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प्रादेशिक

यूपी में 3टी फार्मूले से मिली बड़ी सफलता, लगातार कम हो रहे हैं कोरोना के मामले

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लखनऊ। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए चलाये जा रहे एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट अभियान का स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी द्वारा आज झांसी एवं चित्रकूट मण्डल के भ्रमण के दौरान गांव में जा कर कोविड-19 के अभियान को देखने के साथ साथ जनपदीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि 3 टी नीति के तहत प्रदेश में टेस्टिंग बढ़ाने, आॅक्सीजन बेडों की संख्या बढ़ाने, आंशिक कफ्र्यू तथा वैक्सीनेशन पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 18 से 44 वर्ष वाले लोगों के साथ-साथ 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का वैक्सीनेशन चल रहा है। 01 जून, 2021 से 23 जनपदों में चल रहे 18-44 वर्ष के आयुवर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन को पूरे प्रदेश के सभी जनपदों में प्रारम्भ किया जायेगा।

श्री सहगल ने बताया कि 30 अप्रैल के कुल एक्टिव केसों की अपेक्षा लगभग 02 लाख 20 हजार केस प्रदेश में कम हुए हैं। इसी तरह प्रदेश के कोविड के प्रतिदिन के मामलों में भी 23 अप्रैल की अपेक्षा लगभग 34 हजार मामले कम हुए हैं। मुख्यमंत्री जी द्वारा कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रतिदिन सम्बंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की जा रही है। उन्होंने बताया कि अन्य प्रदेशों की अपेक्षा प्रदेश में संक्रमण कम हो रहा है। मुख्यमंत्री जी का जीवन और जीविका को बचाने का संकल्प है। आंशिक कफ्र्यू को 31 मई, 2021 की प्रातः 07 बजे तक बढ़ा दिया गया है। प्रदेशव्यापी आंशिक कोरोना कर्फ्यू के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। आंशिक कोरोना कर्फ्यू में वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियों, मेडिकल सम्बन्धी कार्य आदि आवश्यक अनिवार्य सेवाओं को यथावत जारी रखा गया है। आंशिक कोरोना कर्फ्यू की अवधि में पूरे प्रदेश के शहरों और गांवों में विशेष सफाई एवं फाॅगिंग अभियान चलाया जा रहा है।

श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों द्वारा मजदूरों को काम दिया जा रहा है। औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क बनाये गये हंै। इसके अलावा जिन औद्योगिक संस्थानों में 50 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे ऐसे औद्योगिक संस्थानों में 16 कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। जिससे वहां पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को समय से इलाज मिल सके।

श्री सहगल ने बताया कि सर्विलान्स के साथ-साथ गाँव में लोगों से सम्पर्क करते हुए कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट तथा उन्हें मेडिकल किट प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि कल लगभग 3.50 लाख मेडिकल किट बांटी गयी है।निगरानी समितियों के द्वारा गाँव में रहने वाले लोगों से सम्पर्क कर कोविड लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। कोविड लक्षण मिलने वाले लोगों का आरआरटी टीम द्वारा एन्टीजन कोविड टेस्ट किया जा रहा है। गाँव में संक्रमणयुक्त लोगों को होम आइसोलेशन में रखने के लिए गाँव में ही पंचायत भवन/स्कूल/सरकारी इमारतों मंे आइसोलेट करके उनका उपचार किया जा रहा है। 31 मार्च से 21 मई 2021 तक लगभग 66 प्रतिशत कोविड-19 टेस्ट ग्रामीण क्षेत्र में किये गये है।

श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहँू खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहूं क्रय अभियान में अब तक 06 लाख अधिक से किसानों से 33,53,093.71 मी0 टन गेहूँ खरीदा गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्देशित किया गया है कि जिलाधिकारी एवं अधीनस्थ अधिकारी क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करते रहें तथा किसानों को उनकी फसल का भुगतान 72 घण्टों में दिया जाय। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे तथा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

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कर्नाटक के यालापुरा में भीषण सड़क हादसा, 10 लोगों की मौत 15 घायल

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यालापुरा। कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के यालापुरा हाईवे पर भीषण सड़क हादसा हुआ है। यहां गुलापुरा में सब्जी ले जा रहा ट्रक नियंत्रण खो बैठने के बाद एक ट्रिपर से टकरा गया, जिसमें ट्रक के परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हुई है और 15 लोग घायल हुए हैं। ये हादसा सुबह करीब 4 बजे हुआ।

पुलिस ने क्या बताया?

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस सब्जी के ट्रक में वे यात्रा कर रहे थे वह बुधवार तड़के 50 मीटर गहरी घाटी में गिर गया। पीड़ित, सभी फल विक्रेता, सावनूर से चले थे और फल बेचने के लिए यालापुरा मेले की ओर जा रहे थे। उत्तर कन्नड़ के पुलिस अधीक्षक एम नारायण ने कहा कि ये सावनूर-हुबली रोड पर यात्रा कर रहे थे, ये दुर्घटना जंगली इलाके में हुई है।

नारायण ने मीडिया को बताया, ‘सुबह लगभग 4 बजे, ट्रक चालक दूसरे वाहन को साइड देने के चक्कर में एकदम बायीं ओर चला गया और लगभग 50 मीटर गहरी घाटी में गिर गया।’ उन्होंने कहा कि घाटी में सड़क पर कोई सुरक्षा दीवार नहीं है। अधिकारी ने कहा, ’10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 15 गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को हुबली के केआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 

 

 

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