रेतायुग में जब बजरंग बली रहे होंगे, तब इस्लाम नाम की वस्तु ही नहीं रही होगी। उन्होंने कहा कि किन कारणों से रामनवमी की शोभायात्रा निकालने और हनुमान चालीसा पढ़ने से रोका जाता है। जिन्हें बजरंग बली पसंद नहीं है, उन्हें जो पसंद हैं, वे वहीं जाएं। आखिर भारत में कौन भारतीय है, जो राम व बजरंग बली को नहीं मानता है।

महाविकास अघाड़ी के लिए सत्ता भ्रष्टाचार व लूट-खसोट का जरिया

सीएम योगी ने कहा कि चुनाव में दो महागठबंधन लड़ रहे हैं। एक तरफ पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा, शिवसेना व एनसीपी का महायुति गठबंधन है तो दूसरी तरफ महाअघाड़ी के रूप में महाअनाड़ी गठबंधन है। जिसे देश, धर्म, राष्ट्रीयता, समाज-राष्ट्र में मूल्यों-आदर्शों के मर्यादाओं की चिंता न हो, वह अनाड़ी होता है। महाअनाड़ी गठबंधन यही कार्य कर रहा है। महाविकास अघाड़ी के लिए सत्ता भ्रष्टाचार, लूट-खसोट का जरिया है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए आतंकवाद-नक्सलवाद को बढ़ावा देना इनका उद्देश्य है। महायुति गठबंधन मोदी जी के नेतृत्व में कहता है- तेरा वैभव अमर रहे मां- हम दिन चार रहें न रहें, महाअघाड़ी वाले कहते हैं कि मेरा वैभव अमर रहे मां- चाहे तुम रहो न रहो।

भारत-भारतीयता के सम्मान व स्वाभिमान से खेलने वाला गठबंधन है महाविकास अघाड़ी

सीएम योगी ने कहा कि सत्ता आएगी और जाएगी, लेकिन हमारा भारत रहना चाहिए और मोदी जी के नेतृत्व में दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनना चाहिए। महाअनाड़ी गठबंधन भारत और भारतीयता के सम्मान व स्वाभिमान के साथ खेलने वाला है। कांग्रेस और एनसीपी के लोग कहते थे कि राम-कृष्ण हुए ही नहीं। राम का विरोध करने वालों को भी अब राम याद आने लग गए। सीएम ने कहा कि 500 वर्ष बाद रामलला ने अपनी जन्मभूमि पर दीपावली व दीपोत्सव के साथ आनंद लिया है।

आगरा में मुगल नहीं अब शिवाजी की स्मृति में म्यूजियम

सीएम योगी ने कहा कि शिवाजी महाराज का संघर्ष भारत के स्वाभिमान व सम्मान का संघर्ष था। औरंगजेब की सत्ता को चुनौती देने के लिए शिवाजी महराज आगरा गए थे। वहां म्यूजियम बन रहा था, जब मैं मुख्यमंत्री बना तो आगरा गया। वहां बताया गया कि यह मुगल म्यूजियम है और इसमें औरंगजेब से जुड़ी हुईं स्मृतियां रहेंगी। मैंने कहा कि औरंगजेब तो विदेशी आक्रांता था, उससे तुम लोगों का क्या संबंध है। इस म्यूजियम का नाम बदलो, इसका नाम छत्रपति शिवाजी की स्मृति में होगा।

कांग्रेस को देश की नहीं, संबंधों की चिंता थी

सीएम योगी ने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस ने लंबे समय तक शासन किया, लेकिन कभी ईमानदारी से भारत और भारतीयता के बारे में नहीं सोचा। एक समय था, जब पाकिस्तान भारत में आतंकी वारदात करता था, पाकिस्तानी घुसपैठिए कभी भी भारत में बम विस्फोट करते थे, चीन भारत की सीमा का अतिक्रमण करता था। हम लोग मुद्दा उठाते थे तो कांग्रेस के लोग कहते थे कि बोलिए नहीं, संबंध खराब हो जाएंगे। उन्हें संबंधों की चिंता थी, देश की सुरक्षा की नहीं, पर आज मोदी के नेतृत्व का नया भारत है, सीमा पर अतिक्रमण करोगे तो राम नाम सत्य की ही यात्रा निकलेगी। विस्फोट करोगे तो जोरदार एयर स्ट्राइक व सर्जिकल स्ट्राइक होगी, जिससे उनका आका पाकिस्तान भी कांप उठेगा। कांग्रेस सरकार के समय राष्ट्रीय सुरक्षा दांव पर लगी थी, लेकिन मोदी के नेतृत्व में नया भारत अपमान का घूंट पीकर चुपचाप नहीं बैठता है। सीएम ने कहा कि तीन दिन पहले का समाचार पढ़ा होगा कि चीन की सेना पीछे हट रही है और भारतीय सेना बॉर्डर पर गश्त कर रही है।

370 हटने का इफेक्ट है कि मौलवी भी राम-राम कह रहे

सीएम योगी ने बताया कि वे जम्मू-कश्मीर चुनाव में जम्मू एयरपोर्ट पर उतरे तो एक मौलवी ने राम-राम किया, मैं समझा नहीं, फिर उसने कहा कि योगी जी राम-राम। यह देख एयरपोर्ट के अधिकारी भौचक हुए तो मैंने कहा कि आश्चर्य न कीजिए, यह धारा-370 हटने का इफेक्ट है।

