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प्रादेशिक

यूपी के जिला जेलों में भाइयों को राखी बांधने पहुंची बहने

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लखनऊ। रक्षाबंधन का त्योहार आज यानी रविवार के दिन पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस पावन पर्व पर बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर अपनी सुरक्षा का वादा उनसे लेती हैं और वहीं भाई अपनी बहन को हर खतरे से महफूज़ रखने की कसम भी खाता है। एक तरफ जहां आज देश भर में रक्षाबंधन का त्यौहार हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है तो वहीं यूपी के कई जिला जेलों में बहने अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए जेल पर पहुंचीं। इस दौरान जेल प्रशासन की तरफ से कोरोना गाइडलाइन का पालन कराते हुए जेल में बंद भाइयों की मुलाकात उनकी बहनों से कराने का इंतजाम किया गया।

दरअसल, कोरोना काल में सरकार ने जेल में बंद बंदियों को कोरोना वायरस से महफूज़ रखने के लिए मिलाई पर रोक लगा दी थी, जिसे सरकार के आदेशों के बाद अब खोल दिया गया है। इसके बाद आज रक्षाबंधन का त्यौहार मनाने के लिए बहने जेल में बंद भाइयों से मिलने के लिए पहुंचीं। इस दौरान जेल प्रशासन ने जेल में बंद बंदियों को कोरोना से महफूज रखने के लिए बाकायदा परिजनों से 72 घंटे पहले की आरटी पीसीआर की रिपोर्ट लाने को कहा है और उस रिपोर्ट के बाद ही परिजनों की जेल में बंद बंदियों से मिलाई सुनिश्चित हो पाएगी।

साथ ही साथ जेल प्रशासन ने बंदियों से मुलाकात के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करने की हिदायत दी है, जिसका नजारा जेल के अंदर दिखाई दे रहा है। इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह रक्षाबंधन पर जेल में बंद अपने भाइयों से मिलने पहुंचीं ये बहने 2 गज की दूरी से मुलाकात कर रही हैं। साथ ही साथ जेल प्रशासन के द्वारा भाइयों के लिए लाई गई राखी को काउंटर पर जमा किया जा रहा है और उन राखियों को सैनिटाइज करने के बाद बंदियों को सौंप दिया जाएगा और बंदी अपनी कलाई पर अपनी बहन के द्वारा लाई गई राखी को बांध सकेंगे।

इस दौरान जेल में बंद भाइयों से मिलने पहुंचीं बहनों ने जेल प्रशासन के द्वारा किए गए इंतजामों की सराहना की। साथ ही साथ इस दौरान कुछ बहने ऐसी भी दिखाई दीं, जिन्होंने इस त्योहार पर अपने भाई से बुरे काम छोड़ने का वादा लेने की बात कही।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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