श्रीराम ने सुग्रीव व विभीषण को सत्ता दिलाई पर एक भी दिन वहां राजमहल में नहीं रहे

सीएम योगी ने कहा कि जब श्रीराम वन के लिए प्रस्थान कर रहे थे तो निषादराज ने सबसे पहले अपने राज्य में शरण दी थी। कहा कि आप राजा और मैं सेवक के रूप में कार्य करुंगा, तब श्रीराम ने कहा था कि मैं पिता की आज्ञा का पालन करने जा रहा हूं। हमारी मित्रता है, लेकिन मुझे किसी राज्य में नहीं, बल्कि वन में रहना है। उन्होंने कहा कि आप अयोध्या के बाहर कहीं भी रह सकते हैं, तब श्रीराम ने कहा कि नहीं, यह मेरे लिए उपयुक्त हो सकता है, लेकिन आने वाली पीढ़ी क्या कहेगी। प्रभु राम निषादराज के साथ मित्रता निभाते हैं, लेकिन उनके राज्य में राज का सुख नहीं भोगते। सुग्रीव-विभीषण को सत्ता दिलाई, लेकिन एक भी दिन राजमहल में नहीं गए। यह भगवान राम का त्याग और आदर्श है, इसलिए राम हमारे रग-रग में हैं। हम सदैव एक ही नाम स्मरण करते हैं-श्रीराम का।

शिवाजी महाराज जी से ही प्रेरणा लेकर कहता हूं कि बंटिए मत, एक हैं तो नेक और सेफ हैं

सीएम योगी ने कहा कि नया भारत न डिगता-झुकता है और न ही पीछे हटता है, बल्कि 140 करोड़ लोगों की सुरक्षा व समृद्धि के लिए कार्य कर रहा है। जब रामलला विराजमान हो रहे थे तो मोदी जी ने कहा था कि यह तो सिर्फ शुरुआत है। अयोध्या ही नहीं, अब हम काशी और मथुरा की तरफ भी बढ़ चुके हैं। सीएम योगी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी ने जिस दुष्ट अफजल को मार गिराया था, उसके नाम पर रखे औरंगाबाद का नाम हटना चाहिए। इसे संभाजी नगर के रूप में पहचान मिलनी चाहिए। छत्रपति शिवाजी महाराज ने हर भारतवासी को जोड़ा था। उनसे प्रेरणा लेकर ही मैं बार-बार कहता हूं कि बंटिए मत, जब भी बंटे थे तो कटे थे। एक हैं तो नेक-सेफ हैं। एक रहेंगे तो शोभाय़ात्रा पर कोई पथराव नहीं करेगा, बल्कि आपके आगे-आगे झाड़ू लगाकर सफाई करते जाएगा। लड़ना और बंटना नहीं है, बल्कि एकजुट होकर महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन को जिताना है और महाअनाड़ी गठबंधन को हराना है।

भारत की चिंता की बजाय कुछ लोग पाकिस्तान व फिलीस्तीन के लिए घड़ियाली आंसू बहाते हैं

तिवसा में सीएम योगी ने कहा कि भारत में जब भी पर्व-त्योहार या शोभायात्रा निकलती है तो कुछ लोग गर्व व श्रद्धा की बजाय पाकिस्तान का झंडा लहराते दिखाई देते हैं। भारत की चिंता करने की बजाय पाकिस्तान व फिलीस्तीन के लिए घड़ियाली आंसू बहाते हैं। भारत के अंदर हमारे लिए सिर्फ राष्ट्रधर्म होना चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि जब भी देश में संकट आता है तो कांग्रेस के नेता बाहर जाकर पिकनिक मनाते हैं। संकट के समय राहुल गांधी भारत में नहीं, इटली में होते हैं। दुनिया में जाकर भारत को कोसने में कोताही नहीं बरतते हैं। कांग्रेस ने अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों को आरक्षण से वंचित करने के लिए षडयंत्र किए थे।

सीएम ने महापुरुषों व संतों को किया याद

सीएम योगी ने तीन ज्योतिर्लिंग की धरा महाराष्ट्र को प्रणाम किया। सीएम योगी ने हिंदवी स्वराज के संस्थापक छत्रपति शिवाजी, बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर, सावित्री बाई फूले, मां जीजाबाई, समर्थ गुरु रामदास, महात्मा फूले, वीर सावरकर, तानाजी महाराज, संभाजी महाराज, तात्या टोपे, लोकमान्य तिलक आदि महापुरुषों का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि इस धरा ने कई शौर्यवीरों, संतों व समाज सुधारकों को दिया है। इस धरा पर विधर्मी कहां ठहरने वाले हैं।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”

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प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।

मिले सार्थक परिणाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।

लोगों को करेंगे जागरूक

कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।

04 श्रेणियों में होगा चयन

1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार

ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड

इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।

जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।

इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।

कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही

1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।

2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।

3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।

4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।

5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।

6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।

फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार

उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।

जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।

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